रुद्रप्रयाग: जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग की शिफ्टिंग (Shifting of Rudraprayag District Hospital) को लेकर अब स्थानीय लोगों का संघर्ष सड़क तक पहुंच गया है. जिला चिकित्सालय में धरना देने के बाद लोगों ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया और प्रशासन, सरकार और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेजाबी की. वहीं, अस्पताल शिफ्टिंग के विरोध में धरना 6वें दिन भी जारी रहा. स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक अस्पताल को यथावत नहीं रखा जाता, उनका आंदोलन जारी रहेगा.
बता दें, जिला अस्पताल से कुछ ब्रांचों को माधवाश्रम अस्पताल कोटेश्वर (Madhavashram Hospital Koteshwar) में शिफ्ट किया जा रहा है. इसको लेकर स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने सामान को कोटेश्वर पहुंचाने को लेकर 6 दिन से ट्रक को भी रोका हुआ है. उन्होंने अस्पताल के शिफ्ट होने को जन विरोधी बताया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय को सीएचसी सेंटर बताया है. ऐसे में अस्पताल को कोटेश्वर शिफ्ट किया जा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर यह अस्पताल सीएचसी सेंटर है, तो पहले ही जनता को बताया जाना चाहिए था. इस अस्पताल का उद्घाटन भी जिला अस्पताल के रूप में किया गया है.
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उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल से आर्थोपेडिक एवं जनरल सर्जरी के साथ ही आंख, नाक-कान-गला आदि की ब्रांच कोटेश्वर अस्पताल में शिफ्ट होने से स्थानीय लोगों के साथ ही जिलेभर की जनता को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. आखिरकार मुख्य बाजार के बीच इस बड़े भवन को जनता से क्या लाभ मिलेगा? ग्रामीणों का कहना है कि इसके लिए अगर आंदोलन को और आगे बढ़ाना पड़े, तो वो पीछे नहीं हटेंगे.