रुद्रप्रयाग: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा विकास भवन सभागार में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत ‘मातृ वंदना सप्ताह‘ का समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया. डीएम मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि मातृ वंदना सप्ताह कार्यक्रम के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को स्वयं को बाल विकास विभाग में पंजीकृत कराने की जानकारी दी. जिससे पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को योजना से लाभान्वित किया जा सके. योजना का लाभ सभी पात्र महिलाओं को लाभ तत्काल मिल सके.
प्रतियोगिता के विजेताओं व जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वाधिक मातृ वंदना योजना के फॉर्म भराए गए थे. उन सभी को जिलाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया. प्रत्येक ब्लॉक से सर्वाधिक फॉर्म उपलब्ध कराने वाली तीन-तीन कार्यकर्तां को सम्मानित किया गया. जवाड़ी इंटर कॉलेज के प्रवक्ता नंदन सिंह राणा ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' पर कविता तथा विक्रम प्रवान ने बेटियों के महत्व पर लोक भाषा में गीत भी गाया.
जिलाधिकारी ने कहा कि मातृ वंदना सप्ताह की थीम स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण की ओर सुरक्षित जननी, विकसित धरणी हैं. इसका उद्देश्य गर्भवती महिला को पंजीकृत कर समस्त स्वास्थ्य जांच के लाभ प्रदान करना है, ताकि स्वस्थ माता एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सके. इसके साथ ही संस्थागत प्रसव, कन्या भ्रूण हत्या रोकना, जन्म पंजीकरण अनिवार्य रूप से करवाना है. मातृ वंदना योजना के तहत पहले जीवित बच्चे के लिए गर्भवती व धात्री माताओं के खाते में चरणवार तरीके से कुल रुपये पांच हजार की धनराशि प्रोत्साहन स्वरूप दी जा रही है.
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योजना के लाभ के लिए पति पत्नी के आधार कार्ड व एमसीपी (टीकाकरण) कार्ड की प्रति अभिलेख के लिए अनिवार्य है. पांच हजार की धनराशि तीन किश्तों में दी जाती है. डेढ़ सौ दिन के भीतर आंगनबाड़ी केन्द्र में गर्भवती द्वारा पंजीकरण कराने पर एक हजार, गर्भवती महिला द्वारा प्रसव से पूर्व जांच कराने पर दो हजार व अन्तिम किश्त दो हजार रुपये शिशु के जन्म के साढे़ तीन माह बाद दी जाती है. कार्यक्रम का संचालन प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक अंकिता बिष्ट व जिला समन्वयक अजय नौटियाल द्वारा किया गया.