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पिछले 3 साल से पेयजल के लिए तरस रहे इस गांव के लोग, अब प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा - पिथौरागढ़ में पेयजल समस्या

पिथौरागढ़ के दूर न्वाली गांव में पिछले तीन सालों से पेयजल की समस्या है. जिसको लेकर रविवार को ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान ग्रामीणों ने नई पेयजल योजना की मांग की.

पेयजल समस्या से परेशान ग्रामीण.
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Published : Sep 16, 2019, 5:56 AM IST

Updated : Sep 16, 2019, 7:39 AM IST

पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर न्वाली गांव में पिछले तीन सालों से पेयजल की समस्या है. जिसको लेकर रविवार को ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान पीडब्ल्यूडी ने गांव की पेयजल योजना को ध्वस्त कर दिया था. जिसके बाद शासन-प्रशासन से कई बार गुहार लगाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई.

बता दें कि एक हजार की आबादी वाले इस गांव में लोगों को सड़क सुविधा देने के लिए पीडब्ल्यूडी ने सड़क का निर्माण कराया. लेकिन इस दौरान गांव को पेयजल योजना से जोड़ने वाली पाइपलाइन को ध्वस्त कर दिया. जिसके बाद अब तीन साल होने को है, लेकिन अब तक पाइपलाइन को जोड़ने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिस कारण ग्रामीण मीलों पैदल चलकर पानी लाने को मजबूर हैं.

पेयजल समस्या से परेशान ग्रामीण.

पढ़ें: एक बार फिर चर्चा में कस्तूरबा गांधी विद्यालय, इस बार दो किशोरियों से जुड़ा है पूरा वाकया

वहीं, ग्रामीणों की मांग है कि पेयजल योजना को दुरुस्त करने के साथ ही क्षेत्र को नई पेयजल योजना से भी जोड़ा जाए. ग्रामीणों का कहना है कि 1982 में उनके गांव को पेयजल योजना से जोड़ा गया था. लेकिन अब गांव की जनसंख्या बढ़ने से पेयजल की समस्या बढ़ती जा रही है.

पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर न्वाली गांव में पिछले तीन सालों से पेयजल की समस्या है. जिसको लेकर रविवार को ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान पीडब्ल्यूडी ने गांव की पेयजल योजना को ध्वस्त कर दिया था. जिसके बाद शासन-प्रशासन से कई बार गुहार लगाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई.

बता दें कि एक हजार की आबादी वाले इस गांव में लोगों को सड़क सुविधा देने के लिए पीडब्ल्यूडी ने सड़क का निर्माण कराया. लेकिन इस दौरान गांव को पेयजल योजना से जोड़ने वाली पाइपलाइन को ध्वस्त कर दिया. जिसके बाद अब तीन साल होने को है, लेकिन अब तक पाइपलाइन को जोड़ने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिस कारण ग्रामीण मीलों पैदल चलकर पानी लाने को मजबूर हैं.

पेयजल समस्या से परेशान ग्रामीण.

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वहीं, ग्रामीणों की मांग है कि पेयजल योजना को दुरुस्त करने के साथ ही क्षेत्र को नई पेयजल योजना से भी जोड़ा जाए. ग्रामीणों का कहना है कि 1982 में उनके गांव को पेयजल योजना से जोड़ा गया था. लेकिन अब गांव की जनसंख्या बढ़ने से पेयजल की समस्या बढ़ती जा रही है.

Intro:पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर न्वाली गाँव में पिछले तीन सालों से पेयजल को लेकर त्राहि-त्राहि मची है। एक हजार की आबादी वाले इस क्षेत्र में लोगों की जवानी दो बूंद पानी के जुगाड़ में बर्बाद हो रही। ईटीवी भारत की टीम जब न्वाली गाँव पहुंची तो ग्रामीणों ने आचार संहिता की परवाह किये बिना पेयजल की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि पीडब्ल्यूडी ने सड़क निर्माण के दौरान गाँव को जोड़ने वाली पेयजल योजना को ध्वस्त कर दिया था। मगर शासन प्रशासन से कई बार गुहार लगाने के बावजूद कोई सुनवाई नही हुई।


Body:लोक निर्माण विभाग ने सड़क निर्माण के दौरान न्वाली गाँव को जोड़ने वाली पेजयल योजना को ध्वस्त कर दिया था। मगर तीन साल गुजरने के बावजूद विभाग ने इसकी सुध नही ली। जिस कारण ग्रामीण मीलों पैदल चलकर पानी लाने को मजबूर है। ग्रामीणों की मांग है कि पेयजल योजना को दुरुस्त करने के साथ ही क्षेत्र को नई पेयजल योजना से भी जोड़ा जाए। ग्रामीणों का कहना है कि 1982 में उनके गांव को इस पेयजल योजना से जोड़ा गया था। मगर अब गाँव की जनसंख्या बढ़ने से पेयजल की समस्या और विकराल रूप धारण कर रही है।

Byte: खीमानंद जोशी, पूर्व सैनिक (स्थानीय)



Conclusion:
Last Updated : Sep 16, 2019, 7:39 AM IST
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