रुद्रप्रयाग: लॉकडाउन और कोरोना वायरस के बीच बड़ी संख्या में प्रवासी रुद्रप्रयाग पहुंच रहे हैं. इन प्रवासी ग्रामीणों को सुबह से रात तक वाहन चालक जान जोखिम में डालकर जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में छोड़ रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से वाहन चालकों के लिए न तो रहने और खाने की व्यवस्था की गई है और न ही सुरक्षा के लिए कोई उपाय किया गया है. ऐसे में वाहन चालकों में काफी नाराजगी है.
इन दिनों देश-विदेश में रहने वाले प्रवासी ग्रामीण लॉकडाउन के कारण अपने गांवों का रूख कर रहे हैं. हर दिन बड़ी संख्या में ग्रामीण यहां पहुंच रहे हैं. रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में इन प्रवासी लोगों को एकत्रित किया जा रहा है, जिसके बाद वाहनों के जरिए इन्हें जगह-जगह भेजा जा रहा है. इन लोगों को भेजने के लिए वाहन लगे हुए हैं, लेकिन उनके चालकों में आक्रोश है.
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वाहन चालको का आरोप है कि देर रात तक कोरोना वारियर्स की तरह काम करने के बावजूद प्रशासन की ओर से उनको एक समय का खाना तक मुहैया नहीं कराया जा रहा है. पुलिस के जवान और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को सुरक्षा किट प्रदान की गई है, लेकिन वाहन चालकों को मात्र मास्क देकर इतिश्री की गई है.
वाहन चालकों का कहना है कि हमे खाना तक नसीब नहीं हो रहा है. दिन भर में मात्र एक पानी की बोतल मिल रही है. सुबह से रात तक प्रवासियों को घर पहुंचाने का काम कर रहे हैं ,लेकिन पूछने वाला कोई नहीं है.