रुद्रप्रयाग: जहां एक ओर पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है. वहीं, 29 अप्रैल से शुरू होने वाले केदारनाथ यात्रा की तैयारियां भी प्रभावित हो रही हैं. हालांकि, केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ को हटाकर रास्ता तैयार किया जा रहा है. 18 किमी लंबे पैदल मार्ग में से अभी तक चार किमी तक रास्ता साफ कर दिया गया है. यदि मौसम साफ रहता है तो आगामी 15 दिनों में पैदल मार्ग केदारनाथ धाम तक खुल जायेगा.
बता दें कि इस बार केदारनाथ के कपाट 29 अप्रैल को सुबह छह बजकर दस मिनट पर खोले जाएंगे. 26 अप्रैल को बाबा केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से केदारनाथ के लिये प्रस्थान करेगी. केदारनाथ यात्रा को लेकर 1 मार्च से जिला प्रशासन ने पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया था, लेकिन बार बार बर्फबारी और बारिश के कारण बर्फ हटाने के कार्य में रुकावट आ रही है. पिछले सप्ताह दोबारा से पैदल मार्ग से बर्फ हटाई जा रही है. पचास से अधिक मजदूर बर्फ हटाने के कार्य में लगे हुये हैं. रामबाड़ा से लिनचौली तक चार किमी पैदल मार्ग से बर्फ को साफ किया गया है.
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केदारनाथ पैदल मार्ग पर कई फीट बर्फ जमी हुई है. बर्फ को हटाकर रास्ता तैयार किया जा रहा है. वहीं, आशंका है कि कोरोना वायरस का केदारनाथ धाम की यात्रा पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है. अप्रैल प्रथम सप्ताह में बदरी केदार मंदिर समिति की एक एडवांस टीम को केदारनाथ जाना था, लेकिन वायरस के चलते यह टीम नहीं जा पाई. अब लाॅकडाउन समाप्त होने के बाद ही एडवांस टीम केदारनाथ धाम जाएगी और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करेगी.