रुद्रप्रयाग: ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ के धाम में बीते तीन दिनों से लगातार बर्फबारीहो रही है. बर्फवारी के कारण धाम में चार फीट बर्फ जमा हो चुकी है. जिससे पुनर्निर्माण कार्य भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. भारी बर्फबारी के कारण सभी निर्माण कार्य बर्फ से ढक गए हैं. धाम में कड़ाके की ठंड के कारण 40 से ज्यादा मजदूर धाम छोड़कर सोनप्रयाग लौट आए हैं
बता दें कि केदारनाथ धाम में कपाट बंद होते समय भारी बर्फबारी होनी शुरू हो गई थी. तभी से रुक-रुककर धाम में बर्फबारी हो रही है. केदारनाथ धाम और उसके ऊपरी की पहाड़ियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है. धाम में शंकराचार्य समाधि स्थल का कार्य चल रहा था. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत दूसरे चरण के कार्य होने हैं, जिनको करने के लिए धाम में मशीनें भी पहुंचाई गई हैं. मगर लगातार हो रही बर्फबारी ने निर्माण कार्यों पर ब्रेक लगा दिया है.
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बर्फबारी के कारण 40 से ज्यादा मजबूर सोनप्रयाग लौट आए हैं. बढ़ती ठंड से पुनर्निर्माण कार्य करना भी मुश्किल हो रहा था. केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य कर रही वुड स्टोन कंपनी के प्रबंधन मनोज सेमवाल ने कहा कि धाम में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण पुनर्निर्माण कार्य करना मुश्किल हो रहा है. धाम में चार से पांच फीट तक बर्फ जमा हो चुकी है, जिस कारण पुनर्निर्माण कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं.
उन्होंने बताया कि बर्फबारी होने से चालीस के करीब मजदूर भी वापस लौट आए हैं. केदारनाथ में चारों तरफ बर्फ जमा हो चुकी है. शीतलकर का प्रकोप तेज होने से तापमान में दिनोंदिन गिरावट आने से धाम में रहना मुश्किल हो गया है. ऐसे में पुनर्निर्माण कार्य करना संभव नहीं हैं. केदारनाथ में तापमान माइनस 14 डिग्री दर्ज किया गया है.