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बाबा केदारनाथ, मदमहेश्वर और तुंगनाथ के दर्शन करने के लिए शीतकालीन यात्रा शुरू - Winter Tour

बाबा केदारनाथ, मदमहेश्वर और तुंगनाथ के गददीस्थलों में विराजे ही शीतकालीन यात्रा का आगाज हो गया है. वहीं अब श्रद्धालु एक साथ भगवान मदमहेश्वर और केदारनाथ भगवान के दर्शन ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में कर सकेंगे.

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बाबा केदारनाथ, मदमहेश्वर और तुंगनाथ के दर्शन करने के लिए शीतकालीन यात्रा शुरू.
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Published : Dec 1, 2019, 7:30 AM IST

रुद्रप्रयाग: बाबा केदारनाथ, मदमहेश्वर और तुंगनाथ के शीतकालीन गददीस्थलों में विराजते ही जनपद में शीतकालीन यात्रा का भी आगाज हो गया है. वहीं अब श्रद्धालु एक साथ भगवान मदमहेश्वर और केदारनाथ भगवान के दर्शन ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में कर सकेंगे.साथ ही भगवान तुंगनाथ के दर्शन श्रद्धालुओं को मक्कूमठ में होंगे. वहीं जो भक्त मदमहेश्वर, तुंगनाथ और केदारनाथ धाम जाने में असमर्थ हैं. वो सभी ओंकारेश्वर मंदिर में ही भगवान केदार के स्वरूपों के दर्शन कर अपने मन की इच्छा पूर्ण कर सकते हैं.

भगवान मदमहेश्वर और केदारनाथ भगवान के दर्शन ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में कर सकेंगे श्रद्धालु.

बता दें कि भगवान केदारनाथ और मदमहेश्वर अपने शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराज गये हैं. जिसके चलतेम श्रद्धालु शीतकाल के छः माह तक बाबा केदार के दर्शन ओंकारेश्वर मंदिर में कर सकते हैं. इस साल भगवान केदारनाथ की यात्रा पर रिकार्ड तोड़ तीर्थ यात्री पहुंचे थे. जिसके चलते यात्रा मार्ग पर लोगों को रोजगार मिला साथ ही मंदिर समिति की आय में भी वृद्धि हुई.

ये भी पढ़े: हरिद्वार: सांभर को पकड़ने में वन विभाग के छूटे पसीने, बमुश्किल किया रेस्क्यू

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि शीतकालीन यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. जिसके चलते यहां आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं होंगी. यात्री त्रियुगीनारायण, ओंकारेश्वर, कालीमठ, नारायणकोटी मंदिर समूह और कार्तिक स्वामी धार्मिक स्थलों की आसानी से यात्रा कर सकते हैं.

रुद्रप्रयाग: बाबा केदारनाथ, मदमहेश्वर और तुंगनाथ के शीतकालीन गददीस्थलों में विराजते ही जनपद में शीतकालीन यात्रा का भी आगाज हो गया है. वहीं अब श्रद्धालु एक साथ भगवान मदमहेश्वर और केदारनाथ भगवान के दर्शन ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में कर सकेंगे.साथ ही भगवान तुंगनाथ के दर्शन श्रद्धालुओं को मक्कूमठ में होंगे. वहीं जो भक्त मदमहेश्वर, तुंगनाथ और केदारनाथ धाम जाने में असमर्थ हैं. वो सभी ओंकारेश्वर मंदिर में ही भगवान केदार के स्वरूपों के दर्शन कर अपने मन की इच्छा पूर्ण कर सकते हैं.

भगवान मदमहेश्वर और केदारनाथ भगवान के दर्शन ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में कर सकेंगे श्रद्धालु.

बता दें कि भगवान केदारनाथ और मदमहेश्वर अपने शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराज गये हैं. जिसके चलतेम श्रद्धालु शीतकाल के छः माह तक बाबा केदार के दर्शन ओंकारेश्वर मंदिर में कर सकते हैं. इस साल भगवान केदारनाथ की यात्रा पर रिकार्ड तोड़ तीर्थ यात्री पहुंचे थे. जिसके चलते यात्रा मार्ग पर लोगों को रोजगार मिला साथ ही मंदिर समिति की आय में भी वृद्धि हुई.

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जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि शीतकालीन यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. जिसके चलते यहां आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं होंगी. यात्री त्रियुगीनारायण, ओंकारेश्वर, कालीमठ, नारायणकोटी मंदिर समूह और कार्तिक स्वामी धार्मिक स्थलों की आसानी से यात्रा कर सकते हैं.

Intro:खबर विशेष -
अब शीतकालीन यात्रा से जुड़ी हैं व्यापारियों की उम्मीदें
बाबा केदार, मदमहेश्वर और तुंगनाथ के कपाट बंद होने के बाद शीतकालीन यात्रा का आगाज
एक साथ ओंकारेश्वर मंदिर में कर सकते हैं केदार और मदमहेश्वर के दर्शन
भगवान तुंगनाथ के शीतकाल में मक्कूमठ में होते हैं दर्शन
शीतकाल में श्रद्धालु जिले के कई धार्मिक एवं तीर्थ स्थलों में कर सकते हैं यात्रा, रहस्यों से भरे हैं मठ-मंदिर
रुद्रप्रयाग। बाबा केदारनाथ, मदमहेश्वर और तुंगनाथ के शीतकालीन गददीस्थलों में विराजते ही जनपद में शीतकालीन यात्रा का भी आगाज हो गया है। श्रद्धालु एक साथ भगवान मदमहेश्वर और केदारनाथ भगवान के दर्शन ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में कर सकते हैं। इसके अलावा भगवान तुंगनाथ के दर्शन श्रद्धालुओं को मक्कूमठ में करने होंगे। जो भक्त मदमहेश्वर, तुंगनाथ व केदारनाथ धाम में जाने में असमर्थ होता है, वह ओंकारेश्वर मंदिर में भगवान केदार के स्वरूपों के दर्शन कर अपनी मन इच्छा पूर्ण कर सकता है। भगवान उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। Body:बता दें कि भगवान केदारनाथ और मदमहेश्वर अपने शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराज गये हैं। अब देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु शीतकाल के छः माह तक बाबा केदार के दर्शन आंेकारेश्वर मंदिर में आकर कर सकते हैं। इस बार भगवान केदारनाथ की यात्रा पर रिकार्ड तोड़ तीर्थ यात्री पहुंचे हैं। दस लाख के पार यात्रा का आंकड़ा गया है। यात्रा मार्ग पर लोगों को रोजगार मिला तो मंदिर समिति की आय में भी करोड़ों की वृद्धि हुई। इसके अलावा डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चर मजदूरों के लिए भी इस वर्ष की यात्रा सुखद संदेश दे गई है।
बाइट - मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी
वीओ -2- भगवान केदारनाथ, तुंगनाथ व मदमहेश्वर के कपाट बंद होने के बाद हजारों लोग बेरोजगार भी हो गये हैं। ऐसे में स्थानीय बेरोजगारों को शीतकालीन यात्रा से उम्मीदंे हैं। पिछले वर्ष की बात करें तो जनपद में शीतकालीन यात्रा कोई खास नहीं रही थी, जो पर्यटक दिसम्बर व जनवरी माह में चोपता, दुगलबिटटा, देवरियाताल आदि स्थानों पर आते हैं, वही ओंकारेश्वर मंदिर, कालीमठ, शिव-पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण, कार्तिक स्वामी आदि धार्मिक स्थलों पर भी जाते हैं। एक प्रकार से देखा जाय तो शीतकालीन यात्रा सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। दिसम्बर से लेकर अप्रैल मई तक बारिश और भूस्खलन भी खतरा नहीं रहता है। जबकि दिसम्बर और जनवरी के माह में पर्यटक और यात्रियों को बर्फ भी देखने को मिल जाती है। हालांकि सर्दियां शुरू होते ही पर्यटकों के यहां आने का सिलसिला भी जारी हो गया है। प्रशासन ने भी शीतकालीन यात्रा को लेकर तैयारियां कर दी हैं।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि शीतकालीन यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। यहां आने वाले यात्रियों के लिये किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं होंगी। यात्री त्रियुगीनारायण, ओंकारेश्वर, कालीमठ, नारायणकोटी मंदिर समूह, कार्तिक स्वामी आदि धार्मिक स्थलों में आकर यात्रा कर सकते हैं।
बाइट - सुरेन्द्र रावत, स्थानीय व्यापारी
बाइट - 2- मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी Conclusion:
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