रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में डिजिटल इंडिया (Digital India) बस एक कहावत से ज्यादा कुछ नहीं है. जिसकी वजह से तीर्थ यात्रियों को कैश के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. केदारनाथ में बीएसएनएल के अलावा दो से तीन प्राइवेट कंपनियों के टावर हैं, लेकिन पैसों का लेन-देन नकदी में किया जा रहा है. डिजिटल पेमेंट नहीं होने से तीर्थयात्री परेशान हैं. हालांकि, केदारनाथ धाम में एक एटीएम मशीन लगी है, लेकिन इस मशीन से रात के समय ही कुछ नेपाली मजदूर पैसे निकाल लेते हैं और तीर्थयात्रियों से एक्स्ट्रा पैसा लेकर उन्हें कैश दे रहे हैं. जिस कारण तीर्थ यात्रियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है.
बता दें कि इन दिनों केदारनाथ यात्रा में भारी संख्या में तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं. जिसका फायदा नेपाली मूल के लोग उठा रहे हैं. ये नेपाली मूल के मजदूर केदारनाथ धाम में लगे एटीएम मशीन से बिजनेस कर रहे हैं. एक ओर जहां व्यापारी तीर्थयात्रियों से सामान का पैसा डिजिटल पेमेंट के बजाय नकद मांग रहे हैं. वहीं, मजदूर तीर्थ यात्रियों को कैश देने के बदले एक्स्ट्रा चार्ज ले रहे हैं.
केदारनाथ में इस तरह से नेपाली मजदूरों की बिजनेस करने से यात्री भी हैरान हैं. अब तक बाबा के धाम में साढ़े 13 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं. हर दिन यात्रियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. बढ़ती संख्या को देखते हुए नेपाली मूल के लोग इसका पूरा फायदा उठा रहे हैं.
केदारनाथ आपदा के बाद से धाम में कोई भी बैंक नहीं है. जबकि बड़ी मुश्किल से पिछले साल केदारनाथ धाम में एक एटीएम मशीन लगाई गई, लेकिन इस एटीएम मशीन का फायदा तीर्थ यात्रियों के बजाय नेपाली मूल के मजदूर उठा रहे हैं. नेपाली मूल के कुछ मजदूर एटीएम के आसपास घूम रहे हैं और जैसे ही एटीएम में पैसे डाले जा रहे हैं. वे एटीएम से धनराशि को निकालकर खाली कर दे रहे हैं.
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इन नेपाली मजदूरों को एटीएम कर्मचारियों के आने और जाने का समय मालूम रहता है. जिसका ये पूरा फायदा उठा रहे हैं. एटीएम से पैसे निकालने के बाद नेपाली मजदूर आसपास ही घूमते हैं. और जैसे कोई यात्री उनको वहां दिखता है तो उसके पास जाकर एक्स्ट्रा पैसा लेकर उसे कैश देते हैं. कोलकाता से आए तीर्थयात्री शोभित दास ने कहा केदारनाथ धाम में लगे एटीएम मशीन में कैश की प्रॉब्लम है. नेपाली लोग पैसे निकालकर ले जा रहे हैं और बिजनेस कर रहे हैं.
शोभित दास ने कहा एक हजार कैश देने के लिए पर नेपाली मजदूर पचास रुपए चार्ज कर रहे हैं. इसी तरह अगर किसी को दस हजार की जरूरत है तो सीधे पांच सौ रुपए अतिरिक्त मांगे जा रहे हैं. यहां नेपाली मूल के लोगों ने एटीएम मशीन को ही अपना बिजनेस बना दिया है. बैंक कर्मचारी रात के समय पैसा डाल रहे हैं और रात को ही नेपाली मूल के लोग पैसे निकाल लेते हैं. सुबह से शाम तक एटीएम मशीन में कैश की प्रॉब्लम होती है.
एक ही एटीएम मशीन होने से यात्री खासी परेशान है. इस एटीएम मशीन में भी सुरक्षा गार्ड की तैनाती भी नहीं की गई है. जो तीर्थयात्रियों को सही से जानकारी दे सके. तीर्थयात्रियों ने कहा एटीएम मशीन में हर समय पैसा उपलब्ध रहना चाहिए. साथ ही एटीएम मशीन के बाहर सुरक्षा गार्ड भी तैनात किया जाना चाहिए. देश-विदेश से श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच रहे हैं. यहां सब सामान कैश में ही मिल रहा है. डिजिटल का कोई भी दुकानदार प्रयोग नहीं कर रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन को तीर्थयात्रियों की परेशानियों को समझकर हर समय कैश उपलब्ध करवाना चाहिए.