बेरीनागः झलतोला में बने कृत्रिम झील में एसएसबी में हवलदार दिनेश सिंह बोरा की डूबकर मौत गई थी. पुलिस और एसडीआरएफ के जवानों ने संयुक्त अभियान चलाकर कई घंटों के मशक्कत के बाद झील के दलदल में फंसे दिनेश को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई थी. वहीं, दिनेश की सरयू नदी के तट पर एसएसबी के जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ अंतेष्ठि की गई.
बता दें कि चाक बोरा निवासी एसएसबी में हवलदार दिनेश सिंह बोरा (36) शुक्रवार को नहाने के दौरान कृत्रिम झील में डूब गया था. डूबने की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा. दिनेश की खोजबीन शुरू की गई, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका. जिसके बाद एसडीएआरफ की टीम को सूचना दी गई. जहां देर रात जवानों ने झील के दलदल में फंसे दिनेश को बाहर निकाला. मौके पर मौजूद डाक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया.
वहीं, सीएचसी बेरीनाग में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सिद्धार्थ पाटनी के नेतृत्व में डाक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया. जवान की मौत के बाद से घर में पत्नी, मां और भाई का बेसुध पड़े हैं. पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है. दिनेश वर्तमान में एसएसबी के 11वीं बटालियन डीडीहाट में तैनात था. दिनेश की सरयू नदी में तट पर एसएसबी के जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ अंतेष्ठि की गई. चिता को मुख्यगिनि छोटा भाई करन बोरा और चाचा धन सिंह बोरा ने दी.
पुलिस और एसडीआरएफ ने भारी बारिश में किया रेस्क्यू
झील में डूबने के बाद से लेकर पुलिस की टीम ने लगातार रेस्क्यू अभियान चलाए रखा. शुक्रवार देर रात 10 बजे के बाद भारी बारिश शुरू हो गई. लेकिन पुलिस कर्मियों और एसडीआरएफ के जवानों ने रेस्क्यू करना नहीं छोड़ा. झील में 4 मीटर नीचे दलदल में फंसे दिनेश का शव रात 12 बजे के करीब निकाला गया.
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बेटी नैना का बर्थडे मनाने घर आया था दिनेश
हवलदार दिनेश बीते 5 जून को अपनी दो साल की बेटी नैना के बर्थडे मनाने के लिए एक महीने के छुट्टी लेकर घर आया था. एक हफ्ते पहले दिनेश में अपनी दो साल की बच्ची का बड़ी धूमधाम के साथ बर्थडे भी मनाया था. दिनेश के निधन के बाद मां शांति देवी, पत्नी सुनीता देवी बेसुध पड़े हुए हैं.
कालीताल में कभी हो सकता है बड़ा हादसा
बेरीनाग तहसील मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर कांडे किरोली के पास में स्थित कालीताल में इन दिनों बाहरी और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में नहाने पहुंच रहे है. बीते साल बरसात के मौसम में एक युवक की डूबने से मौत हो गई थी, लेकिन उसके बाद प्रशासन ने कुछ समय के रोक लगा दी थी, लेकिन इन दिनों ताल में 20 फीट ऊंचाई ने तालाब में कूद मारकर युवक नहा रहे हैं. जिससे कभी बड़ा हादसा हो सकता है.
सरयू नदी में नहाने के दौरान पांच किशोरों की डूबकर हो चुकी है मौत
पिछले एक पखवाड़े में डूबने की दो घटनाएं सामने आ चुकी है. इसी महीने सेराघाट सरयू नदी में नहाने के दौरान पांच किशोरों की डूबकर मौत हो गई थी. शुक्रवार को झलतोला झील में डूबकर एक जवान की मौत हो गई. इन दिनों गर्मी होने के साथ उमस होने के साथ बड़ी संख्या में युवा नदी और तालाबों में नहाने के लिए जा रहे हैं. बरसात के मौसम में नदी और तालाबों में काफी ज्यादा पानी होता है. जिससे नहाने के दौरान खतरा हो सकता है.