रुद्रप्रयाग: जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग (District Hospital Rudraprayag) को कोटेश्वर शिफ्ट किये जाने को लेकर स्थानीय जनता अस्पताल प्रांगण में आंदोलन कर रही है. वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों ने कोटेश्वर माश्रवाश्रम अस्पताल में ओपीडी शुरू होने पर खुशी जाहिर कर मिष्ठान वितरित किया. अब कोटेश्वर में जिला अस्पताल (Shift to District Hospital Koteshwar) के रूप में शुरूआत में कुछ यूनिटों को लेकर ओपीडी का कार्य शुरू हो गया है.
बता दें कि रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल की कुछ ब्रांचों को कोटेश्वर में शिफ्ट करने को लेकर आठ दिसम्बर से स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं. आंदोलन को सात दिन हो गये हैं, लेकिन प्रशासन का कोई भी अधिकारी इन लोगों से नहीं मिला है. जबकि क्षेत्रीय विधायक भी लोगों की सुध नहीं ले रहे हैं. ऐसे में जिला अस्पताल की ब्रांचें धीरे-धीरे कोटेश्वर में शिफ्ट होती जा रही हैं. कोटेश्वर स्थित माधवाश्रम अस्पताल में ऑर्थोपेडिक विभाग विभाग के साथ ही आंख, नाक-कान-गला एवं अन्य यूनिटों को लेकर ओपीडी शुरू भी हो गई है.
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अनेक जगहों से कई मरीज उपचार के लिए यहां पहुंचने लगे हैं, जबकि जिला चिकित्सालय में अब उक्त यूनिटों से जुड़े मरीजों को कोटेश्वर जाने के लिए कहा जा रहा है. जिला चिकित्सालय के ब्रांचे कोटेश्वर अस्पताल में शिफ्ट होने के बाद अस्पताल शुरू होने पर यहां कुछ लोगों ने मिष्ठान वितरित कर जश्न मनाया. साथ ही कहा कि अस्पताल के कोटेश्वर शिफ्ट होने का लाभ सभी को मिलेगा. वहीं जिला अस्पताल को कोटेश्वर शिफ्ट किये जाने को लेकर स्थानीय जनता दो धड़ों में बंट गई हैं.
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धरने पर लोगों ने कहा कि जिला अस्पताल की ब्रांचे शिफ्ट होने के कारण जनता को परेशानियां होने लगी हैं.मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बिंदेश कुमार शुक्ला ने बताया कि रुद्रप्रयाग में जिला चिकित्सालय की दो यूनिटें रहेंगी. मुख्य बाजार में जो जिला चिकित्सालय है, उसे 108 स्वामी सच्चिदानंद जिला चिकित्सालय के रूप में संचालित किया जाएगा, जबकि कोटेश्वर में जिला चिकित्सालय को माधवाश्रम जिला चिकित्सालय के रूप में संचालित किया जाएगा.
दोनों अस्पतालों में आकस्मिक सेवाएं चलती रहेंगी. दोनों अस्पतालों पर जिला चिकित्सालय के बोर्ड लगाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि जनरल सर्जरी, ऑर्थोपेडिक विभाग, ईएनटी को कोटेश्वर अस्पताल में शिफ्ट कर लिया गया है. जगह की कमी होने के कारण रुद्रप्रयाग अस्पताल में सभी विभागों को चलाना मुश्किल हो रहा था. ऐसे में रुद्रप्रयाग अस्पताल में गायनी एवं फिजिशियन डिपार्टमेंट को चलाया जा रहा है.