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केदारघाटी के पैंज गांव में भावुक क्षणों के साथ संपन्न हुआ बगड़वाल नृत्य, झलक उठीं ध्याणियों की आंखें

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Published : Dec 1, 2021, 8:21 AM IST

Updated : Dec 1, 2021, 10:27 AM IST

पैंज किमाणा में 24 वर्षों बाद आयोजित बगड़वाल नृत्य का समापन हो गया है.गड़वाल नृत्य के समापन अवसर पर ध्याणियों व महिलाओं की आंखे छलक उठी.

rudraprayag
बगड़वाल नृत्य

रुद्रप्रयाग: जिले के ऊखीमठ विकासखंड के निकटवर्ती ग्राम पंचायत पैंज किमाणा में 24 वर्षों बाद आयोजित बगड़वाल नृत्य का समापन हो गया है. 15 दिवसीय बगड़वाल नृत्य में नगर क्षेत्र सहित विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने शामिल होकर पुण्य अर्जित किया. बगड़वाल नृत्य के समापन अवसर पर ध्याणियों व महिलाओं की आंखे छलक उठी.

इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा ने कहा कि बगड़वाल नृत्य हमारी युगों पूर्व परम्परा है. इसलिए बगड़वाल के संरक्षण व संवर्धन के लिए सामूहिक पहल होनी चाहिए. विधायक प्रतिनिधि कर्मवीर कुंवर ने कहा कि जीतू बगड़वाल की गाथा से हमें संघर्ष करने की प्रेरणा मिलती है. सामाजिक कार्यकर्ता सुन्दर सिंह भंडारी ने कहा कि समय-समय पर इस प्रकार के धार्मिक अनुष्ठानों से युवा पीढ़ी को भी सीख मिलती है.

केदारघाटी के पैंज गांव में भावुक क्षणों के साथ संपन्न हुआ बगड़वाल नृत्य.

पढ़ें-CM धामी का पौड़ी दौरा आज, एक अरब की योजनाओं का करेंगे लोकार्पण-शिलान्यास

बगड़वाल नृत्य कमेटी अध्यक्ष व प्रधान संदीप पुष्वाण ने बताया कि पैंज गांव में 24 वर्षों बाद 16 नवम्बर से बगड़वाल नृत्य का शुभारंभ किया गया था जिसका समापन हो गया है. बगड़वाल नृत्य के आयोजन से 15 दिनों तक ऊखीमठ क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहा तथा प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालुओं ने बगड़वाल नृत्य में शामिल होकर पुण्य अर्जित किया. बगड़वाल नृत्य में ढोल वादकों की भूमिका अहम रही है. क्योंकि उन्होंने दिन-रात नृत्य को सम्पन्न कराने में अपना अहम योगदान दिया. नृत्य में विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों व ग्रामीणों का योगदान रहा.

रुद्रप्रयाग: जिले के ऊखीमठ विकासखंड के निकटवर्ती ग्राम पंचायत पैंज किमाणा में 24 वर्षों बाद आयोजित बगड़वाल नृत्य का समापन हो गया है. 15 दिवसीय बगड़वाल नृत्य में नगर क्षेत्र सहित विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने शामिल होकर पुण्य अर्जित किया. बगड़वाल नृत्य के समापन अवसर पर ध्याणियों व महिलाओं की आंखे छलक उठी.

इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा ने कहा कि बगड़वाल नृत्य हमारी युगों पूर्व परम्परा है. इसलिए बगड़वाल के संरक्षण व संवर्धन के लिए सामूहिक पहल होनी चाहिए. विधायक प्रतिनिधि कर्मवीर कुंवर ने कहा कि जीतू बगड़वाल की गाथा से हमें संघर्ष करने की प्रेरणा मिलती है. सामाजिक कार्यकर्ता सुन्दर सिंह भंडारी ने कहा कि समय-समय पर इस प्रकार के धार्मिक अनुष्ठानों से युवा पीढ़ी को भी सीख मिलती है.

केदारघाटी के पैंज गांव में भावुक क्षणों के साथ संपन्न हुआ बगड़वाल नृत्य.

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बगड़वाल नृत्य कमेटी अध्यक्ष व प्रधान संदीप पुष्वाण ने बताया कि पैंज गांव में 24 वर्षों बाद 16 नवम्बर से बगड़वाल नृत्य का शुभारंभ किया गया था जिसका समापन हो गया है. बगड़वाल नृत्य के आयोजन से 15 दिनों तक ऊखीमठ क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहा तथा प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालुओं ने बगड़वाल नृत्य में शामिल होकर पुण्य अर्जित किया. बगड़वाल नृत्य में ढोल वादकों की भूमिका अहम रही है. क्योंकि उन्होंने दिन-रात नृत्य को सम्पन्न कराने में अपना अहम योगदान दिया. नृत्य में विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों व ग्रामीणों का योगदान रहा.

Last Updated : Dec 1, 2021, 10:27 AM IST
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