रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में साल 2013 में आई आपदा से बाद लग रहा था कि इससे प्रदेश के पर्यटन को बहुत नुकसान होगा. आने वाले समय में यहां श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आएगी. मगर 2013 के बाद से लेकर अब तक यहां पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या ने इस आशंकाओं पर विराम लगा दिया है. यही कारण है कि इस साल केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. इसके अलावा बात अगर दान की करें तो उस लिहाज से भी ये साल काफी रिकॉर्ड तोड़ रहा है.
इस साल केदारनाथ धाम की यात्रा वाकई में एतिहासिक रही. इस यात्रा के पहले सीजन में दस लाख से ज्यादा यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किये. इससे पहले साल 2018 की यात्रा में बाबा केदार के दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या 7 लाख 32 हजार के पार थी. केदारनाथ यात्रा के इस सीजन में सारे पुराने रिकार्ड ध्वस्त हो गये हैं. यहां इस बार के यात्रा सीजन में 10 लाख 21 यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किये.
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वहीं बात अगर केदारधाम में चढ़ने वाले चढ़ावे या दान की करें तो उस लिहाज से भी ये सीजन काफी महत्वपूर्ण रहा है. इस बार केदारनाथ धाम से बदरी-केदार मंदिर समिति को 19 करोड़ से अधिक की आय अर्जित हुई है. अकेले केदारनाथ मंदिर से पहली बार मंदिर समिति को इतनी आय अर्जित हुई है. इससे पहले मंदिर समिति को केदारनाथ में दान और चढ़ावे से 13 करोड़ की आय प्राप्त हुई थी.
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केदारनाथ यात्रा के एतिहासिक सीजन के समाप्त होने पर रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि निश्चित तौर पर यह यात्रा सीजन एतिहासिक रहा है. उन्होंने कहा कि पहली बार दस लाख यात्रियों ने एक यात्रा सीजन में बाबा केदार के दर्शन किये हैं. जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रियों बढ़ने से यहां के स्थानीय लोगों को भी रोजगार प्राप्त हुआ है. इसके अलावा प्रशासनिक व्यवस्थाओं में सुधार आया है.