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जिला अस्पताल पहुंचे DM मंगेश का चढ़ा पारा, CMS को जांच रिपोर्ट देने के दिए आदेश

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जिला अस्पताल के सभी वार्डों, चिकित्सा अधिकारियों के कक्षों, शौचालयों का बारिकी से निरीक्षण किया. साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी भी जताई.

dm mangesh ghildiyal
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Published : Jul 16, 2019, 10:03 PM IST

रुद्रप्रयागः जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. डीएम के निरीक्षण से अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मचा रहा. इस दौरान उन्होंने इमरजेंसी, वार्ड़ों, ओपीडी और आयुष्मान योजना के कार्ड पंजीकरण कांउटर समेत विभिन्न व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. वहीं, अस्पताल में दवाइयों की कमी और गंदगी पाए जाने पर डीएम ने अधिकारियों को फटकार भी लगाई.

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जिला अस्पताल ने जिला अस्पताल का निरीक्षण.

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जिला अस्पताल के सभी वार्डों, चिकित्सा अधिकारियों के कक्षों, शौचालयों का बारिकी से निरीक्षण किया. इस दौरान डीएम घिल्डियाल ने अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों और तीमारदारों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना. अस्पताल की सीढ़ियों के पास पान-गुटका थूके जाने और गंदगी पाए जाने पर नाराजगी भी दिखाई. साथ ही सीएमएस को साफ-सफाई और एल्मुमिनियम के पार्टिसन लगाने के निर्देश दिए.

ये भी पढ़ेंः सड़कों पर लगी स्ट्रीट लाइट भी ले उड़े चोर, नींद में पुलिस-प्रशासन

अस्पताल में सफाई कर्मियों के द्वारा उचित ढंग से साफ-सफाई और फर्श पर फिनाइल से पोंछा ना लगाए जाने पर सफाई ठेकेदार समेत नोडल अधिकारी सफाई को कड़ी फटकार लगाई. साथ ही दवाई वितरण कांउटर का निरीक्षण भी किया. इस दौरान फार्मासिस्ट ने बताया कि अस्पताल में दवाइयां उपलब्ध नहीं है.

जिस पर उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी और प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को मानसून अवधि के मद्देनजर तत्काल दवाइयां खरीदने के निर्देश दिए. वहीं, डीएम ने मुख्य दवाई भंडार और स्टॉक रजिस्टर का भी निरीक्षण किया. साथ ही ई-औषधि सॉफ्टवेयर से मिलान करने पर काफी अंतर मिला. जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारी को जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा.

रुद्रप्रयागः जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. डीएम के निरीक्षण से अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मचा रहा. इस दौरान उन्होंने इमरजेंसी, वार्ड़ों, ओपीडी और आयुष्मान योजना के कार्ड पंजीकरण कांउटर समेत विभिन्न व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. वहीं, अस्पताल में दवाइयों की कमी और गंदगी पाए जाने पर डीएम ने अधिकारियों को फटकार भी लगाई.

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जिला अस्पताल ने जिला अस्पताल का निरीक्षण.

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जिला अस्पताल के सभी वार्डों, चिकित्सा अधिकारियों के कक्षों, शौचालयों का बारिकी से निरीक्षण किया. इस दौरान डीएम घिल्डियाल ने अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों और तीमारदारों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जाना. अस्पताल की सीढ़ियों के पास पान-गुटका थूके जाने और गंदगी पाए जाने पर नाराजगी भी दिखाई. साथ ही सीएमएस को साफ-सफाई और एल्मुमिनियम के पार्टिसन लगाने के निर्देश दिए.

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अस्पताल में सफाई कर्मियों के द्वारा उचित ढंग से साफ-सफाई और फर्श पर फिनाइल से पोंछा ना लगाए जाने पर सफाई ठेकेदार समेत नोडल अधिकारी सफाई को कड़ी फटकार लगाई. साथ ही दवाई वितरण कांउटर का निरीक्षण भी किया. इस दौरान फार्मासिस्ट ने बताया कि अस्पताल में दवाइयां उपलब्ध नहीं है.

जिस पर उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी और प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को मानसून अवधि के मद्देनजर तत्काल दवाइयां खरीदने के निर्देश दिए. वहीं, डीएम ने मुख्य दवाई भंडार और स्टॉक रजिस्टर का भी निरीक्षण किया. साथ ही ई-औषधि सॉफ्टवेयर से मिलान करने पर काफी अंतर मिला. जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारी को जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा.

Intro:जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग में गुटका थूके जाने और गन्दगी पाये जाने पर डीएम ने जताया रोष
जिला चिकित्सालय का औचक किया औचक निरीक्षण
अस्पताल में औषधियों की पाई गई कमी
अस्पताल प्रबंधन में मचा हड़कंप, मरीजों के पास जाकर डीएम ने जाना हालचाल
चिकित्सालय के सभी वार्डों, चिकित्सा अधिकारियों के कक्षों, शौचालयों का विस्तृत रूप से लगभग ढाई घण्टे तक निरीक्षण किया

उत्तराखण्ड डेस्क
स्लग - हास्पिटल निरीक्षण
रिपोर्ट - रोहित डिमरी/16 जुलाई 2019/रुद्रप्रयाग/एवीबी
एंकर - जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग का औचक निरीक्षण किया। डीएम के निरीक्षण से अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया। सबसे पहले डीएम ने इमरजेन्सी वार्ड का निरीक्षण किया। एमरजेन्सी में भर्ती मरीजों के संबंध में जानकारी ली और इमरजेन्सी में तैनात डाॅक्टर को पंजिका में नियमानुसार प्रविष्टियां करने के निर्देश दिये। इसके बाद जिलाधिकारी ने जनरल ओपीडी काउन्टर एवं आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के कार्ड पंजीकरण काउन्टरों का निरीक्षण किया, जिसमें काउन्टर पर तैनात कर्मियों को नियम के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दिये। Body:जिलाधिकारी ने चिकित्सालय के सभी वार्डों, चिकित्सा अधिकारियों के कक्षों, शौचालयों का विस्तृत रूप से लगभग ढाई घण्टे तक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने अस्पताल में आये मरीजों एवं उनके तीमारदारों से भी वार्ता कर उनका हाल-चाल पूछा गया, जिस पर किसी भी मरीज ने कोई शिकायत नहीं की। जिलाधिकारी ने सीढ़ियों के बगल पर पान-गुटका थूके जाने और गन्दगी पाये जाने पर रोष व्यक्त किया। उन्होंने सीएमएस को निर्देश दिये गये कि इस स्थान की उचित ढंग से साफ-सफाई करवाकर उस स्थान पर एल्मुमिनियम का पार्टिसन किया जाय, ताकि कोई भी व्यक्ति इस स्थान पर गंदगी न कर सके। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने साफ-सफाई के संबंध में सम्पूर्ण जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया, जिसमें कई जगहों पर सफाई कर्मियों द्वारा उचित ढंग से साफ-सफाई न किये जाने, समय-समय पर फर्स पर फिनाइल का पोंछा न लगाये जाने पर सफाई ठेकेदार और नोडल अधिकारी सफाई को कड़ी फटकार लगाई और निर्देश दिये कि भविष्य में साफ-सफाई पर विशेष जोर दिया जाय। इसके साथ ही औषधि वितरण काउन्टर का निरीक्षण किया गया। फार्मासिस्ट द्वारा अवगत कराया गया कि कतिपय दवाईयां चिकित्सालय में उपलब्ध नहीं है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी एवं प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को मानसून अवधि के दृष्टिगत तत्काल औषधियां क्रय करने के निर्देश दिये गये।Conclusion:स्टाॅफ नर्स की कमी के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने सीपीएस के माध्यम से दो स्टाॅफ नर्सों की तैनाती के भी निर्देश दिये। इसके साथ ही महिला नर्सों द्वारा प्रसूति महिलाओं से प्रसव के उपरांत पारितोषिक स्वरूप पैंसे लिये जाने की शिकायतों को गम्भीरता से लेकर भविष्य में इस प्रकार का कार्य न करने के निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी ने मुख्य औषधि भण्डार का भी निरीक्षण किया। इसमें जिलाधिकारी ने फोलिस एसिड टेबलेट की उपलब्धता के संबंध में स्टाॅक रजिस्टर का निरीक्षण किया। साथ ही ई-औषधि साफ्टवेयर से इसका मिलान करने पर काफी भिन्नता आने पर मुख्य चिकित्साधिकारी को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिये। साथ ही जिलाधिकारी ने मुख्य फार्मासिस्ट को औषधियों का नियम के अनुसार लेखा-जोखा रखने के निर्देश दिये गये।
बाइट - मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी
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