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एडवेंचर हब के रूप में विकसित किया जाएगा चिरबटिया, मार्च में होगा नेचर फेस्टिवल - एडवेंचर हब बनेगा चिरबटिया

मार्च के पहले या दूसरे सप्ताह में चिरबटिया में तीन दिवसीय नेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जायेगा. जिसमें मैराथन, बर्ड वॉचिंग, योग, मेडिटेशन कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.

Chirbatia will be developed as an adventure hub
एडवेंचर हब के रूप में विकसित किया जाएगा चिरबटिया
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Published : Jan 2, 2021, 4:07 PM IST

Updated : Jan 2, 2021, 7:43 PM IST

रुद्रप्रयाग: जिले के पर्यटक स्थल चिरबटिया को विकसित करने के उद्देश्य से वन प्रभाग कार्य योजना बनाने में जुटा है. इस स्थान को बर्ड वॉचिंग और एडवेंचर हब के रूप में विकसित किये जाने की तैयारियां की जा रही हैं. यहां पर नेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जायेगा. जिसमें मैराथन, बर्ड वॉचिंग, योग, मेडिटेशन आदि कार्यक्रम आयोजित होंगे. कार्यक्रम को लेकर टूर ऑपरेटर और बर्ड वॉचर्स वन प्रभाग और पर्यटन विभाग से संपर्क कर रहे हैं.

एडवेंचर हब के रूप में विकसित किया जाएगा चिरबटिया

बता दें कि उत्तराखंड के 13 डेस्टिनेशन में चिरबटिया भी शामिल है. समुद्रतल से लगभग सात हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित चिरबटिया जिले का सीमांत क्षेत्र है, जो टिहरी जिले से भी लगा हुआ है. यह क्षेत्र सदाबहार हरे-भरे वन क्षेत्र के लिए प्रख्यात है.

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बांज, बुरांश, मोरू समेत विभिन्न प्रजाति के पेड़-पौधों का सघन वन होने के कारण यहां का प्राकृतिक सौंदर्य विशेष है. वन प्रभाग रुद्रप्रयाग की ओर से चिरबटिया को लेकर विकसित किये जाने को लेकर कार्य योजना बनाई जा रही है. जिससे क्षेत्र में सालभर तक पर्यटकों का आना-जाना लगा रहे. क्षेत्र में रोजगार के नये आयाम स्थापित हो सके.

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चिरबटिया को बर्ड वॉचिंग व एडवेंचर हब के रूप में विकसित करने को लेकर रुद्रप्रयाग वन प्रभाग ने कार्ययोजना तैयार की है. इस स्थान पर बर्ड वॉचिंग के साथ ही पर्यटकों को माउंटेनिंग, बाइकिंग व हाइकिंग भी कराई जाएगी. जिससे पर्यटन व एडवेंचर को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही रेई झील को भी विशेषज्ञों की मदद से विकसित किया जाएगा. विभाग की ओर से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी मुहैया कराए जाएंगे.

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उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2018 में चिरबटिया को उत्तराखंड के 13 डेस्टिनेशन में चुना और शासन द्वारा प्रारंभिक कार्यों के लिए साठ लाख रुपये जारी किए गए थे. क्षेत्र में वर्ष 2019 में बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया जा चुका है. जिसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से बर्ड वॉचर्स ने शिरकत की थी. वर्ष 2020 में भी इस जगह पर फेस्टिवल का आयोजन किया जाना था, मगर कोरोना महामारी के चलते कार्यक्रम नहीं हो पाया. अब मार्च में वन विभाग की ओर से चिरबटिया में नेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें मैराथन, बर्ड वॉचिंग, योग, मेडिटेशन कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. जिससे यहां पहुंचने वाले पर्यटक बेहतर अनुभव लेकर जाएं.

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आर्ट स्टूडियो दिल्ली के संस्थापक संदीप पंवार ने बताया कि वन प्रभाग की ओर से इस अनुपम सौंदर्य से लबरेज क्षेत्र को बर्ड वॉचिंग हब के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है. यहां फीजेंट, माउंटेन हॉक इगल, स्टेपी इगल, नट कैकर, हिमालयन गिद्ध, यूरीशन ग्रीफॉन, यूरीशन जे समेत कई पक्षी प्रजातियां मिली हैं. ये पक्षी, शीतकाल में भी इस क्षेत्र में बने हुए हैं. यह क्षेत्र विंटर टूरिज्म की दृष्टि से बहुत लाभकारी है. उन्होंने कहा कि वे पिछली बार आयेाजित फेस्टिवल में प्रतिभाग कर चुके हैं. आगामी मार्च माह में भी प्रतिभाग करेंगे.

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वहीं, रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के डीएफओ वैभव कुमार सिंह बताया कि 13 डेस्टिनेशन में शामिल चिरबटिया में नेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. क्षेत्र में रोजगारपरक पर्यटन के साथ ही प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी यहां कार्य किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि नेचर फेस्टिवल को लेकर अभी सोशल मीडिया पर प्रचार नहीं किया गया है. टूर ऑपरेटर और बर्ड वॉचर वन प्रभाग और पर्यटन विभाग कार्यालय में जानकारी ले रहे हैं. मार्च के प्रथम या द्वितीय सप्ताह में तीन दिवसीय नेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जायेगा.

रुद्रप्रयाग: जिले के पर्यटक स्थल चिरबटिया को विकसित करने के उद्देश्य से वन प्रभाग कार्य योजना बनाने में जुटा है. इस स्थान को बर्ड वॉचिंग और एडवेंचर हब के रूप में विकसित किये जाने की तैयारियां की जा रही हैं. यहां पर नेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जायेगा. जिसमें मैराथन, बर्ड वॉचिंग, योग, मेडिटेशन आदि कार्यक्रम आयोजित होंगे. कार्यक्रम को लेकर टूर ऑपरेटर और बर्ड वॉचर्स वन प्रभाग और पर्यटन विभाग से संपर्क कर रहे हैं.

एडवेंचर हब के रूप में विकसित किया जाएगा चिरबटिया

बता दें कि उत्तराखंड के 13 डेस्टिनेशन में चिरबटिया भी शामिल है. समुद्रतल से लगभग सात हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित चिरबटिया जिले का सीमांत क्षेत्र है, जो टिहरी जिले से भी लगा हुआ है. यह क्षेत्र सदाबहार हरे-भरे वन क्षेत्र के लिए प्रख्यात है.

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बांज, बुरांश, मोरू समेत विभिन्न प्रजाति के पेड़-पौधों का सघन वन होने के कारण यहां का प्राकृतिक सौंदर्य विशेष है. वन प्रभाग रुद्रप्रयाग की ओर से चिरबटिया को लेकर विकसित किये जाने को लेकर कार्य योजना बनाई जा रही है. जिससे क्षेत्र में सालभर तक पर्यटकों का आना-जाना लगा रहे. क्षेत्र में रोजगार के नये आयाम स्थापित हो सके.

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चिरबटिया को बर्ड वॉचिंग व एडवेंचर हब के रूप में विकसित करने को लेकर रुद्रप्रयाग वन प्रभाग ने कार्ययोजना तैयार की है. इस स्थान पर बर्ड वॉचिंग के साथ ही पर्यटकों को माउंटेनिंग, बाइकिंग व हाइकिंग भी कराई जाएगी. जिससे पर्यटन व एडवेंचर को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही रेई झील को भी विशेषज्ञों की मदद से विकसित किया जाएगा. विभाग की ओर से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी मुहैया कराए जाएंगे.

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उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2018 में चिरबटिया को उत्तराखंड के 13 डेस्टिनेशन में चुना और शासन द्वारा प्रारंभिक कार्यों के लिए साठ लाख रुपये जारी किए गए थे. क्षेत्र में वर्ष 2019 में बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया जा चुका है. जिसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से बर्ड वॉचर्स ने शिरकत की थी. वर्ष 2020 में भी इस जगह पर फेस्टिवल का आयोजन किया जाना था, मगर कोरोना महामारी के चलते कार्यक्रम नहीं हो पाया. अब मार्च में वन विभाग की ओर से चिरबटिया में नेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें मैराथन, बर्ड वॉचिंग, योग, मेडिटेशन कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. जिससे यहां पहुंचने वाले पर्यटक बेहतर अनुभव लेकर जाएं.

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आर्ट स्टूडियो दिल्ली के संस्थापक संदीप पंवार ने बताया कि वन प्रभाग की ओर से इस अनुपम सौंदर्य से लबरेज क्षेत्र को बर्ड वॉचिंग हब के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है. यहां फीजेंट, माउंटेन हॉक इगल, स्टेपी इगल, नट कैकर, हिमालयन गिद्ध, यूरीशन ग्रीफॉन, यूरीशन जे समेत कई पक्षी प्रजातियां मिली हैं. ये पक्षी, शीतकाल में भी इस क्षेत्र में बने हुए हैं. यह क्षेत्र विंटर टूरिज्म की दृष्टि से बहुत लाभकारी है. उन्होंने कहा कि वे पिछली बार आयेाजित फेस्टिवल में प्रतिभाग कर चुके हैं. आगामी मार्च माह में भी प्रतिभाग करेंगे.

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वहीं, रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के डीएफओ वैभव कुमार सिंह बताया कि 13 डेस्टिनेशन में शामिल चिरबटिया में नेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. क्षेत्र में रोजगारपरक पर्यटन के साथ ही प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी यहां कार्य किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि नेचर फेस्टिवल को लेकर अभी सोशल मीडिया पर प्रचार नहीं किया गया है. टूर ऑपरेटर और बर्ड वॉचर वन प्रभाग और पर्यटन विभाग कार्यालय में जानकारी ले रहे हैं. मार्च के प्रथम या द्वितीय सप्ताह में तीन दिवसीय नेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जायेगा.

Last Updated : Jan 2, 2021, 7:43 PM IST
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