पिथौरागढ़: 'जल जीवन मिशन' योजना पर उठ रहे सवालों पर प्रदेश के पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने सफाई दी है. चुफाल का कहना है कि जिन घरों में पानी का कनेक्शन नहीं है, उन घरों को साल के अंत तक पेयजल योजना से जोड़ दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि 'जल जीवन मिशन' के दूसरे चरण के लिए टेंडर प्रक्रिया तीन महीने के भीतर पूरी कर ली जाएगी, जिसके बाद काम शुरू कर दिया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड में 15 लाख से अधिक घरों को 'जल जीवन मिशन' से जोड़ा जाना है. जल निगम की ओर से अब तक 7 लाख से ज्यादा घरों को पानी के कनेक्शन दे दिए जा चुके हैं, लेकिन इनमें अधिकांश कनेक्शन ऐसे हैं जो कि पेयजल योजनाओं से जुड़े ही नहीं हैं. वहीं, सूबे में कई ऐसे गांव हैं, जहां अभी तक कोई भी पेयजल योजना नहीं बनी है और कई गांवों में तो पेयजल के श्रोत तक नहीं हैं. इसके बावजूद भी लोगों के घरों में नल लगाकर करोड़ों रुपए का बजट खपा दिया गया है.
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वहीं, 'जल जीवन मिशन' योजना पर उठ रहे सवालों पर पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने सफाई देते हुए कि कहा कि जहां-जहां बिना योजना के नल लग गए हैं, वहां-वहां पेयजल योजनाओं के लिए बजट दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि साल के अंत तक पानी के सभी कनेक्शनों को पेयजल योजना से जोड़ दिया जाएगा. साथ ही साल 2022 से पहले 'जल जीवन मिशन' के लक्ष्य को पूरा करने की योजना है, जिस पर तेजी से काम किया जा रहा है.