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एमवी एक्ट: इंश्योरेंस कंपनी और प्रदूषण जांच केंद्र के बाहर लगी वाहनों की लंबी कतार

मोटर व्हीकल के नए नियम लागू होने के बाद जुर्माने में बढ़ोतरी देख कमर्शियल और प्राईवेट वाहन स्वामियों में हड़कंप मच गया है. इंश्योरेंस कंपनी और प्रदूषण जांच केंद्र के बाहर वाहनों की कतार लगी हुई है.

इंश्योरेंस कंपनी और प्रदूषण जांच केंद्र के बाहर वाहनों की लंबी कतार.
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Published : Sep 17, 2019, 7:17 AM IST

रुद्रप्रयाग: नया मोटर व्हीकल नियम लागू होने के बाद से ही कमर्शियल और प्राईवेट वाहन स्वामियों में हड़कंप मचा हुआ है. नए नियम के अनुसार जुर्माने में काफी बढ़ोतरी की गई है. जिस कारण इन दिनों इंश्योरेंस कंपनी और प्रदूषण जांच केंद्र के बाहर वाहनों की कतार लगी हुई है. वहीं, भाजयुमो जिला महामंत्री विकास डिमरी ने कहा कि नए नियमों के लागू होने से लोग काफी जागरूक हुए हैं.

प्रदूषण जांच केंद्र के बाहर वाहनों की लंबी कतार.

भाजयुमो जिला महामंत्री विकास डिमरी का कहना है कि पहले नाबालिक बच्चे भी वाहनों को चलाया करते थे, जिससे सड़क दुर्घटनाएं काफी होती थी. बिना इंश्योरेंस और प्रदूषण जांच के ही लोग वाहन चलाया करते थे. साथ ही हेलमेट पहनना भी लोगों को पसंद नहीं था. अब सभी लोग नियमों का पालन कर रहे हैं. ऐसे में सड़क दुर्घटनाओं में काफी अंकुश लगेगा और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा.

पढ़ें: पंचायत के एक्शन में 'पावर' दिखाने के लिए दलों ने कसी कमर, तारीखों का हुआ एलान

वहीं, प्रदूषण जांच केंद्र के प्रबंधक ओमप्रकाश पोखरियाल ने कहा कि नए नियम लागू होने से पहले एक या दो प्राईवेट वाहन ही जांच के लिए आते थे. लेकिन अब हर दिन पचास से साठ वाहन स्वामी अपने वाहनों का प्रदूषण जांच करवा रहे हैं. इनमें सबसे ज्यादा दोपहिया वाहन स्वामी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि प्रदूषण जांच केंद्र में प्राईवेट वाहनों की संख्या बढ़ रही है.

रुद्रप्रयाग: नया मोटर व्हीकल नियम लागू होने के बाद से ही कमर्शियल और प्राईवेट वाहन स्वामियों में हड़कंप मचा हुआ है. नए नियम के अनुसार जुर्माने में काफी बढ़ोतरी की गई है. जिस कारण इन दिनों इंश्योरेंस कंपनी और प्रदूषण जांच केंद्र के बाहर वाहनों की कतार लगी हुई है. वहीं, भाजयुमो जिला महामंत्री विकास डिमरी ने कहा कि नए नियमों के लागू होने से लोग काफी जागरूक हुए हैं.

प्रदूषण जांच केंद्र के बाहर वाहनों की लंबी कतार.

भाजयुमो जिला महामंत्री विकास डिमरी का कहना है कि पहले नाबालिक बच्चे भी वाहनों को चलाया करते थे, जिससे सड़क दुर्घटनाएं काफी होती थी. बिना इंश्योरेंस और प्रदूषण जांच के ही लोग वाहन चलाया करते थे. साथ ही हेलमेट पहनना भी लोगों को पसंद नहीं था. अब सभी लोग नियमों का पालन कर रहे हैं. ऐसे में सड़क दुर्घटनाओं में काफी अंकुश लगेगा और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा.

पढ़ें: पंचायत के एक्शन में 'पावर' दिखाने के लिए दलों ने कसी कमर, तारीखों का हुआ एलान

वहीं, प्रदूषण जांच केंद्र के प्रबंधक ओमप्रकाश पोखरियाल ने कहा कि नए नियम लागू होने से पहले एक या दो प्राईवेट वाहन ही जांच के लिए आते थे. लेकिन अब हर दिन पचास से साठ वाहन स्वामी अपने वाहनों का प्रदूषण जांच करवा रहे हैं. इनमें सबसे ज्यादा दोपहिया वाहन स्वामी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि प्रदूषण जांच केंद्र में प्राईवेट वाहनों की संख्या बढ़ रही है.

Intro:मोटर व्हीकल के नये नियमों के बाद सच्चाई आई सामने
दस प्रतिशत लोग ही कर रहे थे नियमों का पालन
नये नियम लागू होने के बाद प्रदूषण जांच केन्द्र एवं इंश्योरेंस कंपनी के बाहर वाहन स्वामियों की कतार
रुद्रप्रयाग। नया मोटर व्हीकल नियम लागू होने के बाद से प्राईवेट वाहन चालकों ने यातायात नियमों का पालन करना शुरू कर दिया है। जो प्राईवेट वाहन स्वामी कल तक इंश्योरेंस और प्रदूषण जांच के बिना सड़कों पर अपना वाहन दौड़ाते थे, वही अब नियमों का पालन करने लगे हैं। इन दिनों इंश्योरेंस कंपनी और प्रदूषण जांच केन्द्र के बाहर वाहनों की कतार लगी हुई है। Body:दरअसल, नया मोटर व्हीकल नियम लागू किया गया है, जिसमें जुर्माने की बढ़ोत्तरी काफी की गई है। ऐसे में कमर्शियल और प्राईवेट वाहन स्वामियों में हड़कंप सा मचा है। पहले स्थिति यह थी कि दुपहिया वाहन चालक बिना इंश्योरेंस और प्रदूषण जांच के ही वाहनों को दौड़ाने में लगे रहते थे, मगर अब इंश्योरेंस कंपनी और प्रदूषण जांच केन्द्र के बाहर लम्बी कतार लगाकर अपने कागजों को बनवा रहे हैं। जिससे पुलिस और परिवहन विभाग से बचा जा सके। वैसे नये नियम के बाद से लोगों में काफी जागरूकता भी आई है। इंश्योरेंस न होने पर दो हजार का जुर्माना रखा गया है, जबकि प्रदूषण की जांच न होने पर ढाई हजार का जुर्माना लिया जायेगा। भाजयुमो जिला महामंत्री विकास डिमरी ने कहा कि नये नियमों के लागू होने से लोग काफी जागरूक हुए है। पहले नाबालिक बच्चे भी वाहनों को चलाया करते थे, जिससे सड़क दुर्घटनाएं काफी होती थी। बिना इंश्योरेंस और प्रदूषण जांच के ही लोग वाहन चलाया करते थे। हेलमेट पहनना भी लोगों को पसंद नहीं था। अब सभी लोग नियमों को अपनाने लगे हैं। ऐसे में सड़क दुर्घटनाओं में काफी अंकुश लगेगा और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा। प्रदूषण जांच केन्द्र के प्रबंधक ओमप्रकाश पोखरियाल ने बताया कि नये नियम लागू होने से पहले एक या दो प्राईवेट वाहन ही जांच के लिए आते थे, मगर अब हर दिन पचास से साठ वाहन स्वामी अपने वाहनों का प्रदूषण जांच करवा रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा दुपहिया वाहन स्वामी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्रदूषण जांच केन्द्र में प्राईवेट वाहनों की संख्या बढ़ रही है। नये नियम लागू होने के बाद से अब तक पन्द्रह सौ से ज्यादा वाहनों की प्रदूषण जांच की गई है। जिले में बारह हजार से ज्यादा प्राईवेट वाहन है, जिसमें दस प्रतिशत लोगों ने ही प्रदूषण जांच करवाई रखी थी। अब लोगों में समझदारी आ रही है तो वे अपने कागज तैयार करने में लगे हैं।
बाइट - विकास डिमरी, स्थानीय निवासी
बाइट - ओमप्रकाश पोखरियाल, प्रबंधक प्रदूषण जांच केन्द्र Conclusion:
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