पिथौरागढ़: कुछ प्रवासी संस्थागत क्वारंटाइन से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग और पुलिस को सही जानकारी नहीं दे रहे हैं और अपने साथ दूसरों की भी जान खतरे में डाल रहे है. हालांकि बाद में सच्चाई सामने आने के बाद पुलिस ऐसे लोगों पर कार्रवाई कर रही है. ताजा मामला पिथौरागढ़ से सामने आया है.
जानकारी के मुताबिक एक युवक ई-पास बनाकर पिथौरागढ़ पहुंचा. ई-पास में युवक ने जो जानकारी दी थी उसके अनुसार वह यूपी के गाजियाबाद जिले से आया था. जिसे होम क्वारंटाइन किया गया था. इसी बीच युवक को बुखार, जुकाम, खांसी व सांस लेने में तकलीफ की शिकायत हुई. जिसे जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया. साथ ही कोरोना का सैंपल भी जांच के लिए भेजा गया.
पढ़ें- कोरोना से 'जंग' जीतने वालों संग हो रहा भेदभाव, नहीं मिल रहा सामान, पड़ोसियों ने भी बनाई दूरी
उप निरीक्षक प्रियंका मौनी ने जब युवक की ट्रैवल हिस्ट्री खंगाली तो पता चला कि युवक गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में एक पीजी में रहता था और वहीं एक निजी कंपनी में काम करता है, लेकिन युवक ने ई-पास में जो जानकारी दी थी उसके अनुसार वह गाजियाबाद से आया था. गाजियाबाद ऑरेज जोन में आता है और नोएडा रेड जोन में है. रेड जोन से आने वाले व्यक्ति को संस्थागत क्वारंटाइन होना जरूरी है. इसी से बचने के लिए उसने ई-पास में सही जानकारी नहीं दी थी.
पुलिस ने युवक पर जानकारी छुपाकर अन्य लोगों के जीवन को खतरे में डालकर उनको जान से मारने का प्रयास करने के आरोप में धारा 269/270/307/420/468/471 और 51 (B) आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 के तहत मामला दर्ज किया है.