रुद्रप्रयाग: प्रदेश में भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं. वहीं बारिश से रुद्रप्रयाग में पुनाड़ गदेरा उफान पर आ गया है. गदेरे के उफान पर आने से आवासीय भवनों को भी खतरा पैदा हो गया है. रात के समय लोग अपने घरों से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं और सुबह के समय बारिश बंद होने पर वापस लौट रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में भारी बारिश से लोगों के खेत-खलिहान के साथ ही संपर्क मार्गों को नुकसान पहुंचा है.
बता दें कि जिले में रोज भारी वर्षा हो रही है. बारिश के कारण शहरी क्षेत्रों से लेकर ग्रामीण इलाकों में तक लोग काफी परेशान हैं. मूसलाधार बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं. नगर क्षेत्र रुद्रप्रयाग के बीचों-बीच बहने वाला पुनाड़ गदेरा उफान पर है. इससे आस-पास के आवासीय भवनों को खतरा पैदा हो गया है. पुनाड़ गदेरे के उफान पर आने के कारण बस अड्डे पर पूर्व पालिका अध्यक्ष देवेन्द्र झिंक्वाण के आवास सहित अन्य भवनों को खतरा बन गया है.
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वहीं दूसरी ओर अगस्त्यमुनि विकासखण्ड के नवासू गांव के पतनोली और बंगोली गांव के सीली तोक में बारिश से लोगों के खेत-खलिहानों को काफी नुकसान पहुंचा है. साथ ही कई मकानों को भी खतरा पैदा हो गया है. मूसलाधार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से लोग काफी डरे हुए हैं. बारिश से नवासू गांव में विक्रम सिंह रौथाण के मकान का आंगन, लकड़ी का जीना और किचन क्षतिग्रस्त हो गया.
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धारकोट तोक में रतन सिंह रौथाण का बाथमरूम, खेत और फलदार पेड़ भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं. वहीं, कमल किशोर रौथाण की गौशाला क्षतिग्रस्त हो गई है और मकान के पीछे भी दरारें पड़ी हैं. दिनेश लाल के मकान के आगे का पुश्ता ध्वस्त हो गया है. बिंजू लाल व बुधु लाल के मकान के पीछे खेत व रास्ता टूटने से मलबे से पट गया है. यहां एक परिवार को अन्यत्र शिफ्ट कर दिया गया है.
पतनोली तोक में पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य कमल लाल के मकान के पीछे भूस्खलन हुआ है. यहां सड़क के ऊपर निवास करने वाले नौ परिवारों के भवन भूस्खलन व भूधंसाव से खतरे की जद में आ गए हैं. कपलखील में विशंभर लाल के मकान का पुश्ता ध्वस्त हो गया है. ग्राम प्रधान देवेश्वरी रौथाण ने बताया कि मूसलाधार बारिश से ग्राम पंचायत में काफी नुकसान हुआ है.