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कोरोना महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय जौलजीबी व्यापार मेला हुआ रद्द - कोरोना महामारी

पिथौरागढ़ का प्रसिद्ध जौलजीबी व्यापार मेला कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल रद्द कर दिया गया. भिन्न संगठनों और प्रशासन ने आज बैठक कर मेला नहीं मनाने का निर्णय लिया है.

पिथौरागढ़
जौलजीबी व्यापार मेला रद्द
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Published : Oct 31, 2020, 10:50 PM IST

पिथौरागढ़: भारत, नेपाल और तिब्बत की व्यापारिक एकता का गवाह रहा ऐतिहासिक जौलजीबी मेला इस साल नहीं मनाया जाएगा. 114 साल से काली और गोरी नदी के संगम पर आयोजित होने वाला अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला इस साल कोरोना की भेंट चढ़ गया. विभिन्न संगठनों और प्रशासन ने आज बैठक कर मेला नहीं मनाने का निर्णय लिया है.

मेला स्थगित होने का कारण इस साल भारत-तिब्बत स्थलीय व्यापार का ना होना और भारत-नेपाल को जोड़ने वाले अंतरराष्ट्रीय झूलापुल ना खुलना भी बताया जा रहा है.सदियों पूराने इतिहास को खुद में समेटा अंतराष्ट्रीय जौलजीबी व्यापार मेला कोरोना महामारी के चलते इस साल नहीं मनाया जाएगा.

अंतरराष्ट्रीय जौलजीबी व्यापार मेला हुआ रद्द.

ये भी पढ़ें: मसूरी शिफन कोर्ट विस्थापन को लेकर गणेश जोशी और प्रदीप भंडारी में नोकझोंक

कोरोना महामारी के चलते इस साल मेले को रद्द कर दिया गया. जौलजीबी मेला समिति, व्यापार संघ और प्रशासन ने ने आपसी सहमति से ये फैसला लिया है. आपको बता दें कि ऐतिहासिक जौलजीबी मेला भारत, नेपाल और तिब्बत तीनों मुल्कों की व्यापारिक गतिविधियों का केन्द्र रहा है. एक दौर था जब इस मेले में भारत और नेपाल के साथ ही तिब्बत के व्यापारी भी शिरकत किया करते थे.

1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के बाद से भले ही यहां तिब्बती व्यापारियों ने आना बंद कर दिया हो मगर इस मेले में आज भी तिब्बती सामान की खास डिमांड रहती है. इस साल कोरोना महामारी और चीन से बिगड़ते रिश्तों के कारण भारत तिब्बत स्थलीय व्यापार नहीं होगा. भारत और नेपाल के व्यापारी नवंबर माह में आयोजित होने वाले इस मेले के जरिये अपनी रोजी रोटी का जुगाड़ करते है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय जौलजीबी व्यापार मेले पर ब्रेक लग गया हैं.

पिथौरागढ़: भारत, नेपाल और तिब्बत की व्यापारिक एकता का गवाह रहा ऐतिहासिक जौलजीबी मेला इस साल नहीं मनाया जाएगा. 114 साल से काली और गोरी नदी के संगम पर आयोजित होने वाला अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला इस साल कोरोना की भेंट चढ़ गया. विभिन्न संगठनों और प्रशासन ने आज बैठक कर मेला नहीं मनाने का निर्णय लिया है.

मेला स्थगित होने का कारण इस साल भारत-तिब्बत स्थलीय व्यापार का ना होना और भारत-नेपाल को जोड़ने वाले अंतरराष्ट्रीय झूलापुल ना खुलना भी बताया जा रहा है.सदियों पूराने इतिहास को खुद में समेटा अंतराष्ट्रीय जौलजीबी व्यापार मेला कोरोना महामारी के चलते इस साल नहीं मनाया जाएगा.

अंतरराष्ट्रीय जौलजीबी व्यापार मेला हुआ रद्द.

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कोरोना महामारी के चलते इस साल मेले को रद्द कर दिया गया. जौलजीबी मेला समिति, व्यापार संघ और प्रशासन ने ने आपसी सहमति से ये फैसला लिया है. आपको बता दें कि ऐतिहासिक जौलजीबी मेला भारत, नेपाल और तिब्बत तीनों मुल्कों की व्यापारिक गतिविधियों का केन्द्र रहा है. एक दौर था जब इस मेले में भारत और नेपाल के साथ ही तिब्बत के व्यापारी भी शिरकत किया करते थे.

1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के बाद से भले ही यहां तिब्बती व्यापारियों ने आना बंद कर दिया हो मगर इस मेले में आज भी तिब्बती सामान की खास डिमांड रहती है. इस साल कोरोना महामारी और चीन से बिगड़ते रिश्तों के कारण भारत तिब्बत स्थलीय व्यापार नहीं होगा. भारत और नेपाल के व्यापारी नवंबर माह में आयोजित होने वाले इस मेले के जरिये अपनी रोजी रोटी का जुगाड़ करते है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय जौलजीबी व्यापार मेले पर ब्रेक लग गया हैं.

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