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रुद्रप्रयाग: सफाई कर्मचारियों का हड़ताल जारी, दो घंटे तक अधिशासी अधिकारी का किया घेराव

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Published : Jan 31, 2020, 11:38 PM IST

सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी ने स्वयं सफाई का जिम्मा उठाया. इस दौरान उन्हें कर्मचारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा.

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सफाई कर्मचारियों की हड़ताल.

रुद्रप्रयाग: सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से नगर क्षेत्र में गंदगी का अम्बार लगा हुआ है. काफी समझाने के बाद भी सफाई कर्मचारी मानने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में सफाई का जिम्मा स्वयं उठाते हुए नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी सीमा रावत डम्पर लेकर नगर क्षेत्र में पहुंची, जहां उन्हें सफाई कर्मचारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा.

इस दौरान अधिशासी अधिकारी को दो घंटे तक डम्पर के भीतर कैद रहना पड़ा. पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में उन्हें बाहर निकाला गया. दरअसल, नौ सूत्रीय मांगों को लेकर नगर पालिका के सफाई कर्मचारी तीन दिन से हड़ताल कर रहे हैं. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती, तब तक हड़ताल जारी रहेगा. ऐसे में चारों ओर फैली गंदगी को देखते हुए पालिका ईओ सीमा रावत ने शुक्रवार सुबह सभासद लक्ष्मण सिंह के साथ डम्पर लेकर गंदगी साफ करने की ठानी, मगर उनके मंसूबों को सफाई कर्मचारियों ने पूरा नहीं होने दिया.

सफाई कर्मचारियों की हड़ताल.

यह भी पढ़ें-रामनगर: खेत में अधजली लाश मिलने से मचा हड़कंप, शिनाख्त करने में जुटी पुलिस

नगर पालिका क्षेत्र के नए बस अड्डे पर जब नेपालियों की मदद से डम्पर में कूड़ा भरा गया तो सफाई कर्मचारी मौके पर पहुंच गए. सफाई कर्मचारियों ने डम्पर को आगे नहीं जाने दिया. वहीं, डम्पर के भीतर बैठी अधिशासी अधिकारी, सफाई निरीक्षक और सभासद भी बाहर आने की जहमत नहीं उठा पाए. करीब दो घंटे तक तीनों ही डम्पर के भीतर रहे और पुलिस के आने का इंतजार करते रहे.

वहीं, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्होंने सफाई कर्मचारियों को हटाने के बजाय आपसी सुलह समझौते की बात कही. ऐसे में ईओ सीमा रावत को गुस्सा आ गया और वे अपने आवास पर जा पहुंची. उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की. जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक को मामले में सक्रियता बरतने को कहा, जिसके बाद शाम के समय तहसील और पुलिस प्रशासन की मदद से बाजार में फैली गंदगी को साफ करवाया गया. नगर पालिका ईओ सीमा रावत ने कहा कि सुबह के समय वैकल्पिक व्यवस्था के तहत डम्पर से सफाई करने पर सफाई कर्मचारियों ने डम्पर को रोका और उन्हें दो घंटे तक वाहन से बाहर नहीं आने दिया. प्रशासन से भी सहयोग नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन से सहयोग मिले तो वैकल्पिक व्यवस्था को बेहतर तरीके से चलाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बोर्ड बैठक में सफाई कर्मचारियों की जायज मांगों पर कार्रवाई की गई है.

यह भी पढ़ें-स्वामी शिवानंद ने फोन से जाना साध्वी पद्मावती का हाल, अस्पताल में भी अनशन जारी रखने को कहा

उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों का वेतन ढाई हजार बढ़ाया गया है. कर्मचारी नाजायज मांग कर रहे हैं. नौ मांगों में समान कार्य समान वेतन की मांग के अलावा सभी पर कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि पालिका के पास बजट की भारी कमी है. अन्य पंचायत एवं पालिकाओं में सफाई कर्मचारियों को नगर पालिका रुद्रप्रयाग से कम वेतन दिया जा रहा है, बावजूद इसके पालिका कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों को तीन दिन का समय दिया गया है, बावजूद इसके अगर कर्मचारी नहीं माने तो पालिका नियमानुसार कार्रवाई करेगी.

मामलें में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि नगर पालिका को वैकल्पिक व्यवस्था कर नगर की सफाई करने को कहा गया है. इसके साथ ही पालिका कर्मचारियों से वार्ता चल रही है. उनकी मांगों पर कार्रवाई के लिए अधिशासी अधिकारी को कहा गया है, जल्द ही सफाई कर्मचारियों की समस्या का समाधान निकाला जायेगा.

रुद्रप्रयाग: सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से नगर क्षेत्र में गंदगी का अम्बार लगा हुआ है. काफी समझाने के बाद भी सफाई कर्मचारी मानने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में सफाई का जिम्मा स्वयं उठाते हुए नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी सीमा रावत डम्पर लेकर नगर क्षेत्र में पहुंची, जहां उन्हें सफाई कर्मचारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा.

इस दौरान अधिशासी अधिकारी को दो घंटे तक डम्पर के भीतर कैद रहना पड़ा. पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में उन्हें बाहर निकाला गया. दरअसल, नौ सूत्रीय मांगों को लेकर नगर पालिका के सफाई कर्मचारी तीन दिन से हड़ताल कर रहे हैं. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती, तब तक हड़ताल जारी रहेगा. ऐसे में चारों ओर फैली गंदगी को देखते हुए पालिका ईओ सीमा रावत ने शुक्रवार सुबह सभासद लक्ष्मण सिंह के साथ डम्पर लेकर गंदगी साफ करने की ठानी, मगर उनके मंसूबों को सफाई कर्मचारियों ने पूरा नहीं होने दिया.

सफाई कर्मचारियों की हड़ताल.

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नगर पालिका क्षेत्र के नए बस अड्डे पर जब नेपालियों की मदद से डम्पर में कूड़ा भरा गया तो सफाई कर्मचारी मौके पर पहुंच गए. सफाई कर्मचारियों ने डम्पर को आगे नहीं जाने दिया. वहीं, डम्पर के भीतर बैठी अधिशासी अधिकारी, सफाई निरीक्षक और सभासद भी बाहर आने की जहमत नहीं उठा पाए. करीब दो घंटे तक तीनों ही डम्पर के भीतर रहे और पुलिस के आने का इंतजार करते रहे.

वहीं, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्होंने सफाई कर्मचारियों को हटाने के बजाय आपसी सुलह समझौते की बात कही. ऐसे में ईओ सीमा रावत को गुस्सा आ गया और वे अपने आवास पर जा पहुंची. उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की. जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक को मामले में सक्रियता बरतने को कहा, जिसके बाद शाम के समय तहसील और पुलिस प्रशासन की मदद से बाजार में फैली गंदगी को साफ करवाया गया. नगर पालिका ईओ सीमा रावत ने कहा कि सुबह के समय वैकल्पिक व्यवस्था के तहत डम्पर से सफाई करने पर सफाई कर्मचारियों ने डम्पर को रोका और उन्हें दो घंटे तक वाहन से बाहर नहीं आने दिया. प्रशासन से भी सहयोग नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन से सहयोग मिले तो वैकल्पिक व्यवस्था को बेहतर तरीके से चलाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बोर्ड बैठक में सफाई कर्मचारियों की जायज मांगों पर कार्रवाई की गई है.

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उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों का वेतन ढाई हजार बढ़ाया गया है. कर्मचारी नाजायज मांग कर रहे हैं. नौ मांगों में समान कार्य समान वेतन की मांग के अलावा सभी पर कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि पालिका के पास बजट की भारी कमी है. अन्य पंचायत एवं पालिकाओं में सफाई कर्मचारियों को नगर पालिका रुद्रप्रयाग से कम वेतन दिया जा रहा है, बावजूद इसके पालिका कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों को तीन दिन का समय दिया गया है, बावजूद इसके अगर कर्मचारी नहीं माने तो पालिका नियमानुसार कार्रवाई करेगी.

मामलें में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि नगर पालिका को वैकल्पिक व्यवस्था कर नगर की सफाई करने को कहा गया है. इसके साथ ही पालिका कर्मचारियों से वार्ता चल रही है. उनकी मांगों पर कार्रवाई के लिए अधिशासी अधिकारी को कहा गया है, जल्द ही सफाई कर्मचारियों की समस्या का समाधान निकाला जायेगा.

Intro:दो घंटे तक डम्पर के भीतर कैद रही पालिका ईओ
सफाई नायकों ने कूडे़ से भरे डम्पर को रोका
पालिका की वैकल्पिक व्यवस्था से भड़के सफाई कर्मी
पालिका ईओ ने सफाई कर्मियों की मांग को ठहराया नाजायज
सफाई कर्मियों के खिलाफ होगी कठोर कार्यवाही
रुद्रप्रयाग। सफाई नायकों के हड़ताल पर चले जाने से नगर क्षेत्र में गंदगी का अम्बार लगने लगा है। काफी समझाने के बाद भी नगर पालिका के सफाई नायक मानने को तैयार नहीं है। ऐसे में सफाई का जिम्मा स्वयं उठाते हुए पालिका अधिशासी अधिकारी डम्पर लेकर नगर क्षेत्र में पहुंची, मगर उन्हें सफाई कर्मियों के गुस्से का सामना करना पड़ा और दो घंटे तक डम्पर के भीतर कैद रहने के बाद पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में उन्हें बाहर निकाला गया।Body:दरअसल, नौ सूत्रीय मांगों को लेकर नगर पालिका रुद्रप्रयाग के सफाई नायक हड़ताल कर रहे हैं। उनकी हड़ताल के कारण नगर क्षेत्र में जगह-जगह गंदगी का अम्बार लगा हुआ है। चारों ओर फैलती गंदगी को देखते हुए पालिका ईओ सीमा रावत ने शुक्रवार सुबह सभासद लक्ष्मण सिंह के साथ डम्पर लेकर गंदगी साफ करने की ठानी, मगर उनके मंशूबों को सफाई नायकों ने पूरा नहीं होने दिया। पालिका क्षेत्र के नये बस अड्डे पर जब नेपालियों की मदद से डम्पर में कूड़ा भरा गया तो सफाई कर्मचारी मौके पर पहुंचे और डम्पर को आगे नहीं जाना दिया। डम्पर के भीतर बैठे ईओ, सफाई निरीक्षक और सभासद भी बाहर आने की जहमत नहीं उठा पाए। करीब दो घंटे तक तीनों ही डम्पर के भीतर रहे और पुलिस के आने का इंतजार करते रहे, लेकिन जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्होंने सफाई कर्मियों का हटाने के वजाय आपसी सुलह समझौते की बात कही। ऐसे में ईओ सीमा रावत को गुस्सा आ गया और वे अपने आवास पर आ पहुंची। उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से भी। जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक को मामले में सक्रियता बरतने को कहा, जिसके बाद सांय के समय तहसील और पुलिस प्रशासन की मदद से बाजार में फैली गंदगी को साफ करवाया गया। नगर पालिका ईओ सीमा रावत ने कहा कि सुबह के समय वैकल्पिक व्यवस्था के तहत डम्पर से सफाई करने पर सफाई नायकों ने डम्पर को रोका और उन्हें दो घंटे तक वाहन से बाहर नहीं आने दिया। प्रशासन से भी सहयोग नहीं मिल रहा है। अगर प्रशासन से सहयोग मिले तो वैकल्पिक व्यवस्था को बेहतर तरीके से चलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बोर्ड बैठक में सफाई नायकों की जायज मांगांे पर कार्यवाही की गई है। कर्मचारियों के वेतन बढ़ा दिया गया है। ढाई हजार वेतन बढ़ाया गया है। कर्मचारी नाजायज मांग कर रहे हैं। नौ मांगों में समान कार्य समान वेतन की मांग के अलावा सभी पर कार्यवाही की गई है। सफाई नायकों की निराधार मांगों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा सकती है। पालिका के पास बजट की भारी कमी है। अन्य पंचायत एवं पालिकाओं में सफाई कर्मियों को नगर पालिका रुद्रप्रयाग से कम वेतन दिया जा रहा है, बावजूद इसके पालिका कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों को तीन दिन का समय दिया गया है, बावजूद इसके अगर कर्मचारी नहीं माने तो पालिका नियमानुसार कार्यवाही करेगी।
बाइट - सफाई नायक
बाइट - सीमा रावत, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका
वीओ -2- वहीं जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि पालिका को वैकल्पिक व्यवस्था कर नगर की सफाई करने को कहा गया है। इसके साथ ही पालिका कर्मियों से वार्ता चल रही है। उनकी मांगों पर कार्यवाही के लिए पालिका ईओ को कहा गया है। जल्द ही सफाई कर्मचारियों की समस्या का समाधान निकाला जायेगा। इधर, नगर पालिका के सफाई नायकों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। अपनी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे सफाई कर्मियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती, तब तक हड़ताल समाप्त नहीं होगी।
बाइट - मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारीConclusion:

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