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जिला अस्पताल में बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं, जन अधिकार मंच ने खोला मोर्चा

रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय में 23 डॉक्टरों के सापेक्ष केवल 21 डॉक्टरों की तैनाती हो रखी है. बावजूद इसके अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे मरीजों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल रहा है.

जिला अस्पताल की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जन अधिकार मंच ने खोला मोर्चा.
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Published : Sep 2, 2019, 7:10 PM IST

रुद्रप्रयाग: जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर जन अधिकार मंच ने कई सवाल खड़े किये हैं. मंच के जुड़े लोगों का कहना है कि जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. जिसके चलते मरीज और उनके तीमारदारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आलम ये है कि अस्पताल के वार्डों में पंखे खराब पड़े हैं और बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था तक नहीं है.

जिला अस्पताल की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जन अधिकार मंच ने खोला मोर्चा.

बता दें कि रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय में 23 डॉक्टरों के सापेक्ष केवल 21 डॉक्टरों की तैनाती हो रखी है. बावजूद इसके अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे मरीजों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल रहा है. जन अधिकार मंच का आरोप है कि स्टॉफ नर्सों द्वारा मरीजों के साथ गैर जिम्मेदाराना व्यवहार किया जाता है. जिसके चलते मरीज और उनके तीमारदार परेशान है.

वहीं, अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ सहित कई डॉक्टरों के छुट्टी पर जाने के कारण मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. तीमारदारों की शिकायत है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों की बेड सीट तक नहीं बदली जाती. साथ ही यहां सफाई व्यवस्था भी बदहाल है. वहीं, होम्योपैथिक विभाग में न तो डॉक्टर मौजूद है और न कोई कर्मचारी.

ये भी पढ़े: राजस्थान: पूरे देश में नहीं है राजसमंद के इस मंदिर जैसी प्रतिमा

बहरहाल, मॉनसून के चलते इनदिनों जनपद के कई गांवों में लोग वायरल फीवर की चपेट में हैं. ऐसे में जिला चिकित्सालय में मरीजों की भारी भीड़ उमड़ रही है. लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है.

रुद्रप्रयाग: जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर जन अधिकार मंच ने कई सवाल खड़े किये हैं. मंच के जुड़े लोगों का कहना है कि जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. जिसके चलते मरीज और उनके तीमारदारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आलम ये है कि अस्पताल के वार्डों में पंखे खराब पड़े हैं और बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था तक नहीं है.

जिला अस्पताल की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जन अधिकार मंच ने खोला मोर्चा.

बता दें कि रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय में 23 डॉक्टरों के सापेक्ष केवल 21 डॉक्टरों की तैनाती हो रखी है. बावजूद इसके अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे मरीजों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल रहा है. जन अधिकार मंच का आरोप है कि स्टॉफ नर्सों द्वारा मरीजों के साथ गैर जिम्मेदाराना व्यवहार किया जाता है. जिसके चलते मरीज और उनके तीमारदार परेशान है.

वहीं, अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ सहित कई डॉक्टरों के छुट्टी पर जाने के कारण मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. तीमारदारों की शिकायत है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों की बेड सीट तक नहीं बदली जाती. साथ ही यहां सफाई व्यवस्था भी बदहाल है. वहीं, होम्योपैथिक विभाग में न तो डॉक्टर मौजूद है और न कोई कर्मचारी.

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बहरहाल, मॉनसून के चलते इनदिनों जनपद के कई गांवों में लोग वायरल फीवर की चपेट में हैं. ऐसे में जिला चिकित्सालय में मरीजों की भारी भीड़ उमड़ रही है. लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है.

Intro:जिला अस्पताल में पंखे खराब, बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं
वायरल फीवर के कई मामले आ रहे सामने
जन अधिकार मंच ने किया जिला चिकित्सालय का निरीक्षण
रुद्रप्रयाग। जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं के चलते मरीजों और तीमारदारों को परेशानी हो रही है। स्थिति यह है कि वार्डों में पंखे खराब पड़े हैं। बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। तीमारदारों की शिकायत है कि बेड सीट भी गंदी बिछाई जा रही है। सफाई व्यवस्था पर अस्पताल प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। Body:रुद्रप्रयाग जिला चिकित्सालय में भले ही कहने के लिए 23 डाॅक्टरों के सापेक्ष 21 डाॅक्टरों की तैनाती हो रखी हो लेकिन हकीकत यह है कि यहां कभी पूरे डाॅक्टर मिलते ही नहीं हैं। जबकि अन्य अव्यवस्थाओं से मरीज भारी परेशान है। जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर लगातार मिल रही शिकायत पर साजाजिक संगठन जन अधिकार मंच ने जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भारी खामियां पाई गई। भीषण गर्मी होने के बावजूद भी कई वार्डों में पंखे नहीं चल रहे हैं। जबकि बिजली जाने के बाद कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। जबकि महिला स्टाॅफ नर्सों के मरीजों के साथ गैर जिम्मेदाराना व्यवहार से मरीज परेशान हैं। हड्डी रोग विशेषज्ञ सहित कई डाॅक्टर छुट्टी पर जाने के कारण मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। होम्योपैथिक विभाग में जब टीम गई तो वहां एक महिला चतुर्थ श्रेणाी कर्मचारी के अलावा न तो होम्योपैथिक अधिकारी मौजूद था और न अन्य कर्मचारी। Conclusion:उधर, रुद्रप्रयाग जनपद के कई गांवों में वायरल फीवर बीमारी के प्रकोप से त्रस्त हैं जिस कारण जिला जिकित्सालय में मरीजों की भारी भीड़ हो रही है लेकिन डाॅक्टरों की कमी के चलते गरीब मरीजों को सबसे अधिक परेशानियां झेलनी पड़ रही है। फिजिशियन डाॅ राजीव गैरोला ने का कहना है कि आजकल सभी लोग पानी उबाल कर पियें और अपने आस.पास सफाई रखें।
बाइट - मोहित प्रसाद, अध्यक्ष जन अधिकार मंच
बाइट - कृष्णानंद, सामाजिक कार्यकर्ता
बाइट - डाॅ राजीव गैराला, फिजिशियन
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