पिथौरागढ़: सीमांत जिले में शिक्षकों के भारी संख्या में तबादले के बाद लोगों में सरकार के खिलाफ आक्रोश है. शिक्षकों का तबादला होने से जिले के अधिकांश स्कूल शिक्षक विहीन हो चुके हैं. ये हाल तब है जब सीमांत जिला पहले से ही शिक्षकों की भारी कमी झेल रहा है. ऐसे में छात्रों के भविष्य पर अंधकार का साया मंडराने लगा है.
दरअसल, सरकार ने जो स्थानांतरण सूची जारी की है, उसके अनुसार जिले में 133 सहायक अध्यापकों के तबादले किये गए हैं. जबकि इनके बदले सिर्फ 2 प्रतिस्थानी ही भेजे गए हैं. इसके साथ ही जिले में 37 प्रवक्ताओं और 11 प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापकों के तबादले भी किये गए हैं. जिनके बदले एक भी प्रतिस्थानी नहीं भेजा गया है.
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ऐसे हालातों में पहले से ही बदहाल शिक्षा का दंश झेल रहे सीमांत जिले के छात्रों का भविष्य पूरी तरह अधर में लटक गया है. बता दें कि जिले में प्रवक्ताओं के 673 पद, सहायक अध्यापकों के 390 पद और प्रधानाचार्य/प्रधानध्यापिकाओं के 167 पद पहले से ही खाली पड़े हैं.