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18 सालों से सड़क की मांग कर रहे लुठियाग के ग्रामीण, लोकसभा चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी - Luthiag Village

Luthiag Village रुद्रप्रयाग जिले के ग्राम पंचायत लुठियाग में ग्रामीण लंबे समय से रोड की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि उनकी समस्या पर गौर नहीं कर रहे हैं. जिसक कारण उन्हें आए दिन गांव से सड़क तक की दूरी पैदल नापनी पड़ती है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 6, 2024, 8:50 AM IST

रुद्रप्रयाग: विकासखंड जखोली की ग्राम पंचायत लुठियाग आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं. ग्रामीण 18 साल से सड़क की मांग को लेकर विभाग के चक्कर लगाने के साथ ही सरकार और शासन-प्रशासन से मांग कर चुके हैं. मगर उनकी यह मांग पूरी नहीं हो पा रही है. ऐसे में ग्रामीणों ने आंदोलन के साथ ही लोकसभा चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है. ग्रामीणों ने दो टूक कहा कि यदि 31 जनवरी तक उनकी मांग पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई तो वो सरकार और विभाग के खिलाफ आंदोलन के लिए मजबूर हो जायेंगे.

विकासखंड जखोली की ग्राम पंचायत लुठियाग के ग्रामीण 18 सालों से सड़क की मांग कर रहे हैं. उनकी इस मांग पर कई से भी सकारात्मक कार्रवाई नहीं की जा रही है. जिस कारण ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है. ग्रामीणों ने विधायक भरत सिंह चैधरी, डीएम डाॅ सौरभ गहरवार एवं लोनिवि के ईई इन्द्रजीत बोस को ज्ञापन भेजते हुए कहा कि सड़क के अभाव में ग्रामीण जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा समस्या स्कूली छात्रों को हो रही है. तीन से चार साल के बच्चे प्राइमरी कक्षा के लिए पांच किमी दूर पैदल चलकर जाते हैं, जबकि बीमार लोगों को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाने में दिक्कतें हो रही हैं.
पढ़ें-रुद्रप्रयाग: सालों से डंडी-कंडी के सहारे जिंदगी, ग्रामीणों ने बदरीनाथ हाईवे किया जाम

इसके साथ ही क्षेत्र में गुलदार का आतंक भी बना रहता है. प्रधान दिनेश सिंह कैंतुरा, सुदीपा देवी, शशी देवी, सीता देवी कैंतुरा, सैन सिंह मेहरा ने कहा कि रोड़ के लिए वर्ष 2005 से कई बार सर्वे हो चुका है. मार्ग का लोनिवि, राजस्व एवं वन विभाग आज तक संयुक्त सर्वे नहीं कर पाया है. जबकि शासन से मार्ग निर्माण को लेकर प्रथम चरण का धन लोनिवि को आवंटित भी हो चुका है. अधिकारी संयुक्त सर्वे की बात कहकर हर बार पल्ला झाड़ देते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम पंचायत में 450 परिवार निवास करते हैं, जिनकी आबादी 1600 के करीब है. सड़क सुविधा नहीं होने से स्वास्थ्य केन्द्र के लिए कई किमी पैदल चलना पड़ता है. बीमार होने पर बुजुर्ग एवं महिला को ले जाने में समस्या होती है. सबसे ज्यादा समस्या प्रसव पीड़ा से परेशान महिला को ले जाने में होती है. पालकी के सहारे किसी तरह मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जाता है.
पढ़ें-रोड की मांग को लेकर ग्रामीण मुखर, चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी

सामाजिक कार्यकर्ता सैन सिंह मेहरा ने कहा कि एक ओर केन्द्र व प्रदेश सरकार हर गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने की बात कर रही है, वहीं रुद्रप्रयाग विधानसभा का लुठियाग गांव आज तक सड़क से वंचित है. शिक्षा के लिए छोटे-छोटे नौनिहालों को पांच किमी दूर जाना पड़ता है. सड़क मार्ग के अभाव में पर्यटन एवं कृषि का लाभ भी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है. सड़क मार्ग का निर्माण होने से ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि एक माह के भीतर मोटर मार्ग निर्माण की कार्रवाई शुरू नहीं हुई तो ग्रामीण जनता उग्र आंदोलन के साथ ही लोकसभा चुनाव बहिष्कार के लिए मजबूर हो जाएगी.

रुद्रप्रयाग: विकासखंड जखोली की ग्राम पंचायत लुठियाग आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं. ग्रामीण 18 साल से सड़क की मांग को लेकर विभाग के चक्कर लगाने के साथ ही सरकार और शासन-प्रशासन से मांग कर चुके हैं. मगर उनकी यह मांग पूरी नहीं हो पा रही है. ऐसे में ग्रामीणों ने आंदोलन के साथ ही लोकसभा चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है. ग्रामीणों ने दो टूक कहा कि यदि 31 जनवरी तक उनकी मांग पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई तो वो सरकार और विभाग के खिलाफ आंदोलन के लिए मजबूर हो जायेंगे.

विकासखंड जखोली की ग्राम पंचायत लुठियाग के ग्रामीण 18 सालों से सड़क की मांग कर रहे हैं. उनकी इस मांग पर कई से भी सकारात्मक कार्रवाई नहीं की जा रही है. जिस कारण ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है. ग्रामीणों ने विधायक भरत सिंह चैधरी, डीएम डाॅ सौरभ गहरवार एवं लोनिवि के ईई इन्द्रजीत बोस को ज्ञापन भेजते हुए कहा कि सड़क के अभाव में ग्रामीण जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा समस्या स्कूली छात्रों को हो रही है. तीन से चार साल के बच्चे प्राइमरी कक्षा के लिए पांच किमी दूर पैदल चलकर जाते हैं, जबकि बीमार लोगों को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाने में दिक्कतें हो रही हैं.
पढ़ें-रुद्रप्रयाग: सालों से डंडी-कंडी के सहारे जिंदगी, ग्रामीणों ने बदरीनाथ हाईवे किया जाम

इसके साथ ही क्षेत्र में गुलदार का आतंक भी बना रहता है. प्रधान दिनेश सिंह कैंतुरा, सुदीपा देवी, शशी देवी, सीता देवी कैंतुरा, सैन सिंह मेहरा ने कहा कि रोड़ के लिए वर्ष 2005 से कई बार सर्वे हो चुका है. मार्ग का लोनिवि, राजस्व एवं वन विभाग आज तक संयुक्त सर्वे नहीं कर पाया है. जबकि शासन से मार्ग निर्माण को लेकर प्रथम चरण का धन लोनिवि को आवंटित भी हो चुका है. अधिकारी संयुक्त सर्वे की बात कहकर हर बार पल्ला झाड़ देते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम पंचायत में 450 परिवार निवास करते हैं, जिनकी आबादी 1600 के करीब है. सड़क सुविधा नहीं होने से स्वास्थ्य केन्द्र के लिए कई किमी पैदल चलना पड़ता है. बीमार होने पर बुजुर्ग एवं महिला को ले जाने में समस्या होती है. सबसे ज्यादा समस्या प्रसव पीड़ा से परेशान महिला को ले जाने में होती है. पालकी के सहारे किसी तरह मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जाता है.
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सामाजिक कार्यकर्ता सैन सिंह मेहरा ने कहा कि एक ओर केन्द्र व प्रदेश सरकार हर गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने की बात कर रही है, वहीं रुद्रप्रयाग विधानसभा का लुठियाग गांव आज तक सड़क से वंचित है. शिक्षा के लिए छोटे-छोटे नौनिहालों को पांच किमी दूर जाना पड़ता है. सड़क मार्ग के अभाव में पर्यटन एवं कृषि का लाभ भी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है. सड़क मार्ग का निर्माण होने से ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि एक माह के भीतर मोटर मार्ग निर्माण की कार्रवाई शुरू नहीं हुई तो ग्रामीण जनता उग्र आंदोलन के साथ ही लोकसभा चुनाव बहिष्कार के लिए मजबूर हो जाएगी.

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