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केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर देवदूत बने NDRF और SDRF के जवान, हाथ पकड़कर रास्ता करवा रहे पार

रुद्रप्रयाग में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर देवदूत की भूमिका निभा रहे हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान यात्रियों का हाथ पकड़कर उन्हें रास्ता पार करवा रहे हैं, क्योंकि रास्ते पर बर्फ जम गई है, जिससे वहां फिसलन ज्यादा हो गई है.

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Published : May 26, 2023, 3:56 PM IST

Updated : May 26, 2023, 8:57 PM IST

NDRF और SDRF के सेवाभाव के कायल हुए तीर्थयात्री

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ पैदल मार्ग पर भले ही अब सामान्य आवाजाही हो रही है, लेकिन ग्लेशियर प्वाइंट अभी भी खतरनाक बने हुए हैं. इन ग्लेशियर प्वाइंट पर यात्री फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं और यात्रियों की सहायता में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान मुस्तैद हैं. आलम ये है कि ग्लेशियर वाले स्थानों पर बर्फ कठोर हो चुकी है और फिसलन अधिक हो गई है. प्रशासन की ओर से यात्रियों की सुरक्षा के लिये यहां हर समय सुरक्षा जवानों को तैनात किया गया है.

ग्लेशियर टूटने से घोड़े-खच्चरों का संचालन हुआ प्रभावित: केदारनाथ में अब बर्फबारी का दौर थम चुका है. धाम में अब बर्फ नहीं गिर रही है, लेकिन बारिश और ओलावृष्टि हो रही है. बीती तीन और चार मई को पैदल मार्ग के भैरव और कुबेर में ग्लेशियर टूट गए थे. जिससे यात्रा के लिए तीन दिनों तक यहां से आगे घोड़े-खच्चरों का संचालन नहीं हो पाया. कड़ी मेहनत के बाद बर्फ को काटकर रास्ता तैयार किया गया. यात्रियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए ग्लेशियर प्वाइंट पर चटाई भी बिछाई गई, लेकिन फिर भी दिक्कतें दूर नहीं हुईं.

रात में पहरेदारी कर रहे जवान: ग्लेशियर प्वाइंट पर पैदल मार्ग पर गिरी बर्फ कठोर होकर जम चुकी है और यहां पर फिसलन का खतरा बढ़ गया है. यात्रियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें न हो, इसके लिए हर समय यहां पर यात्रियों की सकुशल आवाजाही के लिये एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं. सुरक्षा जवान यहां पर रात्रि के समय भी पहरा दे रहे हैं. यहां पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के सुरक्षा जवान बच्चों को गोद लेकर और बुजुर्गों का हाथ पकड़कर रास्ता पार करवा रहे हैं. वहीं केदारनाथ यात्रा मार्ग पर ये जवान तीर्थयात्रियों को खतरनाक पैदल मार्ग पर आवागमन करवा रहे हैं. उनके खोए सामान को भी ढूंढकर लौटा रहे हैं. जिससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु जवानों की प्रशंसा कर रहे हैं.

NDRF and SDRF jawans became angels on Kedarnath walking route
बच्चों को गोद में उठाकर मार्ग पार करवाते हुए जवान

डेंजर प्वाइंट पर तीर्थयात्रियों को निकाला जा रहा सुरक्षित: एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर अमीर चंद्र कोठियाल ने बताया कि केदारनाथ धाम की यात्रा पर आए श्रद्धालुओं की हरसंभव मदद की जा रही है, जहां डेंजर प्वाइंट पर तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला जा रहा है, वहीं उनके खोये सामान को भी लौटाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग का कुबेर ग्लेशियर यात्रियों के लिए संवेदनशील बना हुआ है.

ये भी पढ़ें: केदारनाथ धाम में मौसम ठीक होते ही बड़ी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु, बोल बम के जयकारे से गूंज रहा धाम

डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि कुबेर और भैरव ग्लेशियर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है. ये जवान इन स्थानों पर छोटे बच्चों और बुजुर्ग यात्रियों को सकुशल यात्रा करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर जवानों को हर समय तैनात किया गया है, जिससे तीर्थयात्रियों को कोई परेशानी ना हो.

ये भी पढ़ें: मसूरी की महिलाओं में दिखा The Kerala Story का क्रेज, भाजपा महिला मोर्चा ने फ्री में दिखाई फिल्म

NDRF और SDRF के सेवाभाव के कायल हुए तीर्थयात्री

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ पैदल मार्ग पर भले ही अब सामान्य आवाजाही हो रही है, लेकिन ग्लेशियर प्वाइंट अभी भी खतरनाक बने हुए हैं. इन ग्लेशियर प्वाइंट पर यात्री फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं और यात्रियों की सहायता में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान मुस्तैद हैं. आलम ये है कि ग्लेशियर वाले स्थानों पर बर्फ कठोर हो चुकी है और फिसलन अधिक हो गई है. प्रशासन की ओर से यात्रियों की सुरक्षा के लिये यहां हर समय सुरक्षा जवानों को तैनात किया गया है.

ग्लेशियर टूटने से घोड़े-खच्चरों का संचालन हुआ प्रभावित: केदारनाथ में अब बर्फबारी का दौर थम चुका है. धाम में अब बर्फ नहीं गिर रही है, लेकिन बारिश और ओलावृष्टि हो रही है. बीती तीन और चार मई को पैदल मार्ग के भैरव और कुबेर में ग्लेशियर टूट गए थे. जिससे यात्रा के लिए तीन दिनों तक यहां से आगे घोड़े-खच्चरों का संचालन नहीं हो पाया. कड़ी मेहनत के बाद बर्फ को काटकर रास्ता तैयार किया गया. यात्रियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए ग्लेशियर प्वाइंट पर चटाई भी बिछाई गई, लेकिन फिर भी दिक्कतें दूर नहीं हुईं.

रात में पहरेदारी कर रहे जवान: ग्लेशियर प्वाइंट पर पैदल मार्ग पर गिरी बर्फ कठोर होकर जम चुकी है और यहां पर फिसलन का खतरा बढ़ गया है. यात्रियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें न हो, इसके लिए हर समय यहां पर यात्रियों की सकुशल आवाजाही के लिये एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं. सुरक्षा जवान यहां पर रात्रि के समय भी पहरा दे रहे हैं. यहां पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के सुरक्षा जवान बच्चों को गोद लेकर और बुजुर्गों का हाथ पकड़कर रास्ता पार करवा रहे हैं. वहीं केदारनाथ यात्रा मार्ग पर ये जवान तीर्थयात्रियों को खतरनाक पैदल मार्ग पर आवागमन करवा रहे हैं. उनके खोए सामान को भी ढूंढकर लौटा रहे हैं. जिससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु जवानों की प्रशंसा कर रहे हैं.

NDRF and SDRF jawans became angels on Kedarnath walking route
बच्चों को गोद में उठाकर मार्ग पार करवाते हुए जवान

डेंजर प्वाइंट पर तीर्थयात्रियों को निकाला जा रहा सुरक्षित: एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर अमीर चंद्र कोठियाल ने बताया कि केदारनाथ धाम की यात्रा पर आए श्रद्धालुओं की हरसंभव मदद की जा रही है, जहां डेंजर प्वाइंट पर तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला जा रहा है, वहीं उनके खोये सामान को भी लौटाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग का कुबेर ग्लेशियर यात्रियों के लिए संवेदनशील बना हुआ है.

ये भी पढ़ें: केदारनाथ धाम में मौसम ठीक होते ही बड़ी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु, बोल बम के जयकारे से गूंज रहा धाम

डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि कुबेर और भैरव ग्लेशियर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है. ये जवान इन स्थानों पर छोटे बच्चों और बुजुर्ग यात्रियों को सकुशल यात्रा करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर जवानों को हर समय तैनात किया गया है, जिससे तीर्थयात्रियों को कोई परेशानी ना हो.

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Last Updated : May 26, 2023, 8:57 PM IST
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