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केदारनाथ में 10 आम श्रद्धालुओं के बाद एक वीआईपी को मिलेगा दर्शन करने का मौका

नए नियम के तहत अब 10 आम श्रद्धालुओं के दर्शन करने के बाद एक वीआईपी यात्री को दर्शन कराए जाएंगे. ऐसे में अब आम श्रद्धालुओं को ज्यादा देर तक लाइन में भी खड़ा नहीं रहना होगा.

Kedarnath temple
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Published : Jun 1, 2019, 8:45 PM IST

रुद्रप्रयाग: वीआईपी तीर्थ यात्रियों की वजह से अक्सर केदारनाथ धाम में आम श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है. जिस वजह से उन्हें दर्शन के लिए घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है. आम श्रद्धालु इससे लेकर कई बार जिला प्रशासन से भी शिकायत कर चुके हैं. जिसे देखते हुए अब प्रशासन ने इसका रास्ता निकाल लिया है.

पढ़ें- यूपी और उत्तराखंड में लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले 6 बदमाश गिरफ्तार

नए नियम के तहत अब 10 आम श्रद्धालुओं के दर्शन करने के बाद एक वीआईपी यात्री को दर्शन कराए जाएंगे. ऐसे में अब आम श्रद्धालुओं को ज्यादा देर तक लाइन में भी खड़ा नहीं रहना होगा. रुद्रपुर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने ये नया रास्ता निकाला है.

10 आम श्रद्धालुओं के बाद एक वीआईपी को मिलेगा दर्शन करने का मौका

वीआईपी हेलीकॉप्टर के जरिए फाटा से सात मिनट में केदारनाथ पहुंच जाते हैं. इसके बाद वो मंदिर समिति को फीस जमा करने के बाद आसानी से दर्शन कर लेते हैं. जबकि घोड़े-खच्चर, डंडी-कंडी व पैदल चलकर गौरीकुंड से केदारनाथ पहुंचने में यात्रियों को पूरा दिन लग जाता है. जिसके बाद वो दूसरे दिन सुबह लाइन में लगकर बाबा केदार के दर्शन करते हैं. लेकिन वीआईपी यात्रियों के कारण आम श्रद्धालुओं को घंटों लाइन में लगना पड़ता है.

पढ़ें- नंदादेवी ईस्ट में लापता हुए विदेशी ट्रेकर्स, खराब मौसम के चलते सर्च ऑपरेशन में आ रही दिक्कत

आम श्रद्धालुओं की परेशानियों को समझते हुए रुद्रप्रयाग डीएम ने इसके लिए नया रास्त खोजा है. इससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु को अच्छा संदेश जाएगा. इस प्रक्रिया के बाद आम श्रद्धालु को ज्यादा देर लाइन में नहीं लगना पड़ेगा.

डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. केदारनाथ में लगातार यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही है. अभीतक श्रद्धालुओं का आंकड़ा ढाई लाख के पार पहुंच चुका है.

रुद्रप्रयाग: वीआईपी तीर्थ यात्रियों की वजह से अक्सर केदारनाथ धाम में आम श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है. जिस वजह से उन्हें दर्शन के लिए घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है. आम श्रद्धालु इससे लेकर कई बार जिला प्रशासन से भी शिकायत कर चुके हैं. जिसे देखते हुए अब प्रशासन ने इसका रास्ता निकाल लिया है.

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नए नियम के तहत अब 10 आम श्रद्धालुओं के दर्शन करने के बाद एक वीआईपी यात्री को दर्शन कराए जाएंगे. ऐसे में अब आम श्रद्धालुओं को ज्यादा देर तक लाइन में भी खड़ा नहीं रहना होगा. रुद्रपुर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने ये नया रास्ता निकाला है.

10 आम श्रद्धालुओं के बाद एक वीआईपी को मिलेगा दर्शन करने का मौका

वीआईपी हेलीकॉप्टर के जरिए फाटा से सात मिनट में केदारनाथ पहुंच जाते हैं. इसके बाद वो मंदिर समिति को फीस जमा करने के बाद आसानी से दर्शन कर लेते हैं. जबकि घोड़े-खच्चर, डंडी-कंडी व पैदल चलकर गौरीकुंड से केदारनाथ पहुंचने में यात्रियों को पूरा दिन लग जाता है. जिसके बाद वो दूसरे दिन सुबह लाइन में लगकर बाबा केदार के दर्शन करते हैं. लेकिन वीआईपी यात्रियों के कारण आम श्रद्धालुओं को घंटों लाइन में लगना पड़ता है.

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आम श्रद्धालुओं की परेशानियों को समझते हुए रुद्रप्रयाग डीएम ने इसके लिए नया रास्त खोजा है. इससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु को अच्छा संदेश जाएगा. इस प्रक्रिया के बाद आम श्रद्धालु को ज्यादा देर लाइन में नहीं लगना पड़ेगा.

डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ धाम में तीर्थ यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. केदारनाथ में लगातार यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही है. अभीतक श्रद्धालुओं का आंकड़ा ढाई लाख के पार पहुंच चुका है.

आम श्रद्धालुओं को मिली वीआईपी दर्शन से राहत
अब दस तीर्थयात्रियों के बाद ही एक वीआईपी कर सकेगा दर्शन
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की पहल का श्रद्धालुओं ने किया स्वागत
उत्तराखण्ड डेस्क
स्लग - वीआईपी दर्शन
रिपोर्ट - रोहित डिमरी/01 जून 2019/रुद्रप्रयाग/एवीबी
एंकर - केदारनाथ में वीआईपी दर्शन से तीर्थयात्रियों को परेशानी हो रही है। आम श्रद्धालुओं की बार-बार शिकायत के बाद अब जिला प्रशासन ने रास्ता निकाला है, जिसमें दस आम श्रद्धालुओं के दर्शन के बाद एक वीआईपी यात्री दर्शन के लिए जायेगा। ऐसी प्रक्रिया के बाद आम श्रद्धालुओं को ज्यादा देर तक लाइन में भी खड़ा नहीं रहना होगा और वह कुछ देर के इंतजार के बाद भगवान भोले के दर्शन कर सकेगा।
वीओ -1- जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की ओर से आम श्रद्धालुओं को लेकर यह रास्ता निकाला गया है। अकसर यात्रा में यह देखने को मिल रहा है कि वीआईपी यात्रियों के कारण आम श्रद्धालुओं को भारी मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है। उन्हें घंटों लाइन में इंतजार करना पड़ता है, जबकि वीआईपी यात्री आसानी से भगवान केदार के दर्शन कर रहे हैं। हेलीकाॅप्टर से वीआईपी यात्री सात मिनट में केदारनाथ पहुंच जाते हैं और फिर मंदिर समिति को फीस जमा करने के बाद आसानी से दर्शन कर लेते हैं। घोड़े-खच्चर, डंडी-कंडी व पैदल चलकर गौरीकुंड से केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों का पहले तो पूरा दिन ऐसा ही निकल जाता है और फिर दूसरे दिन यात्री सुबह से लाइन में लगकर दर्शनों का इंतजार करते हैं, लेकिन वीआईपी यात्रियों के कारण उनका नम्बर ही नहीं आ पाता है और उन्हें फिर दो से तीन दिन तक लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ता है। इस समस्या से जूझने के कारण आम श्रद्धालुओं में खासा आक्रोश पैदा हो गया है। आये दिन तीर्थयात्री परेशान की वीआईपी व्यवस्था से परेशान हैं। ऐसे में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने आम श्रद्धालुओं की परेशानियों को समझते हुए समाधान निकाला है। उन्होंने कहा कि वीआईपी दर्शन के कारण आम श्रद्धालु परेशान है। परेशान तीर्थयात्री मंदिर समिति के खिलाफ नारे लगा रहे हैं। ऐसे में देश-विदेश में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है। समस्या का समाधान निकालते हुए डीएम ने कहा कि दस आम श्रद्धालुओं के दर्शन के बाद एक वीआईपी दर्शन के लिए जायेगा। ऐसी प्रक्रिया के बाद आम श्रद्धालुओं का नम्बर भी समय से आ जायेगा और वीआईपी दर्शन भी चलते रहेंगे। केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों को कोई भी परेशानी न हो, इस पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल विशेष ध्यान दे रहे हैं। आये दिन केदार यात्रा में तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। यात्रा का आंकड़ा ढाई लाख के पार पहुंच गया है। यात्रियों की संख्या बढ़ने से धाम में अव्यवस्थाएं भी हावी हो रही हैं, बावजूद इसके प्रशासन रात-दिन मेहनत कर श्रद्धालुओं को सुविधाने देने में जुटा हुआ है। जिलाधिकारी मगेश घिल्डियाल ने कहा कि केदारयात्रा अन्य धामों की अपेक्षा चुनौतीपूर्ण यात्रा है।
बाइट - मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी

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