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बेरीनाग: सालीखेत वन पंचायत के ग्रामीणों ने किया ट्रेंचिंग ग्राउंड निर्माण का विरोध

सालीखेत वन पंचायत के 4 गावों के लोगों ने ट्रेंचिंग ग्राउंड निर्माण का विरोध शुरू कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि यहां 100 मीटर की दूरी पर आबादी है. साथ ही कुछ ही दूरी पर मां भगवती और कुल देवता का मंदिर है. ऐसे में ग्रामीण किसी भी हाल में ट्रेंचिंग ग्राउंड नहीं बनने देंगे.

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बेरीनाग
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Published : May 30, 2022, 1:57 PM IST

बेरीनाग: नगर पंचायत बेरीनाग के सालीखेत वन पंचायत में बनाये जा रहे ट्रेंचिंग ग्राउंड का विरोध ग्रामीणों के द्वारा किया जा रहा है. सैकड़ों ग्रामीणों ने बैठक कर निर्णय लिया है कि ग्रामीणों की सहमति के बिना कूड़ा निस्तारण के लिए एक भी इंच भूमि नहीं दी जायेगी. अगर जबरन ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाया गया तो उग्र आंदोलन होगा और मामले को हाईकोर्ट में रखा जाएगा.

सभासद बलवंत धानिक ने कहा कि जिस स्थान का चयन किया गया है, वहां पर 4 गांवों के ग्रामीणों का गोचर और पैदल रास्ता है. पानी का प्राकृतिक स्तोत्र होने के साथ ही बांज का जंगल है. 100 मीटर दूरी पर आबादी है. बगल में मां भगवती का मंदिर और नीचे कुल देवता का मंदिर है. ऐसे में सारे मानकों को ताक में रखकर स्थान निर्धारित किया गया है. यहां पर किसी भी हाल में ट्रेंचिंग ग्राउंड नहीं बनाने दिया जायेगा.

ट्रेंचिंग ग्राउंड निर्माण का विरोध

सामाजिक कार्यकर्ता इंद्र धानिक ने कहा कि नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी द्वारा नियमों के खिलाफ यहां पर जेसीबी लगाकर कार्य किया गया और ग्रामीणों के साथ अभद्रता और दबाव बनाने का कार्य किया गया. जिसकी शिकायत शहरी विकास मंत्री, सीएम और जिलाधिकारी से की जा चुकी है. अगर जबरन यहां पर कूड़ा निस्तारण के लिए ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाने का प्रयास किया गया, तो ग्रामीण किसी भी हद तक जाने को मजबूर होंगे.

ग्रामीणों ने बैठक कर सहमति से लिया फैसला: तीन दिन पहले महिलाओं ने जेसीबी रोककर कार्य बंद करा दिया था. उस दौरान महिलाओं की प्रशासन और नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी से तीखी बहस भी हुई थी. ऐसे में रविवार को सांगड, बोरासांगड, बोराखेत के सैकडों ग्रामीणों ने नगर पंचायत के सभासद बलवंत धानिक के नेतृत्व चयनित स्थल पर बैठक की. इस दौरान प्रस्ताव पास किया गया कि ग्रामीणों की सहमति बिना एक भी इंच भूमि कूड़ा निस्तारण के लिए नहीं दी जायेगी.
पढ़ें- चंपावत उपचुनावः CM धामी का डोर टू डोर कैंपेन, बाइक चलाकर पहुंचे बनबसा से टनकपुर

काली विनायक की पेयजल लाइन ध्वस्त: तीन दिन पहले शुरू हुई खुदाई में काली विनायक की पेयजल लाइन ध्वस्त हो गयी थी, जिससे तीन दिन से गांव में पेयजल की किल्लत बनी हुई है. काली विनायक के पूर्व प्रधान गोविंद सिंह ने बताया कि पेयजल लाइन ध्वस्त होने ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यदि शीघ्र ही लाइन ठीक नहीं की गयी तो नगर पंचायत और जेसीबी के मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

बेरीनाग: नगर पंचायत बेरीनाग के सालीखेत वन पंचायत में बनाये जा रहे ट्रेंचिंग ग्राउंड का विरोध ग्रामीणों के द्वारा किया जा रहा है. सैकड़ों ग्रामीणों ने बैठक कर निर्णय लिया है कि ग्रामीणों की सहमति के बिना कूड़ा निस्तारण के लिए एक भी इंच भूमि नहीं दी जायेगी. अगर जबरन ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाया गया तो उग्र आंदोलन होगा और मामले को हाईकोर्ट में रखा जाएगा.

सभासद बलवंत धानिक ने कहा कि जिस स्थान का चयन किया गया है, वहां पर 4 गांवों के ग्रामीणों का गोचर और पैदल रास्ता है. पानी का प्राकृतिक स्तोत्र होने के साथ ही बांज का जंगल है. 100 मीटर दूरी पर आबादी है. बगल में मां भगवती का मंदिर और नीचे कुल देवता का मंदिर है. ऐसे में सारे मानकों को ताक में रखकर स्थान निर्धारित किया गया है. यहां पर किसी भी हाल में ट्रेंचिंग ग्राउंड नहीं बनाने दिया जायेगा.

ट्रेंचिंग ग्राउंड निर्माण का विरोध

सामाजिक कार्यकर्ता इंद्र धानिक ने कहा कि नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी द्वारा नियमों के खिलाफ यहां पर जेसीबी लगाकर कार्य किया गया और ग्रामीणों के साथ अभद्रता और दबाव बनाने का कार्य किया गया. जिसकी शिकायत शहरी विकास मंत्री, सीएम और जिलाधिकारी से की जा चुकी है. अगर जबरन यहां पर कूड़ा निस्तारण के लिए ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाने का प्रयास किया गया, तो ग्रामीण किसी भी हद तक जाने को मजबूर होंगे.

ग्रामीणों ने बैठक कर सहमति से लिया फैसला: तीन दिन पहले महिलाओं ने जेसीबी रोककर कार्य बंद करा दिया था. उस दौरान महिलाओं की प्रशासन और नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी से तीखी बहस भी हुई थी. ऐसे में रविवार को सांगड, बोरासांगड, बोराखेत के सैकडों ग्रामीणों ने नगर पंचायत के सभासद बलवंत धानिक के नेतृत्व चयनित स्थल पर बैठक की. इस दौरान प्रस्ताव पास किया गया कि ग्रामीणों की सहमति बिना एक भी इंच भूमि कूड़ा निस्तारण के लिए नहीं दी जायेगी.
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काली विनायक की पेयजल लाइन ध्वस्त: तीन दिन पहले शुरू हुई खुदाई में काली विनायक की पेयजल लाइन ध्वस्त हो गयी थी, जिससे तीन दिन से गांव में पेयजल की किल्लत बनी हुई है. काली विनायक के पूर्व प्रधान गोविंद सिंह ने बताया कि पेयजल लाइन ध्वस्त होने ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यदि शीघ्र ही लाइन ठीक नहीं की गयी तो नगर पंचायत और जेसीबी के मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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