बेरीनाग: बढ़ती गर्मी के साथ उत्तराखंड के जंगल तेजी से जल रहे हैं. धुएं के चलते हजारों एकड़ जंगल जलकर राख हो रहे हैं. वहीं, जंगली जानवर भी काल के गाल में समा रहे हैं. बेरीनाग में विकासखंड मुख्यालय से लगे शाहगराऊ में देर रात्रि को जंगलों में लगी आग घरों के समीप पहुंच गई है. जिससे ग्रामीण भयभीत हो गये हैं.
ग्रामीणों ने रात भर जाकर जंगलों की आग बुझाने का काम किया. वन विभाग के द्वारा कोई मदद नहीं दिए जाने पर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. स्थानीय किशन लाल शाह ने बताया कि शाहगराऊ और देवीनगर क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिलते ही वन विभाग को सूचित कर दिया था. लेकिन उसके बाद भी कोई आग बुझाने नहीं आया. देर रात्रि को जंगलों की आग घरों के पास तक पहुंच गई. जिससे बुझाने के लिए ग्रामीणों को खुद आना पड़ा. इस दौरान कई ग्रामीण झुलसे भी गए.
फायर सीजन शुरू होने से पूर्व बैठक नहीं करने का आरोप
15 फरवरी से फायर सीजन शुरू होने से पहले वन विभाग के द्वारा ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाती है. फायर सीजन में कैसे जंगलों को आग से बचाया जाए और किस तरह गांव में आग बुझाने के लिए लोगों को नियुक्त किया जाए, इस पर चर्चा होती है. स्थानीय लोगों के मुताबिक इस वर्ष वन विभाग के द्वारा कोई भी बैठक ना विकास खंड स्तर पर की गई और न ग्राम पंचायत स्तर पर की गई. इसकी शिकायत वन मंत्री हरक सिंह रावत से लिखित रूप से करने की बात कही है.
किशन लाल शाह ने बताया कि यदि विभाग के द्वारा पूर्व में फायर सीजन को लेकर बैठक की जाती है और हर गांव में आग बुझाने के लिए ग्रामीणों से सहयोग मांगा जाता तो आज हालत इतने अधिक खराब नहीं होते.
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धुएं से नहीं दिखाई दे रहे पहाड़
वहीं, बेरीनाग के जंगलों में लगी आग और धुएं से पहाड़ दिखने बंद हो गए हैं. एक माह पूर्व तक बेरीनाग से बर्फ से ढके पहाड़ों के मनोहर नजारे देखे जा सकते थे. लेकिन आग की वजह से चारों तरफ धुंध छाई है.