रुद्रप्रयाग: देशभर में जारी लॉकडाउन का असर शादी समारोह पर भी पड़ रहा है. रुद्रप्रयाग जिले में आज एक दूल्हा अपनी दुल्हन लेने के लिए 3 लोगों के साथ बारात लेकर निकला. प्रशासन से शादी की अनुमति लेने के बाद दूल्हा पक्ष लॉकडाउन के नियमों का पालन करते दिखा.
पहाड़ी क्षेत्रों में हर साल अप्रैल और मई महीने में शादी का सीजन रहता है. बैसाखी पर्व के साथ ही शादी के सीजन की शुरुआत हो जाती है. वहीं, इस साल कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लगाए गये लॉकडाउन का असर शादी-समारोहों पर भी पड़ रहा है.
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आज रुद्रप्रयाग जिले के कोट गांव निवासी सूरज का विवाह धूम-धाम से होना था. लेकिन, कोरोना महामारी के बीच प्रशासन की तरफ से शादी में पांच से ज्यादा लोगों के जाने की अनुमति नहीं मिली. इसके बाद सूरज तीन अन्य लोगों को साथ लेकर जिले के क्यूंजा कंडारा के लिए बारात लेकर निकला.
दूल्हे सूरज ने बताया कि उसके समेत मात्र चार लोग बारात लेकर निकले हैं. विवाह की सभी रस्में पूरी करने के बाद पांचवें व्यक्ति के रूप में दुल्हन साथ आएगी. वहीं, इस दौरान लॉकडाउन के सभी नियमों का पालन किया गया. कोरोना महामारी के चलते रुद्रप्रयाग जिले में लगभग एक हजार विवाह स्थगित किये गये हैं. ये सभी विवाह अप्रैल और मई महीने के बीच में होने थे.