पिथौरागढ़: सीमांत जनपद के धारचूला और मुनस्यारी क्षेत्र (Dharchula and Munsiyari area) को आपदा के दृष्टि से सबसे संवेदनशील माना जा रहा है. लगातार हो रही आपदा से भयभीत स्थानीयों ने क्षेत्र का भूगर्भीय सर्वेक्षण (Geological Survey) करवाने की मांग उठाई है. पन्या पौड़ी क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य जीवन सिंह ठाकुर सहित अन्य लोगों ने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री और कुमाऊं कमिश्नर को पत्र भेजा है.
जिला पंचायत सदस्य जीवन सिंह ठाकुर ने कहा बीते सालों में मौसम में लगातार बदलाव होने से अचानक बाढ़ और भूस्खलन का संकट (floods and landslides) बढ़ गया है. जिसके कारण धारचूला और मुनस्यारी में आपदा (Disaster in Dharchula and Munsiyari) के नये-नये क्षेत्र सामने आ रहे हैं. यहां तक की कई जगहों के पहाड़ भी कमजोर हो चुके हैं. ऐसे में संपूर्ण धारचूला-मुनस्यारी क्षेत्र का विस्तृत भूगर्भीय सर्वेक्षण कराई जाए. ताकि भविष्य में होने वाले आपदा को रोका जा सके.
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जनप्रतिनिधियों ने कहा जिस तरह से पिछले कई सालों से बारिश में बदलाव हुआ है. इससे आने वाले समय में और खतरा पैदा होने की आशंका है. सर्वेक्षण से अतिसंवेदनशील गांव के लोगों को बचाया जा सकता है. साथ ही और पता चलेगा कि इन परिस्थितियों में क्या इस क्षेत्र के पहाड़ बरसात के अनुकूल हैं या नहीं. इस क्षेत्र के लोग भय के साए में जी रहे हैं. ऐसे में हमने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) से इस मुद्दे को गंभीरता से संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की मांग की है.