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केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग में ही दूषित हो रही मंदाकिनी, खुले में डाला जा रहा कचरा

केदारनाथ धाम से बहने वाली मंदाकिनी नदी धाम से बीस किमी दूर गौरीकुंड-सोनप्रयाग से ही दूषित की जा रही है. यहां नदियों में प्लास्टिक कचरे के अलावा अन्य कूड़े के साथ ही घोड़े-खच्चरों की लीद डाली जा रही है.

Mandakini river getting contaminated in Sonprayag, the main stop of Kedarnath Yatra
केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग में ही दूषित हो रही मंदाकिनी
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Published : Aug 4, 2022, 2:45 PM IST

Updated : Aug 4, 2022, 3:56 PM IST

रुद्रप्रयाग: देवभूमि उत्तराखंड में नदियों को मां का स्वरूप दिया गया है. यहां से ही मां गंगा, यमुना, अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का उद्गम स्थल है. हर दिन नदियों की पूजा होती है, मगर इन नदियों को दूषित किये जाने का काम भी यहीं किया जा रहा है. केदारनाथ यात्रा के नाम पर मंदाकिनी नदी में जमकर गंदगी फेंकी जा रही है. हजारों टन कूड़े के साथ ही घोड़े-खच्चरों की लीद को नदी में खुलेआम डाला जा रहा है. नदी में गंदगी करने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

केदारनाथ धाम से बहने वाली मंदाकिनी नदी धाम से बीस किमी दूर गौरीकुंड-सोनप्रयाग से ही दूषित की जा रही है. यहां नदियों में प्लास्टिक कचरे के अलावा अन्य कूड़े के साथ ही घोड़े-खच्चरों की लीद डाली जा रही है. केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग में नदी किनारे घोड़े-खच्चर संचालकों ने कई घोड़े-खच्चर बांधे हुये हैं. इन घोड़े-खच्चरों की लीद के अलावा अन्य गंदगी को नदी किनारे एकत्रित किया गया है. घोड़े-खच्चरों के मल-मूत्र के साथ ही कचरे को एकत्रित किये जाने से क्षेत्र में दुर्गंध भी फैल रही है. जब केदारनाथ यात्रा मई-जून माह में अपने पीक पर थी तो उस दौरान भी धाम सहित पैदल मार्ग और अन्य बुग्यालों में भारी गंदगी की गई थी.

केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग में ही दूषित हो रही मंदाकिनी

पढे़ं- अब स्वच्छ और सुंदर नजर आ रहा बाबा केदार का धाम, अब तक 40 क्विंटल प्लास्टिक कचरा एकत्रित

धाम में फैली गंदगी पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी चिंता जाहिर की थी. जिसके बाद केदारनगरी में सफाई अभियान को तेजी दी गई. लेकिन, धीरे-धीरे समय बीतने के बाद एक बार फिर हालात पुराने जैसी होने लगे हैं. पैदल मार्ग सहित केदारनाथ यात्रा पड़ावों पर गंदगी के अंबार लगे हुये हैं. कई दिनों से एकत्रित इस गंदगी के कारण महामारी फैलने की भी आशंका बनी हुई है. स्थानीय व्यापारी अंकित भट्ट बता रहे हैं कि घोड़े-खच्चरों की लीद सहित अन्य गंदगी को मंदाकिनी नदी में डाला जा रहा है. जिस कारण नदी की पवित्रता धूमिल हो रही है.

पढे़ं- कूड़े से पटा केदारनाथ पैदल मार्ग, लैंडस्लाइड के खतरे के बीच हो रही यात्रा

मामले में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा मंदाकिनी नदी की पवित्रता बनी रहे, इसके लिए विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है. सोनप्रयाग में घोड़े-खच्चरों की लीद को नदी में डाले जाने की शिकायत मिली है, जिसका संज्ञान लिया गया है. शीघ्र गंदगी को साफ करने के निर्देश दिये गये हैं. साथ ही प्लास्टिक कचरे को भी साफ करने को कहा गया है.

रुद्रप्रयाग: देवभूमि उत्तराखंड में नदियों को मां का स्वरूप दिया गया है. यहां से ही मां गंगा, यमुना, अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का उद्गम स्थल है. हर दिन नदियों की पूजा होती है, मगर इन नदियों को दूषित किये जाने का काम भी यहीं किया जा रहा है. केदारनाथ यात्रा के नाम पर मंदाकिनी नदी में जमकर गंदगी फेंकी जा रही है. हजारों टन कूड़े के साथ ही घोड़े-खच्चरों की लीद को नदी में खुलेआम डाला जा रहा है. नदी में गंदगी करने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

केदारनाथ धाम से बहने वाली मंदाकिनी नदी धाम से बीस किमी दूर गौरीकुंड-सोनप्रयाग से ही दूषित की जा रही है. यहां नदियों में प्लास्टिक कचरे के अलावा अन्य कूड़े के साथ ही घोड़े-खच्चरों की लीद डाली जा रही है. केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग में नदी किनारे घोड़े-खच्चर संचालकों ने कई घोड़े-खच्चर बांधे हुये हैं. इन घोड़े-खच्चरों की लीद के अलावा अन्य गंदगी को नदी किनारे एकत्रित किया गया है. घोड़े-खच्चरों के मल-मूत्र के साथ ही कचरे को एकत्रित किये जाने से क्षेत्र में दुर्गंध भी फैल रही है. जब केदारनाथ यात्रा मई-जून माह में अपने पीक पर थी तो उस दौरान भी धाम सहित पैदल मार्ग और अन्य बुग्यालों में भारी गंदगी की गई थी.

केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग में ही दूषित हो रही मंदाकिनी

पढे़ं- अब स्वच्छ और सुंदर नजर आ रहा बाबा केदार का धाम, अब तक 40 क्विंटल प्लास्टिक कचरा एकत्रित

धाम में फैली गंदगी पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी चिंता जाहिर की थी. जिसके बाद केदारनगरी में सफाई अभियान को तेजी दी गई. लेकिन, धीरे-धीरे समय बीतने के बाद एक बार फिर हालात पुराने जैसी होने लगे हैं. पैदल मार्ग सहित केदारनाथ यात्रा पड़ावों पर गंदगी के अंबार लगे हुये हैं. कई दिनों से एकत्रित इस गंदगी के कारण महामारी फैलने की भी आशंका बनी हुई है. स्थानीय व्यापारी अंकित भट्ट बता रहे हैं कि घोड़े-खच्चरों की लीद सहित अन्य गंदगी को मंदाकिनी नदी में डाला जा रहा है. जिस कारण नदी की पवित्रता धूमिल हो रही है.

पढे़ं- कूड़े से पटा केदारनाथ पैदल मार्ग, लैंडस्लाइड के खतरे के बीच हो रही यात्रा

मामले में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा मंदाकिनी नदी की पवित्रता बनी रहे, इसके लिए विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है. सोनप्रयाग में घोड़े-खच्चरों की लीद को नदी में डाले जाने की शिकायत मिली है, जिसका संज्ञान लिया गया है. शीघ्र गंदगी को साफ करने के निर्देश दिये गये हैं. साथ ही प्लास्टिक कचरे को भी साफ करने को कहा गया है.

Last Updated : Aug 4, 2022, 3:56 PM IST
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