ETV Bharat / state

पिथौरागढ़: दारमा घाटी में जिधर देखो बर्फ ही बर्फ, अलर्ट मोड पर जिला प्रशासन

पिथौरागढ़ में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है. जिले के माइग्रेशन वाले उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मंगलवार रात से बर्फबारी जारी है. दारमा घाटी बर्फ की सफेद चादर से पूरी तरह ढक चुकी है.

pithoragarh
पिथौरागढ़
author img

By

Published : Dec 11, 2019, 6:24 PM IST

Updated : Dec 11, 2019, 7:07 PM IST

पिथौरागढ़: मौसम विभाग का अनुमान एकदम सटीक साबित हुआ है. जिले की उच्च हिमालयी इलाकों में मंगलवार से जमकर बर्फबारी हो रही है. दारमा घाटी के सेला, नागलिग, चल, दातू, सीपू और तिंदाग में दो से तीन फीट तक बर्फ पड़ी है. जबकि पिथौरागढ़ मुख्यालय समेत अन्य हिस्सों में मौसम साफ है. ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है.

पिथौरागढ़ में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है. जिले के माइग्रेशन वाले उच्च हिमालयी गांवों में मंगलवार रात से बर्फबारी शुरू हो गयी थी. दारमा घाटी बर्फ की सफेद चादर से पूरी तरह ढक चुकी है. ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी का असर निचले इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. यहां बर्फबारी के कारण ठंड बढ़ गई है. जिस कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ है.

दारमा घाटी में बर्फ ही बर्फ

पढ़ें- सितारगंज: चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति ने दिया धरना, मिल दोबारा चालू करने की मांग

वहीं मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड के सीमांत जिलों में 12 और 13 दिसंबर को भारी बारिश के साथ हिमपात का अलर्ट जारी किया है. विशेषकर मुनस्यारी और धारचूला का चौदास, दारमा और गाला जिप्ती क्षेत्र हिमपात से सर्वाधिक प्रभावित रहता है. इसके अलावा पिथौरागढ़, डीडीहाट, बेरीनाग और गंगोलीहाट के भी कुछ क्षेत्र संवेदनशील हैं. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन गंभीर है.

पिथौरागढ़: मौसम विभाग का अनुमान एकदम सटीक साबित हुआ है. जिले की उच्च हिमालयी इलाकों में मंगलवार से जमकर बर्फबारी हो रही है. दारमा घाटी के सेला, नागलिग, चल, दातू, सीपू और तिंदाग में दो से तीन फीट तक बर्फ पड़ी है. जबकि पिथौरागढ़ मुख्यालय समेत अन्य हिस्सों में मौसम साफ है. ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है.

पिथौरागढ़ में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है. जिले के माइग्रेशन वाले उच्च हिमालयी गांवों में मंगलवार रात से बर्फबारी शुरू हो गयी थी. दारमा घाटी बर्फ की सफेद चादर से पूरी तरह ढक चुकी है. ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी का असर निचले इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. यहां बर्फबारी के कारण ठंड बढ़ गई है. जिस कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ है.

दारमा घाटी में बर्फ ही बर्फ

पढ़ें- सितारगंज: चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति ने दिया धरना, मिल दोबारा चालू करने की मांग

वहीं मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड के सीमांत जिलों में 12 और 13 दिसंबर को भारी बारिश के साथ हिमपात का अलर्ट जारी किया है. विशेषकर मुनस्यारी और धारचूला का चौदास, दारमा और गाला जिप्ती क्षेत्र हिमपात से सर्वाधिक प्रभावित रहता है. इसके अलावा पिथौरागढ़, डीडीहाट, बेरीनाग और गंगोलीहाट के भी कुछ क्षेत्र संवेदनशील हैं. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन गंभीर है.

Intro:पिथौरागढ़: मौसम विभाग की भविष्यवाणी एकदम सटीक साबित हुई है। जिले की उच्च हिमालयी इलाकों में आज जमकर बर्फबारी हुई है। दारमा घाटी के सेला, नागलिग, चल, दातू, सीपू, तिंदाग में 2 से 3 फीट तक बर्फ पडी है। जबकि पिथौरागढ़ मुख्यालय समेत अन्य हिस्सों में मौसम साफ बना हुआ है। ऊँचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है।

Body:पिथौरागढ़ में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। जिले के माइग्रेशन वाले उच्च हिमालयी गांवों में मंगलवार रात से ही बर्फबारी शुरू हो गयी थी। दारमा घाटी बर्फ की सफेद चादर से पूरी तरह ढक चुकी है। ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी के चलते निचले इलाकों में भी असर पड़ा है। बर्फबारी से तापमान काफी लुढ़क गया है। जिस कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। वहीं मौसम विभाग की भविष्यवाणी को देखते हुए प्रशासन ने सभी को अलर्ट कर दिया है।Conclusion:
Last Updated : Dec 11, 2019, 7:07 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.