पिथौरागढ़/चमोली: देवभूमि में पिछले कुछ समय से प्राकृतिक आपदा थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं. राज्य के अनेक हिस्सों में प्राकृतिक आपदा के चलते बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ है. राज्य में एक बार फिर कुदरत ने कहर ढहाया है. पिथौरागढ़ और जिले में बादल फटने की घटना सामने आई है. पिथौरागढ़ के मुनस्यारी तहसील के टिमटिया गांव में शनिवार को बादल फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि चमोली में गोविंद घाट के पास बादल फटने से यात्रियों की गाड़ियां मलबे में दब गई. वहीं थराली के गुडंम गांव में दो गोशाला क्षतिग्रस्त और दो लोगों को मामूली चोटें आई हैं.
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पिथौरागढ़ और चमोली जिले के जिलाधिकारियों से बात कर वहां बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली. साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिये हैं. सीमांत जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ के टिमटिया गांव में करीब ढाई बजे बादल फटने से एक आवासीय मकान मलबे से दब गया. जिसमें स्थानीय निवासी राम सिंह की मौत हो गयी है, जबकि दो महिलाएं गंभीर रूप से जख्मी हैं. मलबे में दबी दोनों महिलाओं को स्थानीय लोगों द्वारा निकाल लिया गया है. घायलों के नाम धनी देवी पत्नी राम सिंह और चंद्रा देवी हैं.वहीं प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है.
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दूसरी ओर बादल फटने से जहां कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं, वहीं थल-मुनस्यारी मोटरमार्ग बाधित हो गया है. प्रशासन ने मार्ग को खोलने के लिए पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए हैं.वहीं प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है.
वहीं चमोली जिले में भी बीती रात बादल फटने की घटना सामने आई है. जिले के गोविंद घाट के पास बादल फटने से यात्रियों की कुछ गाड़ियां मलबे में दब गईं. अभी तक जन हानि की सूचना नहीं है. प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. वहीं बारिश से थराली के गुडंम गांव में दो गोशाला क्षतिग्रस्त हो गईं. इसमें दो लोगों को मामूली चोटें आईं.
वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पिथौरागढ़ और चमोली जिले के जिलाधिकारियों से बात कर वहां बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली. साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिये हैं.