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मॉनसून सीजन में धीमी हुई केदारनाथ यात्रा, पुनर्निर्माण कार्य भी बुरी तरह प्रभावित

मॉनसून सीजन में केदारनाथ पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आई है. वहीं इन दो महीनों में केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी बुरी तरह से प्रभावित हुये हैं.

मॉनसून सीजन में धीमी पर केदारनाथ यात्रा.
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Published : Sep 6, 2019, 5:29 PM IST

Updated : Sep 6, 2019, 6:52 PM IST

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में मानसून की बारिश आफत बनकर बरस रही है, जिसका सीधा असर केदारनाथ यात्रा पर पड़ रहा है. मानसून सीजन से पहले जहां ढाई महीने में आठ लाख तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंचे थे. वहीं मानसून सीजन के दो माह में केवल 40 हजार तीर्थयात्री ही केदारनाथ पहुंचे. हालांकि बारिश के मौसम के बाद यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी के आसार हैं.

मॉनसून सीजन में धीमी हुई केदारनाथ यात्रा

मानसून सीजन केदारनाथ यात्रा के लिये अच्छा साबित नहीं रहा है. अगस्त महीने में जहां केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई, वहीं इन दो महीनों में केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी बुरी तरह से प्रभावित हुये हैं. बरसात के कारण केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों पर भी असर पड़ रहा है.

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9 मई को भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने से लेकर अब तक 8 लाख 40 हजार तीर्थयात्री केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं. इसमे से आठ लाख यात्री मात्र ढाई महीने में ही केदारनाथ के दर्शन कर चुके थे. सबसे कम तीर्थयात्री जुलाई और अगस्त महीने में केदारनाथ पहुंचे. जहां शुरूआती चरण में हजारों तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शनों के लिये पहुंचे थे, वहीं मॉनसून के इन महीनों में यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आई है.

पढ़ें-पंचायत चुनाव: महिला संगठनों ने बुलंद की आवाज, कहा- नहीं बनेंगी किसी के हाथों की कठपुतली

केदारनाथ धाम सहित केदारनाथ पैदल मार्ग पर व्यवसाय करने वाले कई व्यापारियों ने बीस जून के बाद ही अपना बोरिया-बिस्तर समेट लिया था. यात्रियों की संख्या में कमी आने का खामियाजा स्थानीय व्यापारियों को भी भुगतना पड़ रहा है. केदारनाथ पैदल मार्ग पर स्थानीय लोग टेंट के अलावा दुकानें लगाकर अपना रोजगार संचालित कर रहे थे, लेकिन यात्रा धीमी होने से पहले ही व्यापारियों के चेहरे पर मायूसी छा गई है.

पढ़ें-आजाद हिंद फौज के प्रमुख सूबेदार औतार सिंह तोपवाल का निधन, कई बार अंग्रेजों के छुड़ाए थे छक्के

वहीं इस मामले पर बोलते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि केदारनाथ में तृतीय चरण की यात्रा शुरू होने जा रही है. उन्होंने कहा कि मानसून सीजन खत्म होने के बाद यात्रियों की संख्या में इजाफा होगा. डीएम रुद्रप्रयाग ने कहा कि इस वर्ष यात्रा मैनेजमेंट नाम से एक टीम गठित की गई है, जो यात्रा पड़ावों पर व्यवस्थाओं को देख रही है. साथ ही ये टीम स्वास्थ्य, सफाई और यात्रियों का ध्यान रख रही है. उन्होंने बताया कि इस टीम को आर्मी, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने प्रशिक्षण दिया है.

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में मानसून की बारिश आफत बनकर बरस रही है, जिसका सीधा असर केदारनाथ यात्रा पर पड़ रहा है. मानसून सीजन से पहले जहां ढाई महीने में आठ लाख तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंचे थे. वहीं मानसून सीजन के दो माह में केवल 40 हजार तीर्थयात्री ही केदारनाथ पहुंचे. हालांकि बारिश के मौसम के बाद यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी के आसार हैं.

मॉनसून सीजन में धीमी हुई केदारनाथ यात्रा

मानसून सीजन केदारनाथ यात्रा के लिये अच्छा साबित नहीं रहा है. अगस्त महीने में जहां केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई, वहीं इन दो महीनों में केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी बुरी तरह से प्रभावित हुये हैं. बरसात के कारण केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों पर भी असर पड़ रहा है.

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9 मई को भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने से लेकर अब तक 8 लाख 40 हजार तीर्थयात्री केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं. इसमे से आठ लाख यात्री मात्र ढाई महीने में ही केदारनाथ के दर्शन कर चुके थे. सबसे कम तीर्थयात्री जुलाई और अगस्त महीने में केदारनाथ पहुंचे. जहां शुरूआती चरण में हजारों तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शनों के लिये पहुंचे थे, वहीं मॉनसून के इन महीनों में यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आई है.

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केदारनाथ धाम सहित केदारनाथ पैदल मार्ग पर व्यवसाय करने वाले कई व्यापारियों ने बीस जून के बाद ही अपना बोरिया-बिस्तर समेट लिया था. यात्रियों की संख्या में कमी आने का खामियाजा स्थानीय व्यापारियों को भी भुगतना पड़ रहा है. केदारनाथ पैदल मार्ग पर स्थानीय लोग टेंट के अलावा दुकानें लगाकर अपना रोजगार संचालित कर रहे थे, लेकिन यात्रा धीमी होने से पहले ही व्यापारियों के चेहरे पर मायूसी छा गई है.

पढ़ें-आजाद हिंद फौज के प्रमुख सूबेदार औतार सिंह तोपवाल का निधन, कई बार अंग्रेजों के छुड़ाए थे छक्के

वहीं इस मामले पर बोलते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि केदारनाथ में तृतीय चरण की यात्रा शुरू होने जा रही है. उन्होंने कहा कि मानसून सीजन खत्म होने के बाद यात्रियों की संख्या में इजाफा होगा. डीएम रुद्रप्रयाग ने कहा कि इस वर्ष यात्रा मैनेजमेंट नाम से एक टीम गठित की गई है, जो यात्रा पड़ावों पर व्यवस्थाओं को देख रही है. साथ ही ये टीम स्वास्थ्य, सफाई और यात्रियों का ध्यान रख रही है. उन्होंने बताया कि इस टीम को आर्मी, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने प्रशिक्षण दिया है.

Intro:खबर में बाइट करके भेजी गई है,

मानसूजन सीजन के दो माह में केदारनाथ पहुंचे 40 हजार यात्री
सबसे कम एक दिन में 74 यात्री पहुंचे केदारनाथ धाम
श्राद्ध पक्ष में बढ़ सकती है केदारनाथ यात्रा
बद्री-केदार मंदिर समिति के पास पूजा की एडवांस बुकिंग
रुद्रप्रयाग-
एंकर - मानसून सीजन केदारनाथ यात्रा के लिए अच्छा नहीं रहा है। जहां ढाई महीने में आठ लाख तीर्थ यात्री केदारनाथ पहुंचे थे, वहीं मानसून सीजन के दो माह में मात्र 40 हजार के करीब ही तीर्थ यात्री केदारनाथ पहुंचे। पीक सीजन में प्रत्येक दिन पन्द्रह से बीस हजार यात्री बाबा के दरबार में मत्था टेक रहे थे, जबकि अगस्त माह में एक दिन ऐसा भी था, जब एक दिन में मात्र 74 तीर्थ यात्री केदारनाथ पहुंचे। हालांकि बरसात कम होने के बाद तीर्थ यात्रियों की संख्या में इजाफा होने लगा है।Body:मानसून सीजन केदारनाथ यात्रा के लिये अच्छा नहीं रहा है। खासकर जुलाई और अगस्त के माह में जहां केदारनाथ धाम जाने वाले यात्रियों की संख्या में भी भारी कमी आई, वहीं इन दो महीनों में केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी बुरी तरह से प्रभावित हुये। बरसात के कारण केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी पीछे चल गये हैं। केदारनाथ में घाट और शंकराचार्य समाधि स्थल का निर्माण कार्य चल रहा है।
नौ मई को भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने से लेकर अब तक आठ लाख चालीस हजार तीर्थ यात्री केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं। इसमे से आठ लाख यात्री मात्र ढाई महीने में केदारनाथ के दर्शन कर चुके थे। सबसे कम तीर्थ यात्री जुलाई और अगस्त महीने में केदारनाथ पहुंचे हैं। जहां शुरूआती चरण में हजारों तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शनों के लिये पहुंच रहे थे। वहीं इन महीनों में यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आ गई।
केदारनाथ धाम सहित केदारनाथ पैदल मार्ग पर व्यवसाय करने वाले कई व्यापारियों ने बीस जून के बाद अपना बोरिया-बिस्तर समेट दिया था। यात्रियों की संख्या में कमी आने का खामियाजा स्थानीय व्यापारियों को भी भुगतना पड़ा है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर स्थानीय लोग टेंट के अलावा दुकान लगाकर अपना रोजगार संचालित कर रहे थे, लेकिन यात्रा कम होने के बाद समय से पहले ही व्यापारी वापस लौट गये।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि तृतीय चरण की यात्रा शुरू होने जा रही है। मानसून सीजन खत्म होने के बाद यात्रा में इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष यात्रा मैनेजमेंट नाम से टीम गठित की गई है, जो यात्रा पड़ावों पर व्यवस्थाओं को देख रहे हैं। ये टीम स्वास्थ्य, सफाई और यात्रियों को ध्यान रखेंगे। आर्मी, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इन्हें प्रशिक्षण दिया है।
बाइट - मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी
Conclusion:
Last Updated : Sep 6, 2019, 6:52 PM IST
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