पिथौरागढ़ /बेरीनाग/ रुद्रप्रयाग: नेपाल से सटे सीमांत क्षेत्र सल्ला के ग्रामीणों ने पिथौरागढ़ डीएम ऑफिस पहुंचकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनके गांव में आजादी के बाद से ही पेयजल का संकट है. दशकों के इंतजार के बाद उनके इलाके में पेयजल योजना बन रही है, लेकिन फिर भी उनके इलाके को इससे बाहर कर दिया गया है.
जल जीवन मिशन योजना के तहत सल्ला क्षेत्र के कौल और दौकोट गांव को शामिल न करने से ग्रामीणों में आक्रोश है. नाराज ग्रामीणों ने पिथौरागढ़ डीएम कार्यालय में सरकार और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर अपने गुस्से का इजहार किया. ग्रामीणों का कहना है कि जल जीवन मिशन योजना के तहत प्रत्येक घर को पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, लेकिन इस योजना से कौल और दौकोट गांव को वंचित रखा गया है. उन्होंने कहा लंबे समय से कौल और दौकोट के ग्रामीण पेयजल की किल्लत से जूझ रहे हैं. इसके बाद भी शासन-प्रशासन ने ग्रामीणों की सुध नहीं ली है. ग्रामीणों ने शीघ्र गांव को जल जीवन मिशन योजना में शामिल नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
जल जीवन मिशन के तहत हर घर को मिलेगा स्वच्छ जल
रुद्रप्रयाग जिले में हर घर को नल देने की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से जिला कार्यालय कक्ष में जिलाधिकारी मनुज गोयल ने अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. जिलाधिकारी ने बैठक में कार्यदायी संस्थाओं को स्पष्ट निर्देश दिए कि जल जीवन मिशन के तहत कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन की डीपीआर के साथ ही जिन योजनाओं में पर्याप्त पानी नहीं है, उन योजनाओं में पानी बढ़ाने के लिये डीपीआर तैयार करने को कहा.
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जल जीवन मिशन के मानक अनुसार पेयजल बढ़ाने के लिये योजनाओं के जलवृद्धिकरण की डीपीआर ससमय तैयार की जाए. जल वृद्धिकरण के अंतर्गत जल स्त्रोत संवर्धन, संरक्षण व धूसर जल प्रबंधन के कार्य भी किये जायेंगे. जिलाधिकारी ने कहा कि जल वृद्धिकरण की डीपीआर तत्काल तैयार की जाय, ताकि लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति भी की जा सके.
छात्र-छात्राओं ने चलाया सफाई अभियान
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बेरीनाग में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सीडी सूंठा के निर्देशन में तथा एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. लीलाधर मिश्र के नेतृत्व में स्पर्श गंगा अभियान के उपलक्ष्य में स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें महाविद्यालय परिसर तथा जलश्रोतों, नौले की साफ़ सफाई की गई. कार्यक्रम में महाविद्यालय के वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. जेएन पन्त एवं धीरज सिंह खाती ने पर्यावरण एवं स्वच्छता विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया.