हल्द्वानी: क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नैनीताल जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंची धाम के आसपास के 15 होटलों के खिलाफ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. बताया जा रहा है कि इन होटल संचालकों द्वारा ठोस अपशिष्ट निकासी के अलावा पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के लाइसेंस उपलब्ध नहीं थे. जिसके बाद पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. नोटिस के जवाब और व्यवस्थाएं ठीक नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने वाली 36 छोटी बड़ी इकाइयों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रबंधक अनुराग नेगी ने बताया कि बीते दिनों कुछ औद्योगिक संस्थानों की शिकायत और विभाग द्वारा रूटीन जांच की गई. जिसके तहत पाया गया कि पहाड़ से लेकर मैदान तक कई ऐसी छोटी बड़ी औद्योगिक इकाइयां हैं, जिनके द्वारा प्रदूषण फैल रहा है और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया कि 18 स्टोन क्रशर हल्द्वानी-लालकुआं क्षेत्र में जबकि पांच स्टोन क्रशर चंपावत, तीन स्टोन क्रशर बागेश्वर, जबकि तीन स्टोन क्रशर पिथौरागढ़ के अलावा सात खड़िया फैक्ट्री हैं, जिनके द्वारा पॉल्यूशन फैल रहा है.
इन इकाइयों को नोटिस जारी कर पूछा गया है कि नियमों का उल्लंघन क्यों किया जा रहा है. प्रथम दृष्टया में पाया गया कि इन औद्योगिक इकाइयों द्वारा प्रदूषण फैला जा रहा है. इसको रोकने के लिए उनके पास पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं हैं. उन्होंने कहा कि सभी इकाइयों से 1 महीने के भीतर जवाब मांगा गया है. जवाब नहीं देने की स्थिति में जुर्माना और कोर्ट कार्रवाई की जाएगी. साथ ही जरूरत पड़ने पर संस्थाओं को बंद भी किया जाएगा. कहा कि प्रदूषण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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