रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा चरम पर है. चारों धामों में दर्शन के लिए मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी लाइन लग रही है. सबसे ज्यादा श्रद्धालु अभी तक केदारनाथ यात्रा कर चुके हैं. रुद्रप्रयाग प्रशासन भी केदारनाथ यात्रा को श्रद्धालुओं के लिए सुलभ बनाने की पूरी कोशिश निरंतर कर रहा है. दूसरी तरफ सरकार भी पल-पल यात्रा की अपडेट ले रही है. यही सब जानने के लिए कैबिनेट मंत्री एवं रुद्रप्रयाग प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने केदारनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं को जानने के लिए यात्रा मार्ग का दौरा किया.
सौरभ बहुगुणा ने केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड से जंगलचट्टी तक यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव में तैयार किए गए टीन शेड एवं पानी के प्याऊ और प्रीपेड काउंटर का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव में घोड़ा-खच्चरों के लिए बनाई गई चरहियों में समुचित सफाई व्यवस्था और निरंतर गरम पानी उपलब्ध न होने पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने सुलभ इंटरनेशनल, जल संस्थान एवं पशुपालन विभाग को आपसी समन्वय स्थापित कर व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश दिए.
अनफिट घोड़े-खच्चरों का संचालन नहीं: मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. पिछले साल 185 घोड़े-खच्चरों की मौत हुई थी. इस बार अभी तक 70 घोड़े-खच्चरों की मौत हुई है. सरकार और शासन-प्रशासन का यही प्रयास है कि तीर्थयात्रियों को यात्रा पड़ावों में बेहतर व्यवस्थाएं मिलें. साथ ही घोड़े-खच्चरों के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग में बिना पंजीकरण, कमजोर व अनफिट घोड़े-खच्चरों का संचालन किसी भी दशा में न किया जाए. यदि किसी ने ऐसे घोड़े-खच्चरों का संचालन किया तो उसके विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः Chardham Yatra 2023: 21.73 लाख के पार पहुंची यात्रियों की संख्या, हेली सेवा के नाम पर श्रद्धालु से ठगी
ओवर रेटिंग की शिकायत नहीं: वहीं, इसके बाद रुद्रप्रयाग में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि तीर्थयात्रियों से भी यात्रा को लेकर सकारात्मक फीडबैक मिल रहा है. तीर्थयात्रियों ने ओवर रेटिंग की कोई भी शिकायत नहीं की है. उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के आवागमन से दिक्कतें हो रही हैं. घोड़े-खच्चरों के नीचे आते समय तीर्थयात्रियों पर धक्का लग रहा है, जिस कारण उन्हें परेशानी हो रही है.
ट्रैक्टर की आवाजाही पर रोक प्रभारी मंत्री ने कहा कि आगामी दिनों में बरसाती सीजन शुरू होने जा रहा है. इससे बारिश के समय घोड़े-खच्चरों के ठहरने की समस्या हो सकती है. ऐसे में घोड़ा पड़ाव में बनाए गए टीन शेड को डबल करने के लिए कहा गया है. इसके अलावा केदारनाथ पैदल मार्ग पर ट्रैक्टर से केदारनाथ पुनर्निर्माण का सामान ले जाया जा रहा है, जिस कारण तीर्थयात्रियों को परेशानी हो रही है. विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि यात्रा खत्म होने तक पैदल मार्ग पर ट्रैक्टर की आवाजाही रोकी जाए. बरसाती सीजन में पैदल मार्ग पर फिसलने का डर रहता है. डेंजर जोन वाले स्थानों पर निकलना मुश्किल हो जाता है.
शराब की मांग पर चिंता: वहीं दूसरी तरफ केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत की यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी के सवाल पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं को लेकर केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत का नाराज होना, उनका अधिकार है. विधायक के सुक्षाव पर अमल किया जा रहा है. इसके अलावा कुछ दिन पहले केदारनाथ धाम में युवती के शराब की मांग किए जाने पर प्रभारी मंत्री ने चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम आस्था का केंद्र है. यहां इस प्रकार के कृत्य नहीं किए जाने चाहिए.
ये भी पढ़ेंः बदरी-केदार में कारगर साबित हो रही प्रोटोकॉल व्यवस्था, VIP and VVIP से मालामाल BKTC