रुद्रप्रयागः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल यानी 5 अगस्त को गौरीकुंड हादसे का स्थलीय निरीक्षण करेंगे. जहां वे गौरीकुंड भूस्खलन और आपदा क्षेत्र में जाकर मृतकों के परिजनों और पीड़ितों से मुलाकात करेंगे. साथ ही राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे.
-
जनपद रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड क्षेत्र में भारी बरसात के कारण भूस्खलन होने से जन-धन को क्षति पहुंची है। आपदा प्रबंधन एवं जिला प्रशासन की टीम राहत एवं बचाव कार्य में पूरी तत्परता से जुटी हुई है। सरकार पूरी तरह से आपदा पीड़ितों के साथ खड़ी है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 4, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">जनपद रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड क्षेत्र में भारी बरसात के कारण भूस्खलन होने से जन-धन को क्षति पहुंची है। आपदा प्रबंधन एवं जिला प्रशासन की टीम राहत एवं बचाव कार्य में पूरी तत्परता से जुटी हुई है। सरकार पूरी तरह से आपदा पीड़ितों के साथ खड़ी है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 4, 2023जनपद रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड क्षेत्र में भारी बरसात के कारण भूस्खलन होने से जन-धन को क्षति पहुंची है। आपदा प्रबंधन एवं जिला प्रशासन की टीम राहत एवं बचाव कार्य में पूरी तत्परता से जुटी हुई है। सरकार पूरी तरह से आपदा पीड़ितों के साथ खड़ी है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 4, 2023
जानकारी के मुताबिक, शनिवार यानी 5 अगस्त को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक दिवसीय जनपद भ्रमण पर रहेंगे. निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री धामी को सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर जीटीसी हैलीपैड से हेलीकॉप्टर के माध्यम से रुद्रप्रयाग जिले के लिए प्रस्थान करेंगे. दोपहर करीब 12 बजे सीएम धामी का हेलीकॉप्टर फाटा स्थित हेलीपैड पहुंचेगा. इसके बाद सीएम धामी गौरीकुंड में हुए भूस्खलन, आपदा प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण करेंगे. राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा के साथ पीड़ितों से भी मिलेंगे.
गौर हो कि केदारनाथ के अहम पड़ाव गौरीकुंड में डाटपुलिया के पास पहाड़ी से भूस्खलन हो गया था. जहां पहाड़ी से काफी मात्रा में मलबा और बोल्डर सीधे 3 दुकानों के ऊपर आ गिरे. इन दुकानों में कई लोग मौजूद थे. जो मलबे की चपेट में आकर दुकान समेत सीधे मंदाकिनी नदी में जा गिरे. जिला प्रशासन की मानें तो अभी भी 17 लोग लापता हैं. जबकि, 3 शव बरामद कर लिया गया है. हादसे के वक्त लोगों को संभलने का तक मौका नहीं मिला. जिसकी वजह से लोग काल के गाल में समा गए.
इस हादसे ज्यादातर जान गंवाने लोगों में नेपाल के लोग हैं. जिसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं. लापता लोगों की संख्या पहले 13 हुई फिर 19 और अब बढ़कर 20 हो गई है. तीन लोगों के शव खाई से निकाल दिए गए हैं. बाकी लापता लोगों की खोजबीन दिनभर जारी रही, लेकिन अन्य कोई नहीं शव नहीं मिला. अब कल सुबह मंदाकिनी नदी में रेस्क्यू अभियान चलाया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः केदारघाटी में भारी बारिश से भूस्खलन, मलबे की चपेट में आई तीन दुकानें, 3 शव बरामद, 17 लोग लापता
यही संभावनाएं जताई जा रही है कि लापता लोग नदी की तेज लहरों में बह गए होंगे. क्योंकि, तेज बारिश के कारण मंदाकिनी नदी भी उफान में बह रही है. जो तीन शव बरामद हुए हैं, उनकी शिनाख्त भी नहीं हो पाई हैय जिला और तहसील प्रशासन की ओर से ड्रोन के जरिए भी सर्च अभियान चलाया गया. जबकि संयुक्त टीम ने सर्च अभियान गौरीकुंड से अगस्त्यमुनि तक चलाया. रेस्क्यू टीम में एनडीआरएफ के 12, एसडीआरएफ के 15, डीडीआरएफ के 10, वाईएमएस 6, पुलिस और होमगार्ड के 25 जवान शामिल हैं.