रुद्रप्रयाग: जखोली ब्लॉक के दूरस्थ क्षेत्र स्यूर बांगर में चल रही पांडव लीला में चक्रव्यूह का भावपूर्ण मंचन किया गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में दर्शकों ने चक्रव्यूह मंचन का आनंद उठाया. चक्रव्यूह के अंत में अभिमन्यु के वध होने पर उपस्थित दर्शकों की आंखों से आंसू छलक उठे. चक्रव्यूह देखने के लिए दूर-दराज से सैकड़ों की सख्यां में दर्शक पहुंचे थे.
बता दें स्यूर बांगर में चल रहे पांडव लीला को लेकर क्षेत्रीय लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. कौरव पांडवों को परास्त करने के लिए चक्रव्यूह की रचना करते हैं. चक्रव्यूह भेदने के लिए कौरव दल ढोल नगाड़ों के साथ आयोजन स्थल पर पहुंचे. जहां पर कौरवों की ओर से पांडव दल ने चक्रव्यूह भेदन का न्यौता भेजा, तथा अर्जुन के 16 वर्षीय पुत्र अभिमन्यु कौरवों से युद्ध करने के लिए मैदान में उतरता है.
अभिमन्यु प्रथम द्वार खड़े जयद्रथ को मारकर व्यूह के प्रवेश करते हैं. जिसके बाद अभिमन्यु अकेले ही चक्रव्यूह के अंदर युद्ध करता है. इस दौरान वह एक के बाद एक द्वार तोड़ने में वह सफल हो जाता है. जैसे ही छठे द्वार तोड़ने के बाद वह सातवें द्वार पर पहुंचता है. तो शंकुनी अपनी कूटनीतिक चालों से दुर्योधन को बदला लेने के लिए उकसाते हैं, तथा अभिमन्यु से अस्त्र-शस्त्र छीनकर कौरव छल कपट से अभिमन्यु का वध कर देते हैं.
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जहां कौरवों द्वारा बनाए गए चक्रव्यूह को भेदते हुए अभिमन्यु युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो जाता है. अभिमन्यु के पात्र के अभिनय को देखकर दर्शक भावुक हो उठते हैं. तथा कुछ देर के लिए वहां का वातावरण गमगीन हो गया. सभी पात्रों की ओर से लीला का संजीव मंचन किया गया.
इस दौरान विधायक भरत सिंह चौधरी ने ग्रामीणों से आपसी सहयोग व सौहार्दपूर्ण वातावरण सृजित कर क्षेत्र के विकास में आगे आने को कहा. साथ ही ग्रामीणों से केंद्र व प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया है.