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पांडव लीला: अभिमन्यु वध का मंचन देखकर छलक उठे दर्शकों के आंसू - उत्तराखंड समाचार

स्यूर बांगर में इन दिनों चल रहे पांडव लीला का देखने के दूर-दराज से लोग पहुंच रहे है. क्षेत्र में यह स्यूर बांगर चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, अर्जुन का 16 वर्षीय पुत्र अभिमन्यु जब युद्व के लिए मैदान में कौरवों के खिलाफ उतरता है तो ये दृश्य दर्शकों को भावविभोर कर देता है.

chakravyuh stage in Rudraprayag
अभिमन्यु वध देखकर छलक उठे दर्शकों के आंसू
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Published : Dec 8, 2019, 4:54 PM IST

Updated : Dec 8, 2019, 7:55 PM IST

रुद्रप्रयाग: जखोली ब्लॉक के दूरस्थ क्षेत्र स्यूर बांगर में चल रही पांडव लीला में चक्रव्यूह का भावपूर्ण मंचन किया गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में दर्शकों ने चक्रव्यूह मंचन का आनंद उठाया. चक्रव्यूह के अंत में अभिमन्यु के वध होने पर उपस्थित दर्शकों की आंखों से आंसू छलक उठे. चक्रव्यूह देखने के लिए दूर-दराज से सैकड़ों की सख्यां में दर्शक पहुंचे थे.

बता दें स्यूर बांगर में चल रहे पांडव लीला को लेकर क्षेत्रीय लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. कौरव पांडवों को परास्त करने के लिए चक्रव्यूह की रचना करते हैं. चक्रव्यूह भेदने के लिए कौरव दल ढोल नगाड़ों के साथ आयोजन स्थल पर पहुंचे. जहां पर कौरवों की ओर से पांडव दल ने चक्रव्यूह भेदन का न्यौता भेजा, तथा अर्जुन के 16 वर्षीय पुत्र अभिमन्यु कौरवों से युद्ध करने के लिए मैदान में उतरता है.
अभिमन्यु प्रथम द्वार खड़े जयद्रथ को मारकर व्यूह के प्रवेश करते हैं. जिसके बाद अभिमन्यु अकेले ही चक्रव्यूह के अंदर युद्ध करता है. इस दौरान वह एक के बाद एक द्वार तोड़ने में वह सफल हो जाता है. जैसे ही छठे द्वार तोड़ने के बाद वह सातवें द्वार पर पहुंचता है. तो शंकुनी अपनी कूटनीतिक चालों से दुर्योधन को बदला लेने के लिए उकसाते हैं, तथा अभिमन्यु से अस्त्र-शस्त्र छीनकर कौरव छल कपट से अभिमन्यु का वध कर देते हैं.

अभिमन्यु वध का मंचन देखकर छलक उठे दर्शकों के आंसू

ये भी पढ़ें:एसडीएम खटीमा की अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई, दो ट्रैक्टर-ट्रॉली किए सीज

जहां कौरवों द्वारा बनाए गए चक्रव्यूह को भेदते हुए अभिमन्यु युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो जाता है. अभिमन्यु के पात्र के अभिनय को देखकर दर्शक भावुक हो उठते हैं. तथा कुछ देर के लिए वहां का वातावरण गमगीन हो गया. सभी पात्रों की ओर से लीला का संजीव मंचन किया गया.

इस दौरान विधायक भरत सिंह चौधरी ने ग्रामीणों से आपसी सहयोग व सौहार्दपूर्ण वातावरण सृजित कर क्षेत्र के विकास में आगे आने को कहा. साथ ही ग्रामीणों से केंद्र व प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया है.

रुद्रप्रयाग: जखोली ब्लॉक के दूरस्थ क्षेत्र स्यूर बांगर में चल रही पांडव लीला में चक्रव्यूह का भावपूर्ण मंचन किया गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में दर्शकों ने चक्रव्यूह मंचन का आनंद उठाया. चक्रव्यूह के अंत में अभिमन्यु के वध होने पर उपस्थित दर्शकों की आंखों से आंसू छलक उठे. चक्रव्यूह देखने के लिए दूर-दराज से सैकड़ों की सख्यां में दर्शक पहुंचे थे.

बता दें स्यूर बांगर में चल रहे पांडव लीला को लेकर क्षेत्रीय लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. कौरव पांडवों को परास्त करने के लिए चक्रव्यूह की रचना करते हैं. चक्रव्यूह भेदने के लिए कौरव दल ढोल नगाड़ों के साथ आयोजन स्थल पर पहुंचे. जहां पर कौरवों की ओर से पांडव दल ने चक्रव्यूह भेदन का न्यौता भेजा, तथा अर्जुन के 16 वर्षीय पुत्र अभिमन्यु कौरवों से युद्ध करने के लिए मैदान में उतरता है.
अभिमन्यु प्रथम द्वार खड़े जयद्रथ को मारकर व्यूह के प्रवेश करते हैं. जिसके बाद अभिमन्यु अकेले ही चक्रव्यूह के अंदर युद्ध करता है. इस दौरान वह एक के बाद एक द्वार तोड़ने में वह सफल हो जाता है. जैसे ही छठे द्वार तोड़ने के बाद वह सातवें द्वार पर पहुंचता है. तो शंकुनी अपनी कूटनीतिक चालों से दुर्योधन को बदला लेने के लिए उकसाते हैं, तथा अभिमन्यु से अस्त्र-शस्त्र छीनकर कौरव छल कपट से अभिमन्यु का वध कर देते हैं.

अभिमन्यु वध का मंचन देखकर छलक उठे दर्शकों के आंसू

ये भी पढ़ें:एसडीएम खटीमा की अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई, दो ट्रैक्टर-ट्रॉली किए सीज

जहां कौरवों द्वारा बनाए गए चक्रव्यूह को भेदते हुए अभिमन्यु युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो जाता है. अभिमन्यु के पात्र के अभिनय को देखकर दर्शक भावुक हो उठते हैं. तथा कुछ देर के लिए वहां का वातावरण गमगीन हो गया. सभी पात्रों की ओर से लीला का संजीव मंचन किया गया.

इस दौरान विधायक भरत सिंह चौधरी ने ग्रामीणों से आपसी सहयोग व सौहार्दपूर्ण वातावरण सृजित कर क्षेत्र के विकास में आगे आने को कहा. साथ ही ग्रामीणों से केंद्र व प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया है.

Intro:अभिमन्यु वध देखकर छलक उठे दर्शकों के आंसू
स्यूर बांगर में आयोजित चक्रव्यूह मंचन देखने को उमड़े दर्शक
रुद्रप्रयाग। जखोली ब्लाॅक के दूरस्थ क्षेत्र स्यूर बांगर में चल रहे पाण्डव लीला में चक्रव्यूह का भावपूर्ण मंचन किया। इस दौरान सैकडों की संख्या में दर्शकों ने चक्रव्यूह मंचन का आनंद उठाया। चक्रव्यूह के अंत में अभिमन्यु के वध होने पर उपस्थित दर्शकों की आंखों से आंसू छलक उठे।Body:स्यूर बांगर में चल रहे पांडव लीला को लेकर क्षेत्रीय लोगों में काफी उत्साह देखा जा जा रहा है। कौरव पांडवों को परास्त करने के लिए चक्रव्यूह की रचना करते हैं। चक्रव्यूह भेदने के लिए कौरव दल ढोल नगाडों के साथ आयोजन स्थल पर पहुंचे, जहां पर कौरवों की ओर से पांडव दल ने चक्रव्यूह भेदन का न्यौता भेजा तथा अर्जुन के 16 वर्षीय पुत्र अभिमन्यु कौरवों से युद्ध करने के लिए मैदान में उतरता है। अभिमन्यु प्रथम द्वार खडे जयद्रथ को मारकर व्यूह के प्रवेश करते हैं। जिसके बाद अभिमन्यु अकेले ही चक्रव्यूह के अंदर युद्ध करता है, एक के बाद एक द्वार तोड़ने में वह सफल हो जाता है। जैसे ही छटवें द्वार तोड़ने के बाद वह सातवें द्वार पर पहुंचता है, तो शंकुनी अपनी कूटनीतिक चालों से दुर्योधन बदला लेने के लिए समझाते हैं तथा अभिमन्यु से अस्त्र-शस्त्र छीनकर कौरव दल छल कपट से अभिमन्यु का बध कर देते हैं। जहां कौरवो द्वारा बनाए गए चक्रव्यूह को भेदते हुए अभिमन्यु युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो जाता है। अभिमन्यु के पात्र के अभिनय को देखकर दर्शक भावुक हो उठते हैं तथा कुछ देर के लिए वहां का वातावरण गमगीन हो गया। सभी पात्रों की ओर से लीला का संजीव मंचन किया गया। इस अवसर पर विधायक भरत सिंह चैधरी ने ग्रामीणों से आपसी सहयोग व सौहार्दपूर्ण वातावरण सृजित कर क्षेत्र के विकास में आगे आने का आह्वान किया है। उन्होंने ग्रामीणों से केंद्र व प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराते हुए उनका लाभ उठाने का आह्वान किया है। इस अवसर प्रमुख प्रदीप थपलियाल व जिपंस रेखा बुटोला चैहान,पूर्व जिला पंचायत सदस्य बीरेंद्र बुटोला ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए क्षेत्रीय विधायक से राजकीय उमावि स्यूर बांगर का इण्टर कालेज में उच्चीकरण करने की मांग की है।Conclusion:
Last Updated : Dec 8, 2019, 7:55 PM IST
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