रुद्रप्रयाग: अपनी विभिन्न मांगों के लेकर धरने पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सेविका और मिनी कर्मचारियों का धरना 17वें दिन भी जारी रहा. रुद्रप्रयाग जिले के तीनों ब्लॉकों की कार्यकत्रियों ने सोमवार को कार्य बहिष्कार किया. कार्यकत्रियों के धरने की वजह से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के साथ आंगनबाड़ी में पढ़ रहे बच्चों का पठन-पाठन भी प्रभावित हुआ.
समान कार्य का समान वेतन, विभागीय पदोन्नति, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को वरीयता के अनुसार प्रतिवर्ष मानदेय वृद्धि, दीपावली बोनस समेत कई मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सेविका और मिनी कर्मचारी बीती 13 दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी हैं. 17 दिनों से सरकार के खिलाफ धरना दे रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी, उनका धरना जारी रहेगा.
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धरने पर बैठी एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने कहा कि सरकार पूरी तरह से गूंगी बहरी हो चुकी है, जो लंबे समय से उनकी जायज मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है, लेकिन अब उन्होंने निर्णय लिया है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक वे पीछे नही हटेंगी.
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के धरने का समर्थन करते हुए जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगें जायज हैं. इतने कम वेतन में किसी का भी गुजारा संभव नहीं है. महिलाएं पहाड़ की रीढ़ हैं.