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रुद्रप्रयाग: तुंगनाथ घाटी और चोपता का होगा विकास, DM ने किया निरीक्षण

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Published : Dec 24, 2020, 4:10 PM IST

Updated : Dec 24, 2020, 10:18 PM IST

रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी और डीएफओ ने क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तुंगनाथ और चोपता क्षेत्र का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि आपसी सामंजस्य से तुंगनाथ घाटी का विकास किया जायेगा. साथ ही सभी पक्षों की सहमति के बाद स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.

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रुद्रप्रयाग: मिनी स्विटजरलैंड चोपता और दुगलबिट्टा में तीर्थाटन व पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय युवाओं को पर्यटन व्यवसाय से जोड़ने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मनुज गोयल और डीएफओ अमित कंवर ने क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने स्थानीय व्यापारियों, युवाओं व जनप्रतिनिधियों से सुझाव मांगे और संबंधित विभागीय अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण के निर्देश दिए. इसके साथ ही स्थानीय व्यापारियों व जनप्रतिनिधियों ने तुंगनाथ घाटी में फैली समस्याओं के निराकरण की मांग की. इस पर जिलाधिकारी ने उन्हें आश्वासन दिया कि तुंगनाथ घाटी में फैली हर समस्या का निराकरण आपसी सामंजस्य के साथ किया जाएगा.

तुंगनाथ घाटी और चोपता का होगा विकास

बता दें कि, जिलाधिकारी मनुज गोयल ने 5 गढ़वाल राफल्स में तैनात उषाडा गांव निवासी स्वर्गीय अरविन्द सिंह नेगी के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी और तुंगनाथ घाटी के विभिन्न यात्रा पड़ावों का निरीक्षण किया. चोपता में स्थानीय पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने तथा तुंगनाथ घाटी में फैली समस्याओं के निराकरण के लिए स्थानीय व्यापारियों तथा युवाओं से सुझाव मांगे. वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि, तुंगनाथ घाटी में तीर्थाटन व पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. मगर प्रकृति के श्रृंगार को यथावत रखने के लिए सामूहिक पहल होनी चाहिए.

वहीं चोपता व्यापार संघ अध्यक्ष भूपेंद्र मैठाणी ने राजस्व ग्राम पटवाडा के सीमांकन की मांग की. इस पर नायब तहसीलदार जयवीर राम बधाणी ने बताया कि तुंगनाथ घाटी के अन्तर्गत पांच राजस्व ग्राम हैं और पटवाड़ा राजस्व ग्राम के सीमांकन की कार्रवाई पूर्व में जिला प्रशासन को भेजी गई है. जिस पर जिलाधिकारी ने हक हकूकधारियों को आश्वासन दिया कि, शासन के निर्देशों के अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जायेगी.

वहीं प्रधान मक्कू विजयपाल नेगी ने कोविड-19 के कारण गांव लौटे युवाओं को तुंगनाथ घाटी में रोजगार से जोड़ने की मांग की. इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि, हर युवा को रोजगार से जोड़ने की पहल की जायेगी, लेकिन इसके लिए ग्रामीणों, प्रशासन तथा वन विभाग सहित सभी पक्षों की सहमति अनिवार्य होनी चाहिए.

ये भी पढ़ेंः सड़क की समस्या से लोग परेशान, कांग्रेस सेवा दल ने SDM को सौंपा ज्ञापन

वहीं विद्युत विभाग के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि, ताला से तुंगनाथ धाम तक बिजली लाइन की कार्ययोजना तैयार है. मगर वन अधिनियम के कारण बिजली लाइन बिछाने में बाधा पहुंच रही है. इस पर जिलाधिकारी ने एक सप्ताह के अंदर कार्यवाही प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. व्यापारियों की शिकायत पर जल निगम और जल संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि तुंगनाथ धाम में जो पानी का स्रोत है, वह सूख चुका है. इसलिए तुंगनाथ यात्रा पड़ावों पर पेयजल संकट बना रहता है. इस पर जिलाधिकारी ने जल निगम, जल संस्थान, वन विभाग व विकासखंड को जल संरक्षण के तहत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए.

इसके साथ ही स्थानीय व्यापारियों ने यात्रा पड़ावों पर शौचालय व पार्किंग निर्माण की मांग की. स्थानीय व्यापारियों की मांग पर यात्रा पड़ावों पर कूड़ा निस्तारण के लिए जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी परमानन्द को नगर पंचायत ऊखीमठ से उचित दरों पर वाहन द्वारा कूड़ा निस्तारण के निर्देश दिए.

रुद्रप्रयाग: मिनी स्विटजरलैंड चोपता और दुगलबिट्टा में तीर्थाटन व पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय युवाओं को पर्यटन व्यवसाय से जोड़ने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मनुज गोयल और डीएफओ अमित कंवर ने क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने स्थानीय व्यापारियों, युवाओं व जनप्रतिनिधियों से सुझाव मांगे और संबंधित विभागीय अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण के निर्देश दिए. इसके साथ ही स्थानीय व्यापारियों व जनप्रतिनिधियों ने तुंगनाथ घाटी में फैली समस्याओं के निराकरण की मांग की. इस पर जिलाधिकारी ने उन्हें आश्वासन दिया कि तुंगनाथ घाटी में फैली हर समस्या का निराकरण आपसी सामंजस्य के साथ किया जाएगा.

तुंगनाथ घाटी और चोपता का होगा विकास

बता दें कि, जिलाधिकारी मनुज गोयल ने 5 गढ़वाल राफल्स में तैनात उषाडा गांव निवासी स्वर्गीय अरविन्द सिंह नेगी के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी और तुंगनाथ घाटी के विभिन्न यात्रा पड़ावों का निरीक्षण किया. चोपता में स्थानीय पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने तथा तुंगनाथ घाटी में फैली समस्याओं के निराकरण के लिए स्थानीय व्यापारियों तथा युवाओं से सुझाव मांगे. वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि, तुंगनाथ घाटी में तीर्थाटन व पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. मगर प्रकृति के श्रृंगार को यथावत रखने के लिए सामूहिक पहल होनी चाहिए.

वहीं चोपता व्यापार संघ अध्यक्ष भूपेंद्र मैठाणी ने राजस्व ग्राम पटवाडा के सीमांकन की मांग की. इस पर नायब तहसीलदार जयवीर राम बधाणी ने बताया कि तुंगनाथ घाटी के अन्तर्गत पांच राजस्व ग्राम हैं और पटवाड़ा राजस्व ग्राम के सीमांकन की कार्रवाई पूर्व में जिला प्रशासन को भेजी गई है. जिस पर जिलाधिकारी ने हक हकूकधारियों को आश्वासन दिया कि, शासन के निर्देशों के अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जायेगी.

वहीं प्रधान मक्कू विजयपाल नेगी ने कोविड-19 के कारण गांव लौटे युवाओं को तुंगनाथ घाटी में रोजगार से जोड़ने की मांग की. इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि, हर युवा को रोजगार से जोड़ने की पहल की जायेगी, लेकिन इसके लिए ग्रामीणों, प्रशासन तथा वन विभाग सहित सभी पक्षों की सहमति अनिवार्य होनी चाहिए.

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वहीं विद्युत विभाग के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि, ताला से तुंगनाथ धाम तक बिजली लाइन की कार्ययोजना तैयार है. मगर वन अधिनियम के कारण बिजली लाइन बिछाने में बाधा पहुंच रही है. इस पर जिलाधिकारी ने एक सप्ताह के अंदर कार्यवाही प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. व्यापारियों की शिकायत पर जल निगम और जल संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि तुंगनाथ धाम में जो पानी का स्रोत है, वह सूख चुका है. इसलिए तुंगनाथ यात्रा पड़ावों पर पेयजल संकट बना रहता है. इस पर जिलाधिकारी ने जल निगम, जल संस्थान, वन विभाग व विकासखंड को जल संरक्षण के तहत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए.

इसके साथ ही स्थानीय व्यापारियों ने यात्रा पड़ावों पर शौचालय व पार्किंग निर्माण की मांग की. स्थानीय व्यापारियों की मांग पर यात्रा पड़ावों पर कूड़ा निस्तारण के लिए जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी परमानन्द को नगर पंचायत ऊखीमठ से उचित दरों पर वाहन द्वारा कूड़ा निस्तारण के निर्देश दिए.

Last Updated : Dec 24, 2020, 10:18 PM IST
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