पिथौरागढ़/बेरीनाग/मसूरी: उत्तराखंड के कई इलाकों में बरसात हो रही है. बरसात के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के बंगापानी में शुक्रवार देर रात भारी बारिश ने तबाही मचाते हुए करीब डेढ़ सौ मीटर सड़क को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया. जिससे कई ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है.मसूरी नगर पालिका परिषद के सरकारी आवास के सामने भूस्खलन होने के बाद सरकारी आवास भी खतरे की जद में आ गये हैं. वहीं, बेरीनाग से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भंयकर बारिश के कारण ट्रेजरी लाइन में एक कलवट का पानी कई घरों के साथ ही ट्रेजरी कार्यालय परिसर में घुस गया.
बंगापानी में बारिश ने मचाई तबाही: पिथौरागढ़ में भारी बारिश से सड़क टूटी है. जिला प्रशासन का कहना है कि बारिश के चलते मलबा आने से सड़क क्षतिग्रस्त हुई है. क्षतिग्रस्त सड़क बंगापानी से जाराजीबली को जोड़ती है. ग्रामीणों ने बादल फटने के चलते भीषण बारिश की आशंका जताई है. भारी बारिश और लैंडस्लाइड के चलते पिथौरागढ़ और नैनीताल जिले राज्य और ग्रामीण मार्ग बंद है. जिसे खोलने के लिए जिला प्रशासन और पीडब्ल्यूडी की टीम लगी हुई हैं. शनिवार को हल्द्वानी नैनीताल मार्ग पर भारी मलबा आने से कई घंटे तक नैनीताल मार्ग बंद रहा. पीडब्ल्यूडी के टीम ने घंटों मशक्कत के बाद सड़क को खोला. लगातार हो रही बरसात के चलते जगह-जगह भूस्खलन और जलभराव की घटनाएं भी सामने आ रही हैं. बारिश के चलते गौला नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है. जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भू कटाव की स्थिति बनी हुई.
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बेरीनाग में भी पानी-पानी: बेरीनाग ट्रेजरी कार्यालय परिसर में भी पानी घुस गया है. ट्रेजरी कार्यालय परिसर में अधिक पानी आने से कार्यालय का भवन भी खतरें की जद में आ गया है. की लोगों के घर में भी पानी घुस गया है. जिसके कारण लोगों में आक्रोश है. स्थानीय लोगों ने बताया एनएच ने मात्र एक कलवट खोला. जिससे डिग्री कॉलेज, जवाहर चौक क्षेत्र में सारा पानी भर गया. नगर पंचायत अध्यक्ष हेम पंत ने इसे एनएच की लापरवाही बताया.
खतरे की जद में पांच परिवार: मसूरी पेट्रोल पंप के पास नगर पालिका परिषद के सरकारी आवास के सामने भूस्खलन हो रहा है. जिसके बाद सरकारी आवास में रह रहे पांच परिवार खतरे की जद में आ गए हैं. सरकारी आवास में जाने का रास्ता भी बाधित हो गया. भूस्खलन की सूचना मिलते ही मसूरी स्थानीय प्रशासन और नगर पालिका की टीम अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी के नेतृत्व में घटना स्थल पहुंची. उन्होंने भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लिया. सरकारी आवास में रहने वाले लोगों ने बताया भूस्खलन होने के बाद वह खतरे की जद़ में आ गए हैं. दोपहर को अचानक पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा मकान के ऊपर आ गया. जिससे रास्ता बाधित हो गया है. उन्होंने स्थानीय और नगर पालिका प्रशासन से पहाड़ के ट्रीटमेंट को लेकर जल्द कार्रवाई करने की मांग की है.