रुद्रप्रयाग: डीएम मयूर दीक्षित हर दिन कुछ नया करके अधिकारी-कर्मचारियों के साथ ही स्थानीय जनता को भी हैरान कर देते हैं. कभी अधिकारियों को बस की सवारी कराकर शिविरों में लेकर जाते हैं. कभी स्थानीय जनता के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं का समाधान करने लग जाते हैं. हर दिन जिलाधिकारी की ओर से कुछ नया करने से एक तरफ लोगों के चेहरों पर खुशी देखने को मिल रही है, तो दूसरी ओर उनकी जुबां पर डीएम के कार्यों की चर्चाएं भी हो रही हैं.
डीएम ने इंटर कॉलेज का किया निरीक्षण: डीएम मयूर दीक्षित मुख्य सड़क से पैदल चलकर उत्कृष्ट स्वामी सच्चिदानंद राजकीय इंटर काॅलेज पहुंचे. यहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता को जांचा और स्कूल प्रबंधन को कड़े निर्देश भी दिए. व्यवस्थाओं में खामियां पाये जाने पर डीएम ने नाराजगी भी जाहिर की. साथ ही नगर क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया. व्यापारियों की ओर से फुटपाथ पर सामान रखे जाने पर हटाने को कहा. डीएम ने स्कूल पहुंच सीसी सड़क मार्ग का निरीक्षण करते हुए अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देश दिए कि सीसी सड़क मार्ग के किनारे रेलिंग एवं नाली निर्माण का कार्य तत्परता से कराया जाए.
कार्यों की गुणवत्ता जांची: इसके साथ ही रेलिंग पर पेंट का कार्य भी किया जाए. उन्होंने कहा कि सड़क की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए इसकी निरंतर तराई का कार्य किया जाए, जिससे उसकी मजबूती बेहतर हो सके. इसके साथ ही उन्होंने नगर पालिका को जीआईसी काॅलेज के पास रेलिंग लगाने एवं बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था करने को कहा. अटल उत्कृष्ट स्वामी सच्चिदानंद राजकीय इंटर काॅलेज का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि काॅलेज में साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त नहीं है. साथ ही पानी के नल लीकेज होने और क्लास रूम की खिड़कियों की जालियां टूटी होने तथा सभी क्लास रूमों में विद्युत व्यवस्था दुरुस्त न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए काॅलेज के प्रधानाचार्य का से स्पष्टीकरण मांगा.
डीएम ने प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों को निर्देशित करते हुए कहा कि काॅलेज में किसी छात्र-छात्रा को पठन-पाठन में किसी भी प्रकार की कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए. इसके लिए यह जरूरी है कि स्कूल में साफ-सफाई, फर्नीचर, विद्युत, पानी, शौचालय की उचित व्यवस्था की जाए. ताकि किसी भी छात्र-छात्रा को पठन-पाठन में कोई असुविधा न हो. उन्होंने स्पष्ट किया कि छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता शिक्षा उपलब्ध कराए जाने के लिए धन के अभाव में आवश्यक सामग्री को उपलब्ध कराने में कोई भी कमी नहीं होने दी जाएगी. किसी सामग्री एवं उपकरण के लिए तत्काल धनराशि की मांग के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी की ओर से प्रस्ताव उपलब्ध कराया जाए.
डीएम ने बाजार का भी किया निरीक्षण: इस दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य बाजार का भी निरीक्षण किया और अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देश दिए कि बाजार के फुटपाथ में किसी भी व्यापारियों द्वारा किसी प्रकार से अतिक्रमण न हो और न ही फुटपाथ पर कोई सामग्री रखी जाए. सड़क किनारे जो अनावश्यक रूप से होर्डिंग्स एवं बैनर लगाए गए हैं, उनको तत्काल हटाया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि रुद्रप्रयाग मुख्यालय केदारनाथ एवं बदरीनाथ धाम का मुख्य मार्ग है, जहां से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इसके लिए यह जरूरी है कि शहर एवं जनपद की सुंदरता बनाए रखने के लिए सड़क के किनारे एवं किसी भी सरकारी की संपत्ति में किसी भी तरह की प्रचार सामग्री चस्पा न की जाए. यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा बिना अनुमति के सरकारी संपत्ति एवं सड़क किनारे अपनी प्रचार सामग्री होर्डिंग, बैनर लगाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
मिनी स्विटजरलैंड चोपता में अतिक्रमण: तुंगनाथ घाटी के अन्तर्गत मिनी स्विटजरलैंड चोपता बाजार के निचले हिस्से में किये जा रहे अतिक्रमण को प्रशासन ने ध्वस्त कर अतिक्रमणकारियों को सख्त हिदायत दी है. कहा गया है कि यदि फिर से अतिक्रमण करने की कोशिश की गई, तो कानूनी कार्रवाई की जायेगी. बता दें कि इन दिनों तुंगनाथ घाटी के चोपता मुख्य बाजार के निचले हिस्से में तीन लोगों की ओर से 6 स्थानों पर अतिक्रमण किया जा रहा था, जिसे प्रशासन ने हटा दिया है.
ये भी पढ़ें: BJP MLA के फर्जी हस्ताक्षर कर CM-DM को भेजा पत्र, विधायक ने DGP से की कार्रवाई की मांग
जानकारी देते हुए नायब तहसीलदार जयकृत सिंह रावत ने बताया कि अतिक्रमणकारियों द्वारा सुरम्य मखमली बुग्यालों में अवैध खनन भी किया जा रहा था. इसलिए तीन लोगों द्वारा 6 स्थानों पर किये जा रहे अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा पूर्व में भी तुंगनाथ धाम में हो रहे अतिक्रमण को हटा दिया गया था. मगर विगत दिनों तीन लोगों द्वारा चोपता मुख्य बाजार के निचले हिस्से में छह स्थानों पर अतिक्रमण किया जा रहा था. जिसे हटा दिया गया है. उन्होंने बताया कि तुंगनाथ घाटी के सुरम्य मखमली बुग्यालों में निरन्तर अतिक्रमण होने से बुग्यालों की सुन्दरता धीरे-धीरे गायब हो रही है. इससे भविष्य में क्षेत्र का तीर्थाटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो सकता है. उन्होंने बताया कि तुंगनाथ घाटी में किसी भी प्रकार से अतिक्रमण नहीं होने दिया जायेगा. जो व्यक्ति प्रशासन के आदेशों का पालन नहीं करेगा, उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी. इस मौके पर राजस्व उपनिरीक्षक गोविन्द लाल, दरबान सिंह रावत सहित डीडीआरएफ के जवान मौजूद थे.