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रुद्रप्रयाग: सिरवाड़ी गांव में बाद फटने से भारी तबाही, 1986 की आपदा में भी 13 लोगों ने गंवाई थी जान - विधायक भरत सिंह चौधरी

जखोली के सिरवाड़ी बांगर गांव में बादल फटने से 10 परिवारों के आवासीय भवनों, गौशालाओं में भारी मलबा घुस गया. जबकि, ग्रामीणों की कई हेक्टेयर भूमि बह गई. सिरवाड़ी गांव में साल 1986 की आपदा में भी 13 लोगों ने जान गंवाई थी.

sirwari village
सिरवाड़ी गांव में आपदा
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Published : Aug 10, 2020, 9:36 PM IST

Updated : Aug 11, 2020, 10:27 AM IST

रुद्रप्रयागः जिले के दूरस्थ गांव सिरवाड़ी में रविवार देर रात देर बादल फटने से गांव में भारी तबाही मची है. कई ग्रामीणों के आवासीय भवनों में मलबा घुस गया तो मलबे के कारण खेत-खलिहान और पैदल रास्ते पूरी तरह से ध्वस्त हो गए. विधायक भरत सिंह चौधरी ने भी अधिकारियों के साथ क्षेत्र का दौरा किया और ग्रामीणों को फौरी राहत दी.

विकासखंड जखोली के सिरवाड़ी बांगर गांव में बादल फटने से भारी तबाही का मंजर देखने मिला है. दस परिवारों के आवासीय भवनों, गौशालाओं, शौचालयों में भारी मलबा घुस गया. बादल फटने के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल मच गया. किसी तरह से ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे. सबसे ज्यादा नुकसान खेती को हुआ है. ग्रामीणों की कई हेक्टेयर भूमि आपदा की भेंट चढ़ चुकी है. बताया जा रहा है कि बीस से भी ज्यादा परिवारों की खेती बादल फटने के कारण तबाह हो गई है. देर शाम तक गांव में बिजली और पानी की आपूर्ति भी सुचारू नहीं हो पाई है.

सिरवाड़ी गांव में बाद फटने से भारी तबाही.

ये भी पढ़ेंः भूस्खलन की जद में मकान और दुकान, लोगों को सता रहा आपदा का डर

साल 1986 में आई आपदा में 13 लोगों ने गंवाई थी जान
सिरवाड़ी गांव का आपदा से पुराना नाता रहा है, जिस कारण बरसाती मौसम में ग्रामीण डर के साये रहते हैं. साल 1986 में सिरवाड़ी गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची थी, जिसमें गांव के 13 लोगों की मौत हो गई थी और कई परिवार बेघर हो गए थे. सिरवाड़ी गांव को विस्थापन की सूची में रखा गया है. गांव के 56 परिवारों का विस्थापन होना है.

कुछ ग्रामीणों को गांव के निकट ही गैरोली तोक में भूमि आवंटित की गई थी, जहां 25 परिवार रहते हैं बाकी परिवार गांव में ही रह रहे हैं. विस्थापन न होने के कारण ग्रामीणों में रोष भी बना हुआ है. हर साल बरसाती सीजन में गांव में कुछ न कुछ घटनाएं घटती रहती हैं, जिस कारण ग्रामीण खौफजदा रहते हैं. एक बार फिर से गांव में साल 1986 वाली घटना की पुनरावृत्ति हुई है. हालांकि, इस घटना में जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन लोगों के घरों, खेतों आदि को भारी नुकसान पहुंचा है.

ये भी पढ़ेंः बेरीनाग में भारी बारिश से तबाहीः कई मकान क्षतिग्रस्त, घंटों बाधित रहे मोटर मार्ग

आपदा की भेंट चढ़ा पुल
जखोली के बांगर पट्टी में बारिश के चलते जगह-जगह भारी नुकसान हुआ है. गोरपा-सिरवाड़ी-कुरछोला में पूलन तल्ला बांगर के पास गदेरे पर स्थित आरसीसी मोटरपुल भी आपदा की भेंट चढ़ गया है. पुल का कहीं अता-पता नहीं है जबकि, पीएमजीएसवाई की सड़क को भी भारी क्षति पहुंची है. सड़क का भी कुछ हिस्सा तेज बहाव में बह गया है.

जिपं अध्यक्ष और विधायक ने किया घटना स्थल का निरीक्षण
सिरवाड़ी गांव में घटी घटना के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह और विधायक भरत सिंह चौधरी ने गांव में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और प्रभावित ग्रामीणों को मदद का भरोसा दिलाया.

रुद्रप्रयागः जिले के दूरस्थ गांव सिरवाड़ी में रविवार देर रात देर बादल फटने से गांव में भारी तबाही मची है. कई ग्रामीणों के आवासीय भवनों में मलबा घुस गया तो मलबे के कारण खेत-खलिहान और पैदल रास्ते पूरी तरह से ध्वस्त हो गए. विधायक भरत सिंह चौधरी ने भी अधिकारियों के साथ क्षेत्र का दौरा किया और ग्रामीणों को फौरी राहत दी.

विकासखंड जखोली के सिरवाड़ी बांगर गांव में बादल फटने से भारी तबाही का मंजर देखने मिला है. दस परिवारों के आवासीय भवनों, गौशालाओं, शौचालयों में भारी मलबा घुस गया. बादल फटने के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल मच गया. किसी तरह से ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे. सबसे ज्यादा नुकसान खेती को हुआ है. ग्रामीणों की कई हेक्टेयर भूमि आपदा की भेंट चढ़ चुकी है. बताया जा रहा है कि बीस से भी ज्यादा परिवारों की खेती बादल फटने के कारण तबाह हो गई है. देर शाम तक गांव में बिजली और पानी की आपूर्ति भी सुचारू नहीं हो पाई है.

सिरवाड़ी गांव में बाद फटने से भारी तबाही.

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साल 1986 में आई आपदा में 13 लोगों ने गंवाई थी जान
सिरवाड़ी गांव का आपदा से पुराना नाता रहा है, जिस कारण बरसाती मौसम में ग्रामीण डर के साये रहते हैं. साल 1986 में सिरवाड़ी गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची थी, जिसमें गांव के 13 लोगों की मौत हो गई थी और कई परिवार बेघर हो गए थे. सिरवाड़ी गांव को विस्थापन की सूची में रखा गया है. गांव के 56 परिवारों का विस्थापन होना है.

कुछ ग्रामीणों को गांव के निकट ही गैरोली तोक में भूमि आवंटित की गई थी, जहां 25 परिवार रहते हैं बाकी परिवार गांव में ही रह रहे हैं. विस्थापन न होने के कारण ग्रामीणों में रोष भी बना हुआ है. हर साल बरसाती सीजन में गांव में कुछ न कुछ घटनाएं घटती रहती हैं, जिस कारण ग्रामीण खौफजदा रहते हैं. एक बार फिर से गांव में साल 1986 वाली घटना की पुनरावृत्ति हुई है. हालांकि, इस घटना में जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन लोगों के घरों, खेतों आदि को भारी नुकसान पहुंचा है.

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आपदा की भेंट चढ़ा पुल
जखोली के बांगर पट्टी में बारिश के चलते जगह-जगह भारी नुकसान हुआ है. गोरपा-सिरवाड़ी-कुरछोला में पूलन तल्ला बांगर के पास गदेरे पर स्थित आरसीसी मोटरपुल भी आपदा की भेंट चढ़ गया है. पुल का कहीं अता-पता नहीं है जबकि, पीएमजीएसवाई की सड़क को भी भारी क्षति पहुंची है. सड़क का भी कुछ हिस्सा तेज बहाव में बह गया है.

जिपं अध्यक्ष और विधायक ने किया घटना स्थल का निरीक्षण
सिरवाड़ी गांव में घटी घटना के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह और विधायक भरत सिंह चौधरी ने गांव में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और प्रभावित ग्रामीणों को मदद का भरोसा दिलाया.

Last Updated : Aug 11, 2020, 10:27 AM IST
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