रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को अब एक महीने से भी कम का समय रहा गया है, मगर बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर कई जगहों पर रोड खस्ताहाल है. खासकर बदरीनाथ हाईवे पर कई जगहों पर रेलवे प्रोजेक्ट का काम चल रहा, वहीं, दूसरी ओर यहां ऑलवेदर रोड निर्माण का काम भी जोरों पर है. जिसके कारण यहां दिनभर धूल उड़ रही है. ऐसे में तीर्थयात्रियों को धूल के बीच यात्रा करने को मजबूर होना पड़ेगा.
आगामी तीन मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. तीन मई को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट तीर्थयात्रियों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे, जबकि 6 मई को भगवान केदारनाथ और 8 मई को भगवान बदरीनाथ के कपाट देश विदेश के श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे. इधर, यात्रा मार्गों की बात करें तो उनकी स्थिति अभी भी कई जगहों पर खराब है. विशेषकर जिन स्थानों पर रेलवे प्रोजेक्ट का काम चल रहा है वहां हाईवे खराब स्थिति में है.
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रेलवे और ऑलवेदर रोड निर्माण के कारण हाईवे पर दिनभर चारों ओर धूल ही धूल उड़ती रहती है. श्रीनगर से रुद्रप्रयाग की और फरासू के साथ ही सिरोबगड़, खांकरा, नरकोटा आदि स्थानों पर बड़ी मात्रा में धूल उड़ रही है, जबकि तिलणी, सुमेरपुर में भी भी धूल बड़ी परेशानी साबित हो रही है. इसके अलावा ऑलवेदर रोड के निर्माण में अभी कुछ स्थानों पर पुलों का काम चल रहा है. जिससे हाईवे उबड़-खाबड़ बना हुआ है. कई जगहों पर डेंजर जोन भी है. इन डेंजर जोन के स्थाई ट्रीटमेंट के भी प्रयास नहीं हुए हैं. जिससे यात्रा सीजन में इन स्थानों पर दुर्घटना का खतरा बना रहेगा.
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प्रशासन और पुलिस ने इन स्थानों पर संबंधित विभागीय अफसरों को सुरक्षा के इंतजाम और उचित ट्रीटमेंट करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन यात्रा के लिए बचे कम समय में यह होना संभव नहीं लग रहा है. वहीं, केदारनाथ हाईवे पर गुप्तकाशी से आगे गौरीकुंड तक हाईवे की हालत काफी खराब है. जिस पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है.
इधर, जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि जिन स्थानों पर धूल उड़ रही है, वहां नियमित पानी का छिड़काव किया जाएगा, जबकि इन्हीं स्थानों पर हल्का डामर किया जाएगा. उन्होंने कहा यात्रा के आवागम में कोई दिक्कत न हो इसके लिए डेंजर जोन में मशीनें तैनात की जाएंगी. इस कार्य को बीस अप्रैल तक पूरा कर दिया जाएगा.