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'मातृ वंदना सप्ताह': आंगनबाड़ी वर्कर्स को डीएम ने किया सम्मानित - Rudraprayag

विकास भवन सभागार में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत 'मातृ वंदना सप्ताह' कार्यक्रम का समापन हुआ. इस दौरान जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वाधिक मातृ वंदना योजना के फॉर्म भराए गए थे. सभी कार्यकर्ताओं को जिलाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया.

Mantri Matri vandana yojana
मातृ वंदना सप्ताह समापन
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Published : Dec 8, 2019, 11:37 PM IST

Updated : Dec 9, 2019, 7:34 AM IST

रुद्रप्रयाग: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा विकास भवन सभागार में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत ‘मातृ वंदना सप्ताह‘ का समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया. डीएम मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि मातृ वंदना सप्ताह कार्यक्रम के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को स्वयं को बाल विकास विभाग में पंजीकृत कराने की जानकारी दी. जिससे पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को योजना से लाभान्वित किया जा सके. योजना का लाभ सभी पात्र महिलाओं को लाभ तत्काल मिल सके.

प्रतियोगिता के विजेताओं व जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वाधिक मातृ वंदना योजना के फॉर्म भराए गए थे. उन सभी को जिलाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया. प्रत्येक ब्लॉक से सर्वाधिक फॉर्म उपलब्ध कराने वाली तीन-तीन कार्यकर्तां को सम्मानित किया गया. जवाड़ी इंटर कॉलेज के प्रवक्ता नंदन सिंह राणा ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' पर कविता तथा विक्रम प्रवान ने बेटियों के महत्व पर लोक भाषा में गीत भी गाया.

जिलाधिकारी ने कहा कि मातृ वंदना सप्ताह की थीम स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण की ओर सुरक्षित जननी, विकसित धरणी हैं. इसका उद्देश्य गर्भवती महिला को पंजीकृत कर समस्त स्वास्थ्य जांच के लाभ प्रदान करना है, ताकि स्वस्थ माता एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सके. इसके साथ ही संस्थागत प्रसव, कन्या भ्रूण हत्या रोकना, जन्म पंजीकरण अनिवार्य रूप से करवाना है. मातृ वंदना योजना के तहत पहले जीवित बच्चे के लिए गर्भवती व धात्री माताओं के खाते में चरणवार तरीके से कुल रुपये पांच हजार की धनराशि प्रोत्साहन स्वरूप दी जा रही है.

आंगनबाड़ी वर्कर्स को डीएम ने किया सम्मानित

ये भी पढ़ें:विद्यालय निरीक्षण में CDO को मिली कई खामियां, अधिकारियों को लगाई फटकार

योजना के लाभ के लिए पति पत्नी के आधार कार्ड व एमसीपी (टीकाकरण) कार्ड की प्रति अभिलेख के लिए अनिवार्य है. पांच हजार की धनराशि तीन किश्तों में दी जाती है. डेढ़ सौ दिन के भीतर आंगनबाड़ी केन्द्र में गर्भवती द्वारा पंजीकरण कराने पर एक हजार, गर्भवती महिला द्वारा प्रसव से पूर्व जांच कराने पर दो हजार व अन्तिम किश्त दो हजार रुपये शिशु के जन्म के साढे़ तीन माह बाद दी जाती है. कार्यक्रम का संचालन प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक अंकिता बिष्ट व जिला समन्वयक अजय नौटियाल द्वारा किया गया.

रुद्रप्रयाग: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा विकास भवन सभागार में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत ‘मातृ वंदना सप्ताह‘ का समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया. डीएम मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि मातृ वंदना सप्ताह कार्यक्रम के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को स्वयं को बाल विकास विभाग में पंजीकृत कराने की जानकारी दी. जिससे पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को योजना से लाभान्वित किया जा सके. योजना का लाभ सभी पात्र महिलाओं को लाभ तत्काल मिल सके.

प्रतियोगिता के विजेताओं व जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वाधिक मातृ वंदना योजना के फॉर्म भराए गए थे. उन सभी को जिलाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया. प्रत्येक ब्लॉक से सर्वाधिक फॉर्म उपलब्ध कराने वाली तीन-तीन कार्यकर्तां को सम्मानित किया गया. जवाड़ी इंटर कॉलेज के प्रवक्ता नंदन सिंह राणा ने 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' पर कविता तथा विक्रम प्रवान ने बेटियों के महत्व पर लोक भाषा में गीत भी गाया.

जिलाधिकारी ने कहा कि मातृ वंदना सप्ताह की थीम स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण की ओर सुरक्षित जननी, विकसित धरणी हैं. इसका उद्देश्य गर्भवती महिला को पंजीकृत कर समस्त स्वास्थ्य जांच के लाभ प्रदान करना है, ताकि स्वस्थ माता एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सके. इसके साथ ही संस्थागत प्रसव, कन्या भ्रूण हत्या रोकना, जन्म पंजीकरण अनिवार्य रूप से करवाना है. मातृ वंदना योजना के तहत पहले जीवित बच्चे के लिए गर्भवती व धात्री माताओं के खाते में चरणवार तरीके से कुल रुपये पांच हजार की धनराशि प्रोत्साहन स्वरूप दी जा रही है.

आंगनबाड़ी वर्कर्स को डीएम ने किया सम्मानित

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योजना के लाभ के लिए पति पत्नी के आधार कार्ड व एमसीपी (टीकाकरण) कार्ड की प्रति अभिलेख के लिए अनिवार्य है. पांच हजार की धनराशि तीन किश्तों में दी जाती है. डेढ़ सौ दिन के भीतर आंगनबाड़ी केन्द्र में गर्भवती द्वारा पंजीकरण कराने पर एक हजार, गर्भवती महिला द्वारा प्रसव से पूर्व जांच कराने पर दो हजार व अन्तिम किश्त दो हजार रुपये शिशु के जन्म के साढे़ तीन माह बाद दी जाती है. कार्यक्रम का संचालन प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक अंकिता बिष्ट व जिला समन्वयक अजय नौटियाल द्वारा किया गया.

Intro:गर्भवती महिलाओं का समय से चिन्हीकरण आवश्यक: मंगेश
मातृ वंदना सप्ताह का समापन, प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर किया सम्मानित
रुद्रप्रयाग । महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा विकास भवन सभागार में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत ‘‘मातृ वंदना सप्ताह‘‘ का समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विकास भवन में समापन कार्यक्रम के अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि मातृ वंदना सप्ताह कार्यक्रम के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को स्वयं को बाल विकास विभाग में पंजीकृत कराने की जानकारी दी गई, जिससे प्रथम बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को योजना से लाभान्वित किया जा सके। हमारा उद्देश्य है की पात्र समस्त गर्भवती महिलाओं को तत्काल लाभ दिया जाय। इसके लिए बाल विकास विभाग को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मॉनिटर व कार्यकत्रियों को क्षेत्र की गर्भवती होने वाली महिलाओं का ससमय चिन्हीकरण आवश्यक है।Body:मातृ वंदना सप्ताह के तहत विद्यालयों में जननी वर्तमान परिदृश्य विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के विजेताओं व जिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा सर्वाधिक मातृ वंदना योजना के फॉर्म भराए गए, उन सबको जिलाधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया गया। प्रत्येक ब्लॉक से सर्वाधिक फॉर्म उपलब्ध कराने वाली तीन-तीन कार्यकत्रियों को सम्मानित किया गया। साथ ही जवाड़ी इंटर कॉलेज के प्रवक्ता नंदन सिंह राणा ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर कविता तथा विक्रम कप्रवान ने बेटियों के महत्व पर लोक भाषा में गीत भी गाया। जिलाधिकारी ने कहा कि मातृ वंदना सप्ताह की थीम स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण की ओर सुरक्षित जननी, विकसित धरणी हैं। इसका उद्देश्य गर्भवती महिला को पंजीकृत कर समस्त स्वास्थ्य जांच के लाभ प्रदान करना है, ताकि स्वस्थ माता एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सके। इसके साथ ही संस्थागत प्रसव, कन्या भू्रण हत्या रोकना, जन्म पंजीकरण अनिवार्य रूप से करवाना है। मातृ वंदना योजना के तहत पहले जीवित बच्चे के लिए गर्भवती व धात्री माताओं के खाते में चरणवार तरीके से कुल रूपये पांच हजार की धनराशि प्रोत्साहन स्वरूप दी जा रही है। योजना के लाभ के लिए दाम्पत्यों के आधार कार्ड व एमसीपी (टीकाकरण) कार्ड की प्रति अभिलेख के लिए अनिवार्य है। पांच हजार की धनराशि तीन किश्तों में दी जाती है। डेढ़ सौ दिन के भीतर आंगनबाड़ी केन्द्र में गर्भवती द्वारा पंजीकरण कराने पर एक हजार, गर्भवती महिला द्वारा प्रसव से पूर्व जांच कराने पर दो हजार व अन्तिम किश्त दो हजार रूपये शिशु के जन्म के साढे़ तीन माह बाद दी जाती है। कार्यक्रम का संचालन प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक अंकिता बिष्ट व जिला समन्वयक अजय नौटियाल द्वारा किया गया।Conclusion:
Last Updated : Dec 9, 2019, 7:34 AM IST
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