रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सोमवार को केदारनाथ के दौरे पर थे, जहां उन्होंने धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए.
इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि दैवीय आपदा के बाद केदारपुरी की सुरक्षा के लिए मंदिर के चारों ओर सुरक्षा दीवार का निर्माण किया जा रहा है. इन दीवारों पर पेंटिंग लगाई गई है. यदि केंद्र सरकार की ओर से दीवार पर म्यूरल्स बनाने के लिए वित्तीय सहयोग दिया गया तो यात्रियों के लिए इस स्थान को और सुंदर बनाया जाएगा. इसके लिए केन्द्र सरकार को सुझाव भेजा गया है.
मुख्य सचिव ने मंदाकिनी नदी के तट पर यात्रियों की लाइन में लगने वाले शेल्टर और व्यापारियों के लिए दुकानों के निर्माण शीघ्र प्रारम्भ किये जाने के निर्देश दिये.
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इसके अलावा मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि यात्रियों के लिए बनने वाले शेड और दुकानों के शेड को इस प्रकार बनाया जाय कि यह एक बंद संरचना न लगे. ताकि दुकानों में सूर्य का प्रकाश आ सके. यात्रियों के लिये बनने वाले शेड और दुकानों के शेड में थोड़ा अंतर रखा जाय, ताकि बीच के स्थान से हवा और सूर्य का प्रकाश आ सके.
मुख्य सचिव ने लोनिवि की मशीनों जैसे जेसीबी, हाइड्रा, एक्सकेवेटर को केदारनाथ पहुंचाने के लिए सचिव पर्यटन को वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद लेने को कहा. इसके अलावा जिलाधिकारी को डीडीएमए में पर्याप्त संख्या में अभियंता और कार्मिक को केदारनाथ में तैनात करने के निर्देश दिये.
मुख्य सचिव ने घोड़े-खच्चर संचालन से प्राप्त होने वाले टैक्स से घोड़े-खच्चरों के सुव्यवस्थित संचालन के लिए विभिन्न कार्य कराने के भी निर्देश दिए.
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साथ ही मुख्य सचिव ने आदिगुरू शंकराचार्य समाधि कार्य, सरस्वती और मंदाकिनी नदी पर बन रहे पुलों के निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया. जिसके बाद उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए. वहीं उन्होंने शीतकाल में भी तकनीकी के उपयोग से काम करने पर विचार करने को कहा. मुख्य सचिव ने मंदाकिनी के तट पर स्थित भूमि व केदारपुरी की अन्य भूमि का टोपोग्राफिक सर्वेक्षण कराने के लिए डीडीएमए को निर्देश दिये हैं.