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बदरी-केदार में कारगर साबित हो रही प्रोटोकॉल व्यवस्था, VIP and VVIP से मालामाल BKTC - बदरीनाथ केदारनाथ धाम

बीकेटीसी की तरफ से प्रोटोकॉल के जरिए आने वाले वीआईपी और वीवीआईपी श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए बनाई गई व्यवस्था वरदान साबित हो रही है. इस साल अब तक केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में 8,241 वीआईपी दर्शन कर चुके हैं. इनसे बीकेटीसी को 26 मई तक 24 लाख 72 हजार 300 रूपये की आय प्राप्त हुई है.

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Published : May 27, 2023, 8:07 PM IST

रुद्रप्रयाग: बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की ओर से प्रोटोकॉल के माध्यम से आने वाले विशिष्ट और अति विशिष्ट महानुभावों के दर्शनों के लिए बनाई गई व्यवस्था कारगर साबित हो रही है. बीकेटीसी देश के अन्य प्रमुख मंदिरों की भांति वीआईपी और वीवीआईपी श्रद्धालुओं से शुल्क वसूल रही है. इससे बीकेटीसी की आय में भी वृद्धि हो रही है. इस वर्ष कपाट खुलने के बाद से अब तक केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में 8,241 वीआईपी दर्शन कर चुके हैं. इनसे बीकेटीसी को 26 मई तक 24 लाख 72 हजार 300 रूपये की आय प्राप्त हुई है.

उल्लेखनीय है कि बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने इस वर्ष यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व देश के चार प्रमुख मंदिर तिरुपति बाला जी, वैष्णों देवी, महाकाल उज्जैन और सोमनाथ धाम में पूजा और मंदिर प्रबंधन व्यवस्था के अध्ययन के लिए अलग-अलग दल भेजे थे. अध्ययन दलों ने अपनी रिपोर्ट में विभिन्न संस्तुतियां की थी, जिनमें से एक संस्तुति धामों के दर्शनों के लिए आने वाले वीआईपी और वीवीआईपी से शुल्क लेने को लेकर थी. अध्ययन दलों की संस्तुति के आधार पर बीकेटीसी बोर्ड बैठक में इस निर्णय पर मुहर लगा दी गई थी और यात्रा में आने वाले वीआईपी और वीवीआईपी श्रद्धालुओं से प्रति व्यक्ति तीन सौ रुपये लेने का निर्णय लिया गया.

Kedarnath Dham
केदारनाथ धाम

यात्राकाल के दौरान बड़ी संख्या में वीआईपी और वीवीआईपी केदारनाथ व बदरीनाथ की यात्रा पर पहुंचते हैं. बीकेटीसी ऐसे वीआईपी श्रद्धालुओं को प्राथमिकता के आधार पर दर्शन कराती है और प्रसाद देती है. इसके साथ ही वीआईपी संदर्भ लेकर भी बड़ी संख्या में लोग धामों में पहुंचते हैं. बीकेटीसी द्वारा प्रति व्यक्ति 300 रुपये का शुल्क निर्धारित करने और उन्हें पर्ची देकर मंदिर में प्रवेश करने की व्यवस्था निर्धारित किए जाने के बाद वीआईपी के नाम पर अनाधिकृत रूप से दर्शन करने वालों पर भी रोक लगी है. बीकेटीसी ने इस व्यवस्था का श्री गणेश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर तीन सौ रुपये चुकाकर किया था.

Badrinath dham
बदरीनाथ नाथ

ये भी पढ़ें: Donation To Kedarnath Temple : पूरे भारत से भक्त घर बैठे कर सकते हैं केदारनाथ धाम में दान

बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि नई व्यवस्था से वीआईपी के नाम पर अनावश्यक रूप से मंदिर में घुसने वालों पर रोक लगी है. आगामी समय में इस व्यवस्था में और अधिक सुधार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी तक केदारनाथ धाम में 2,922 वीआईपी श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचे, जिनसे 8 लाख 76 हजार 600 रुपये की आय हुई है. इसी प्रकार बदरीनाथ धाम में अब तक 5,319 वीआईपी श्रद्धालु यात्रा कर चुके हैं, जिनसे 15 लाख 95 हजार 700 रुपये की आय हुई है.

ये भी पढ़ें: Chardham Yatra 2023: हर-हर गंगे के जयघोष के साथ खुले गंगोत्री धाम के कपाट, तस्वीरों में देखें पहले दिन का नजारा

रुद्रप्रयाग: बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की ओर से प्रोटोकॉल के माध्यम से आने वाले विशिष्ट और अति विशिष्ट महानुभावों के दर्शनों के लिए बनाई गई व्यवस्था कारगर साबित हो रही है. बीकेटीसी देश के अन्य प्रमुख मंदिरों की भांति वीआईपी और वीवीआईपी श्रद्धालुओं से शुल्क वसूल रही है. इससे बीकेटीसी की आय में भी वृद्धि हो रही है. इस वर्ष कपाट खुलने के बाद से अब तक केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में 8,241 वीआईपी दर्शन कर चुके हैं. इनसे बीकेटीसी को 26 मई तक 24 लाख 72 हजार 300 रूपये की आय प्राप्त हुई है.

उल्लेखनीय है कि बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने इस वर्ष यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व देश के चार प्रमुख मंदिर तिरुपति बाला जी, वैष्णों देवी, महाकाल उज्जैन और सोमनाथ धाम में पूजा और मंदिर प्रबंधन व्यवस्था के अध्ययन के लिए अलग-अलग दल भेजे थे. अध्ययन दलों ने अपनी रिपोर्ट में विभिन्न संस्तुतियां की थी, जिनमें से एक संस्तुति धामों के दर्शनों के लिए आने वाले वीआईपी और वीवीआईपी से शुल्क लेने को लेकर थी. अध्ययन दलों की संस्तुति के आधार पर बीकेटीसी बोर्ड बैठक में इस निर्णय पर मुहर लगा दी गई थी और यात्रा में आने वाले वीआईपी और वीवीआईपी श्रद्धालुओं से प्रति व्यक्ति तीन सौ रुपये लेने का निर्णय लिया गया.

Kedarnath Dham
केदारनाथ धाम

यात्राकाल के दौरान बड़ी संख्या में वीआईपी और वीवीआईपी केदारनाथ व बदरीनाथ की यात्रा पर पहुंचते हैं. बीकेटीसी ऐसे वीआईपी श्रद्धालुओं को प्राथमिकता के आधार पर दर्शन कराती है और प्रसाद देती है. इसके साथ ही वीआईपी संदर्भ लेकर भी बड़ी संख्या में लोग धामों में पहुंचते हैं. बीकेटीसी द्वारा प्रति व्यक्ति 300 रुपये का शुल्क निर्धारित करने और उन्हें पर्ची देकर मंदिर में प्रवेश करने की व्यवस्था निर्धारित किए जाने के बाद वीआईपी के नाम पर अनाधिकृत रूप से दर्शन करने वालों पर भी रोक लगी है. बीकेटीसी ने इस व्यवस्था का श्री गणेश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर तीन सौ रुपये चुकाकर किया था.

Badrinath dham
बदरीनाथ नाथ

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बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि नई व्यवस्था से वीआईपी के नाम पर अनावश्यक रूप से मंदिर में घुसने वालों पर रोक लगी है. आगामी समय में इस व्यवस्था में और अधिक सुधार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी तक केदारनाथ धाम में 2,922 वीआईपी श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचे, जिनसे 8 लाख 76 हजार 600 रुपये की आय हुई है. इसी प्रकार बदरीनाथ धाम में अब तक 5,319 वीआईपी श्रद्धालु यात्रा कर चुके हैं, जिनसे 15 लाख 95 हजार 700 रुपये की आय हुई है.

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