पिथौरागढ़: पुलिसकर्मियों के लिए ड्यूटी और परिवार के बीच तालमेल बैठाना हमेशा से चुनौती भरा रहा है. उत्तराखंड पुलिस के कोरोना वॉरियर्स किस तरह लॉकडाउन में अपनों से दूर रहकर कोरोना से जंग लड़ रहे हैं, ये आपके लिए जानना बेहद जरूरी है.
ये कहानी है पिथौरागढ़ में तैनात विनिता नेगी की. विनिता इस संकट की घड़ी में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए फ्रंटलाइन पर मोर्चा संभाले हुए हैं. जो इस मुश्किल भरी घड़ी में अपने 5 साल के बेटे विवान नेगी को गले भी नहीं लगा सकती है.
ड्यूटी से घर लौटते ही विवान अपनी मां की गोद में जाने के लिए दौड़ पड़ता है. लेकिन एक बेबस मां अपने बच्चे को कोरोना वायरस से बचाने के लिए मजबूरन अपने कदम पीछे खींच लेती है.
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मां द्वारा गोद नहीं लिए जाने पर विवान फूट-फूट कर रो पड़ता है. लेकिन कोरोना से अपने बच्चे को बचाने के लिए विनिता को मजबूरन ऐसा करना पड़ा. विवान के पिता लाल सिंह नेगी भी पुलिसकर्मी हैं और जाजरदेवल थाने में तैनात हैं.
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए माता-पिता ने बेटे विवान से दूरी बनाए हुए हैं. लेकिन इस संकट की घड़ी ने एक मां को उसके कलेजे के टुकड़े से दूर कर दिया है.