रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham yatra uttarakhand) 3 मई से शुरू हो रही है. ऐसे में वर्षों की परंपरा को दोबारा कायम करते हुए इस बार बाबा केदारनाथ के दर पर तेल कलश यात्रा (Kedarnath tel kalash yatra) पहुंचाई जाएगी. इस यात्रा को स्थानीय वाद्य यंत्रों और बाबा केदार की डोली के साथ केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में पहुंचाया जाएगा.
बता दें कि बाबा केदार के केदारनाथ धाम गमन की प्रकिया आज से शुरू हो रही है. इसी प्रक्रिया के केदारनाथ पंच पंडा समिति रुद्रपुर की ओर से पूर्व परंपरा तेल कलश यात्रा को पुनर्जीवित किया जा रहा है. इस प्रक्रिया के तहत पूर्व परम्परानुसार ग्राम सांकरी से केदारनाथ धाम में अखंड ज्योति प्रज्वलित के लिए तेल कलश यात्रा का शुभारंभ किया जा रहा है.
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इस प्रक्रिया के तहत 1 मई को ग्राम सांकरी से अखंड ज्योति के लिये तेल कलश यात्रा पंच पंडा समिति के पदाधिकारियों और सांकरी के ग्रामीणों की उपस्थिति में भुकुंड भैरव के शीतकालीन गद्दी स्थल रुद्रपुर पहुंचेगी. 2 मई को यह तेल कलश यात्रा गद्दी स्थल से विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी के लिए प्रस्थान कर बाबा केदारनाथ की पैदल डोली यात्रा के साथ मिलेगी और फिर केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी.
पंच पंडा रुद्रपुर के अध्यक्ष अनीत शुक्ला ने बताया कि वर्ष 1952 के बाद एक बार बदरीनाथ की तर्ज पर तेल कलश यात्रा का शुभारंभ किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह बना हुआ है. यह तेल यात्रा केदारनाथ धाम में अखंड ज्योति प्रज्जवलित करने के लिये निकाली जा रही है. इसमें तीन गांवों के ग्रामीण भाग लेंगे.