रुद्रप्रयाग: बढ़ते कोविड संक्रमण से जनपद की स्वास्थ्य सेवायें बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं. ऐसे में रामकृष्ण मिशन देहरादून ने जिला प्रशासन की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. रामकृष्ण मिशन ने अगस्त्यमुनि महाविद्यालय में 27 ऑक्सीजन बेड का डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर स्थापित कर लोगों को राहत प्रदान की है.
सुविधाओं से युक्त इस कोविड केयर सेंटर में मरीजों को बेहतर उपचार मिल रहा है. वर्तमान में यहां पर 7 मरीज भर्ती हैं. रामकृष्ण मिशन देहरादून के सचिव स्वामी असीमात्मानन्द महाराज ने बताया कि मिशन मानव सेवा ही भगवान की सेवा के मूल मंत्र को स्वीकार करते हुए आपदा में लोगों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहा.
वर्ष 2013 में केदारघाटी में आई भीषण आपदा के बाद भी मिशन ने राहत एवं बचाव कार्य में बढ-चढ़कर हिस्सा लिया था. उस समय मिशन द्वारा केदारघाटी में सर्वप्रथम राहत कार्य प्रारंभ किया गया था. बाद में राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में स्वामी विवेकानन्द पीजी ब्लाॅक और मां शारदा देवी बालिका छात्रावास का निर्माण भी कराया गया था.
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कोविड की दूसरी लहर में जनपद की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई है. इस दौरान मिशन ने जिला प्रशासन की मदद के लिए इसी मां शारदा बालिका छात्रावास को पूर्ण सुविधा युक्त डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाकर केदारघाटी में स्वास्थ्य सुविधाओं की बढ़ोतरी के लिए एक कदम आगे बढ़ाया है.
इस कोविड अस्पताल में मिशन द्वारा एक डाॅक्टर, एक स्टोर कीपर सहित 35 स्टाफ की नियुक्ति की गई है. जबकि प्रशासन द्वारा तीन डाॅक्टर दिए गये हैं. प्रशासन द्वारा सड़क से मरीजों को सीधे सेंटर में लाने के लिए रैम्प बनाया गया है. सड़क पर ही एक रिटायर रूम बनाया गया है, जहां पर डाॅक्टर द्वारा मरीज की जांच की जाती है.
सामान्य लक्षण होने पर उसे अस्पताल में भर्ती किया जाता है, जबकि गंभीर लक्षण पाये जाने पर उसे रेफर किया जाता है. अस्पताल में कोविड पाॅजिटिव एवं संदिग्ध दोनों ही मरीजों के लिए व्यवस्था की गई है. सात बेड आइसोलेशन मरीजों के लिए भी रिजर्व किए गये हैं.