रुद्रप्रयाग: देवस्थानम् प्रबंधन विधेयक के विरोध में तीर्थ पुरोहित समाज सहित विभिन्न संगठनों ने तहसील मुख्यालय ऊखीमठ में जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार का पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज किया. यही नहीं प्रदर्शनकारियों ने तहसील प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर आन्दोलन को और उग्र करने की चेतावनी भी दी.
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत तीर्थ पुरोहित समाज, चारधाम महा पंचायत, केदार सभा, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों का दल भारत सेवा आश्रम ऊखीमठ में एकत्रित हुआ. यहां से इन लोगों ने प्रदेश सरकार व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शन करते हुए आंदोलनकारियों ने मुख्य बस स्टेशन पर एक सभा का आयोजन भी किया.
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सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि हमारे पूर्वज युगों से चारधाम यात्रा सहित मदमहेश्वर, तुंगनाथ के साथ ही पंच केदार, पंच बदरी तथा पंच प्रयागों की यात्रा व्यवस्था का संचालन करते आ रहे हैं. लेकिन, अब प्रदेश सरकार देवस्थानम् प्रबंधन विधेयक लाकर तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूकों के साथ धोखा कर रही है.
वक्ताओं ने ये भी कहा कि 2017 में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में प्रदेश सरकार के घोषणा पत्र में देवस्थानम् प्रबंधन विधेयक का कोई जिक्र नहीं था. यदि प्रदेश सरकार देवस्थानम् प्रबंधन विधेयक की बजाय चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं में सुधार लाने का प्रयास करे तो तीर्थाटन एवं पर्यटन व्यवसाय के साथ मन्दिर समिति की आय में भी वृद्धि होगी.